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हाथों में हथकड़ी लगे अमेरिकी सैन्य विमान में चढ़ते ये लोग प्रवासी भारतीय हैं?

बंधे हुए हाथ और मुंह पर मास्क लगाए हुए लोगों का एक वीडियो वायरल है. ये लोग एक विमान में चढ़ते हुए नज़र आ रहे हैं. वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा कि ये प्रवासी भारतीय हैं जिन्हें ‘अमानवीय’ तरीके से भारत भेजा जा रहा है.

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क्या मुंह पर मास्क लगाकर विमान पर चढ़ रहे लोगों का वीडियो भारतीयों का है? (तस्वीर:सोशल मीडिया)

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय प्रवासियों को लेकर उड़ा अमेरिकी सेना का मिलिट्री एयरक्राफ्ट अमृतसर में लैंड कर चुका है. मीडिया रपटों के मुताबिक, विमान में कुल 104 प्रवासी भारतीय हैं. इनमें 25 महिलाएं और 13 बच्चे भी शामिल हैं. इसी बीच बंधे हुए हाथ और मुंह पर मास्क लगाए हुए लोगों का एक वीडियो वायरल है. ये लोग एक विमान में चढ़ते हुए नज़र आ रहे हैं. वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये प्रवासी भारतीय हैं जिन्हें ‘अमानवीय’ तरीके से भारत भेजा जा रहा है.

समाजवादी नेता आईपी सिंह ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी जी को अमेरिका यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए यदि 56 इंच की छाती है. अमेरिका ने भारतीयों को हथकड़ी और मुंह पर मास्क और सिर झुकाकर देश से निकाला है. मोदी जी कम से कम ट्रंप से इतनी तो बात कर लेते कि सम्मानजनक रूप से उनके नागरिकों को भारत भेजा जाए.”

प्रेम कुमार नाम के पत्रकार ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “अमेरिका में भारतीयों की ये तस्वीरें 'विश्वगुरु' के लिए हैं. ‘56 इंच का सीना’ जिनके पास है, उनके लिए हैं. ‘एक अकेला सब पर भारी’ कहने वाले के लिए है. ‘नमस्ते ट्रंप’ करने वाले के लिए है.”

पड़ताल

क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई? क्या वीडियो में नज़र आ रहे लोग भारतीय हैं? ये मालूम करने के लिए हमने वीडियो के एक कीफ्रेम को रिवर्स सर्च किया. हमें अमेरिका की प्रेस सेक्रेटरी के आधिकारिक हैंडल से 24 जनवरी, 2025 को किया गया ट्वीट मिला. इसमें वायरल वीडियो में नज़र आ रहे विजुअल का एक स्क्रीनशॉट है. प्रेस सेक्रेटरी ने अपने पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “निर्वासन उड़ानें शुरू हो गई हैं. राष्ट्रपति ट्रंप पूरी दुनिया को एक कड़ा और स्पष्ट संदेश दे रहे हैं. यदि आप अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करते हैं, तो आपको गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.”

हालांकि, उन्होंने अपने पोस्ट में यह स्पष्ट नहीं किया कि वीडियो में नज़र आ रहे नागरिक कहां के हैं? थोड़ी खोजबीन करने पर हमें Defense Visual Information Distribution Service (DVIDS) की वेबसाइट पर वीडियो के बारे में मालूम पड़ा. यह संस्था वैश्विक मीडिया और देश-विदेश में काम कर रहे अमेरिकी सैन्य कर्मियों के बीच डिफेंस से जुड़े वीडियो और फोटो को शेयर करती है.

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DOD की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट.

यहां वायरल वीडियो सही जानकारी के साथ अपलोड किया गया है. इस जानकारी के मुताबिक, वीडियो को 23 जनवरी को बनाया गया था और 27 जनवरी को पोस्ट किया गया. वीडियो टेक्सास के फोर्ट ब्लिस एयरपोर्ट का है जहां C17 ग्लोबमास्टर-3 विमान ने अवैध प्रवासियों को लेकर उड़ान भरी थी.

गूगल सर्च करने पर हमें अमेरिकी सैना से जुड़ी खबरों को छापने वाली वेबसाइट Military.com के बारे में पता चला. इस पर 24 जनवरी को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 23 जनवरी को वायु सेना के विमान C-17 ग्लोबमास्टर III, ने टेक्सास के फोर्ट ब्लिस से अवैध प्रवासियों को लेकर उड़ान भरी थी. रिपोर्ट में रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से पुष्टि की गई है कि यह उड़ान अमेरिका से ग्वाटेमाला की तरफ संचालित की गई थी.

Military.com की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट.
Military.com की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट.

प्रवासी भारतीयों के उड़ान भरने की खबर 4 फरवरी को सामने आई. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को भारतीयों को लेकर एक अमेरिकी विमान ने उड़ान भरी थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक भी अमेरिका का C-17 सैन्य विमान करीब 205 भारतीयों को लेकर टेक्सास के सैंन एंटोनियो एयरपोर्ट से 4 जनवरी को सुबह 3 बजे उड़ा था. 

इससे यह साफ है कि वायरल वीडियो 23 जनवरी यानी 12 दिन पहले का है. जबकि भारतीयों को जिस विमान से अमेरिका से लाया गया है उसने 4 फरवरी को उड़ान भरी थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट.
नतीजा

कुल मिलाकर, यह साफ है कि मुंह में मास्क बांधे और हाथ में हथकड़ी लगे विमान पर चढ़ रहे लोगों का वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है.


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