रूस के कज़ान में आयोजित हुए ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जीनपिंग समेत दुनिया के कई नेताओं ने शिरकत की. इस सम्मेलन की चर्चा दुनियाभर में है. पांच साल बाद पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात हुई है. दोनों नेता साल 2019 में आखिरी बार तमिलनाडु में मिले थे. इस बीच दो वीडियो का एक कोलाज वायरल है. एक वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी और जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल हैं, वहीं दूसरे वीडियो में पीएम मोदी और शी जिनपिंग हैं. इन वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा कि दोनों नेताओं ने पीएम मोदी से हाथ मिलाने से परहेज़ कर दिया.
रूस में शी जिनपिंग ने PM मोदी से नहीं मिलाया हाथ? इस वायरल वीडियो की पूरी कहानी पता चली
एक वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी और जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल हैं, वहीं दूसरे वीडियो में पीएम मोदी और शी जिनपिंग हैं. इन वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा कि दोनों नेताओं ने पीएम मोदी से हाथ मिलाने से परहेज़ कर दिया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ‘INC News’ ने वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,“शी जिनपिंग ने मोदी जी से हाथ मिलाने से किया परहेज. मोदी जी का इतना इंसल्ट देखा नहीं जा रहा है.”
वीडियो को फेसबुक और ‘एक्स’ पर कई अन्य यूजर्स ने इन्हीं दावों के साथ शेयर किया है.
पड़तालक्या दोनों नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाने से मना कर दिया? आखिर क्या है वीडियो की सच्चाई?
वीडियो नंबर-1 (मोदी और जिनपिंग)पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने कुछ कीवर्ड सर्च किए. हमें ऐसी कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं, जिनमें मोदी-जिनपिंग के मुलाकात की फोटो मौजूद है. ‘बीबीसी हिंदी’ और ‘अल जज़ीरा’ की रिपोर्ट में दोनों नेताओं की BRICS सम्मेलन में हाथ मिलाते हुए तस्वीर छापी गई है.
खोजबीन के दौरान हमने समाचार एजेंसी ANI के यूट्यूब चैनल पर BRICS सम्मेलन का वीडियो देखा. 23 अक्टूबर, 2024 को अपलोड किए गए वीडियो में वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मौजूद है. इसमें दोनों देशों के नेताओं को हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है. कैप्शन में लिखा है, मोदी और जिनपिंग ने BRICS सम्मेलन में मुलाकात की.
इससे साफ है कि दोनों नेताओं की मुलाकात का वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है.
वीडियो नंबर-2 (मोदी और मर्केल)पीएम नरेंद्र मोदी और जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल के वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के एक कीफ्रेम को रिवर्स सर्च किया. हमें मीडिया हाउस ‘
इसके अलावा ब्रिटिश फोटो एजेंसी ‘Alamy’ पर हमें बर्लिन में हुए इस कार्यक्रम की तस्वीर मिली. इसमें भी पीएम मोदी को मर्केल के साथ हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है.
नतीजाकुल मिलाकर साफ है कि पीएम नरेंद्र मोदी का हाथ मिलाने का वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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