इजरायल और हिजबुल्लाह की पिछले 11 महीने से चल रही हिंसक झड़प में 17 सितंबर को एक नया मोड़ आया. लेबनान में एक के बाद एक पेजर फटने लगे. इस सिलसिलेवार धमाकों में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. तीन हजार से अधिक लोग घायल हो गए. हिजबुल्लाह ने इन धमाकों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, इजरायल की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हैं, जिसे लेबनान में हुए हालिया विस्फोटों का बताकर शेयर किया जा रहा. एक तस्वीर लैपटॉप की वायरल है, जिसके चीथड़े उड़े हैं. वैसी ही एक फोटो टॉयलेट के कमोड की शेयर की जा रही है, जिसके परखच्चे उड़े हैं.
लैपटॉप और कमोड की इस तस्वीर को लेबनान विस्फोट का बताया जा रहा, लेकिन इसका सच क्या है?
सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हैं, जिन्हें लेबनान पर हुए हालिया हमले का बताकर शेयर किया जा रहा. एक तस्वीर लैपटॉप की वायरल है जिसके चीथड़े उड़े हैं, वैसी ही एक फोटो कमोड की शेयर की जा रही है जिसके परखच्चे उड़े हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ‘बाबा बनारस’ नाम के पेज ने लैपटॉप में ब्लास्ट की तस्वीर शेयर की है. और लिखा है कि मोसाद (इजरायल की खुफिया एजेंसी) रुक नहीं रहा है, लेबनान/बेरूत/हिजबुल्लाह घुटने पर है.
इसी तरह के दावे कई अन्य यूजर्स ने भी किए हैं, जिनके ट्वीट आप यहां देख सकते हैं.
फेसबुक पर ‘शैलेंद्र हिंदू’ नाम के एक यूजर ने टॉयलेट कमोड की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “जब पेजर फट सकता है, कमोड फट सकता है.”
पड़ताल
क्या लैपटॉप और कमोड में हुए विस्फोट की तस्वीर लेबनान में हुए हमले की है? इसकी सच्चाई जानने के लिए हमने तस्वीरों को गूगल पर रिवर्स सर्च किया.
तस्वीर-1
हमें ब्रिटेन के अखबार ‘डेली मेल’ की मार्च 2021 में छपी एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल तस्वीर मौजूद है. इसके अलावा, हमें सोशल मीडिया साइट रेडिट पर चार साल पुरानी कई ऐसी पोस्ट मिली जिसमें यह तस्वीर मौजूद है.
इससे दो बातें साफ हैं. पहला कि लैपटॉप ब्लास्ट की वायरल तस्वीर लेबनान पर हुए हालिया हमले की नहीं है और इंटरनेट पर कम से कम चार साल पहले से मौजूद है. दूसरी बात ये कि असल तस्वीर में यूजर ने Mossad नाम का स्टिकर ऊपर से चिपका दिया है.
तस्वीर-2
कमोड की तस्वीर को खोजने पर हमें यह ‘South China Morning Post’ की वेबसाइट पर छपी एक रिपोर्ट में मिली. यह रिपोर्ट जनवरी 2020 में छपी थी. इसके अनुसार, तस्वीर हांगकांग के किंग जॉर्ज मेमोरियल पार्क के सार्वजनिक शौचालय की है, जहां एक कमोड में आग लगने के बाद उसमें धमाका हो गया था. इस धमाके से किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई थी. उस वक्त हांगकांग में कोरोना वायरस के मद्देनज़र लॉकडाउन लगाने के लिए सरकार के खिलाफ जगह-जगह प्रोटेस्ट हो रहे थे. पुलिस ने इस विस्फोट के तार इन प्रदर्शन से जोड़े थे.
नतीजा
कुल मिलाकर, टॉयलेट और लैपटॉप में विस्फोट की तस्वीर भ्रामक दावे के साथ शेयर की गई है. इन तस्वीरों का लेबनान में हुए हालिया हमले से कोई संबंध नहीं है.
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