महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सोशल मीडिया पर 29 सेकेंंड की एक वीडियो क्लिप वायरल है. इसमें एक सीनियर पुलिसकर्मी कह रहा है कि अजान बजने के 15 मिनट पहले और बाद में हनुमान चालीसा का पाठ नहीं होगा. वीडियो को शेयर करके कहा जा रहा कि महाराष्ट्र सरकार नासिक में हनुमान चालीसा पर ‘रोक’ लगवा रही है.
चुनाव से पहले महाराष्ट्र में अजान के लिए हनुमान चालीसा पर रोक? लेकिन ये तो...
सोशल मीडिया पर 29 सेकेंड की एक वीडियो क्लिप वायरल है जिसे शेयर करके कहा जा रहा कि महाराष्ट्र सरकार नासिक में हनुमान चालीसा पर रोक लगवा रही है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जितेंद्र प्रताप सिंह नाम के एक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “यह आदेश बांग्लादेश या पाकिस्तान की पुलिस का आदेश नहीं है. बल्कि भारत के नासिक पुलिस कमिश्नर का आदेश है. सोचिए अब भारत ही नहीं बल्कि यह पूरे विश्व के हिंदू धीरे-धीरे एकदम निरीह और लाचार और बेचारा बनते जा रहे हैं.”
इसके अलावा कई अन्य यूजर ने भी वायरल वीडियो को अलग-अलग दावों के साथ शेयर किए हैं.
पड़तालतो क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई? क्या नासिक पुलिस कमिश्नर ने अज़ान के वक्त हनुमान चालीसा पर रोक लगा दी है? एक्स पर कुछ कीवर्ड सर्च करने पर हमें कई ऐसे पोस्ट मिले जिनमें बताया गया है कि वीडियो दो साल से अधिक पुराना है. इसके अलावा वीडियो में नज़र आ रहे पुलिसकर्मी के सामने न्यूज एजेंसी ANI का माइक है.
इससे मदद लेते हुए हमने ‘
अब यहां एक बात साफ हो गई. वीडियो दो साल पुराना अप्रैल, 2022 का है. उस वक्त महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी की सरकार थी. इस गठबंधन में उद्धव ठाकरे की शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी शामिल थी. जून, 2022 में शिवसेना के विधायकों के एक बड़े धड़े अलग होकर बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया. 30 जून, 2022 को महाराष्ट्र में नई सरकार बनी. इसमें बीजेपी, एकनाथ शिंदे के समर्थित विधायक शामिल थे. यानी वायरल वीडियो जिस वक्त का है, उस समय महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार नहीं थी.
एक बात और. क्या अज़ान के 15 मिनट पहले और बाद में हनुमान चालीसा पर रोक लगाने का नियम अभी भी लागू है? थोड़ी खोजबीन करने पर हमें अप्रैल, 2022 में ही छपी कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. ‘द स्क्रॉल’ की वेबसाइट पर 21 अप्रैल, 2022 को छपी रिपोर्ट के अनुसार, अजान के वक्त हनुमान चालीसा पर रोक लगाने वाला नियम जारी करने के तीन दिन बाद ही पुलिस कमिश्नर दीपक पांडे का तबादला कर दिया गया था. उनकी जगह जयंत नायकनवरे को पुलिस कमिश्नर बनाया गया था, जिन्होंने आते ही इस फैसले पर रोक लगा दी थी.
नतीजाकुल मिलाकर, साफ है कि महाराष्ट्र के नासिक का दो साल पुराना वीडियो अभी का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. वायरल वीडियो जिस वक्त का है, उस समय महाराष्ट्र में बीजेपी के गठबंधन वाली महायुति सरकार नहीं थी.
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