दावा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वायरल वीडियो में अशोक गहलोत एक मुस्लिम धार्मिक स्थल से मुस्लिम समाज के कुछ लोगों के साथ बाहर निकलते नज़र आ रहे हैं. उन्होंने बाकी लोगों की तरह पारंपरिक टोपी भी पहनी हुई है. इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर अशोक गहलोत पर निशाना साधा जा रहा है. फेसबुक यूज़र
संजीव झा ने वायरल वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है-
"जुम्मे की नमाज़ पढ़ने के बाद मस्जिद से बाहर निकले अशोक गहलोत. ये हिन्दू है."
जुम्मे की नमाज पढ़ने के बाद मस्जिद से बाहर निकले अशोक गहलोत.ये हिन्दू है।👇👇 Posted by Sanjiv Jha on Friday, 4 June 2021
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आर्काइव) ट्विटर यूज़र
शैलेन्द्र प्रताप ने भी वायरल वीडियो ट्वीट करते हुए यही कैप्शन लिखा है.
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आर्काइव) इसी तरह के तमाम दावे इस वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हैं.
पड़ताल
'दी लल्लनटॉप' ने वायरल वीडियो की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक निकला. वायरल वीडियो जनवरी 2019 का है जब अशोक गहलोत राजस्थान के डूंगरपुर जिले में पीर फखरुद्दीन की दरगाह पर गए थे. कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें '
' चैनल के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल की एक रिपोर्ट मिली. 28 जनवरी 2019 को अपलोड किए गए इस वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक़, राजस्थान के मुख्यमंत्री 28 जनवरी को राजस्थान के डूंगरपुर जिले के गलियाकोट गए थे. यहां उन्होंने ओरी माता के मंदिर में पूजा की थी. इसके बाद वो पीर फखरुद्दीन बाबा की दरगाह पर भी ज़ियारत करने पहुंचे थे. ये दरगाह मुस्लिमों के बोरा समुदाय का एक बड़ा धार्मिक केंद्र माना जाता है. वायरल वीडियो इसी दरगाह से बाहर निकलते समय का है. इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन में भी हिस्सा लिया था.
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) अशोक गहलोत का वायरल वीडियो हमें एक और यूट्यूब चैनल '
' पर भी मिला. 28 जनवरी 2019 को ही अपलोड किए गए इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक़, अशोक गहलोत ने गलियाकोट में सईद फखरुद्दीन बाबा की मजार पर पहुंच कर ज़ियारत की और उन्हें श्रद्धांजलि दी.
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) अशोक गहलोत के
ऑफिशियल वेबसाइट पर भी उनके डूंगरपुर जिले के इस दौरे की जानकारी दी गई है. वेबसाइट पर बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर में शीतला माता मंदिर और पीर फखरुद्दीन दरगाह में दर्शन किए.(
आर्काइव)
नतीजा
हमारी पड़ताल में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मस्जिद में नमाज पढ़ने का दावा करता वायरल वीडियो भ्रामक निकला. गहलोत के जिस वीडियो को मस्जिद में नमाज़ पढ़ने के नाम पर वायरल किया जा रहा है, वो असल में 28 जनवरी 2019 का है, जब वो पीर फखरुद्दीन बाबा के दरगाह पर ज़ियारत करने पहुंचे थे. उस दिन गहलोत शीतला माता मंदिर भी गए थे.
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