डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. राष्ट्रपति चुनाव में बहुमत का आंकड़ा पार करने के बाद ट्रंप को दुनियाभर से बधाइयां मिल रही हैं. पीएम नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत कई राष्ट्रध्यक्षों ने डॉनल्ड को बधाई संदेश भेजे हैं. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग की तरफ से भी ट्रंप के लिए बधाई संदेश भेजा गया है. लेकिन इस लेटर में शेख हसीना को ‘प्रधानमंत्री’ बताया गया है. उसके आगे 'पूर्व' नहीं लिखा है.
बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस ने ट्रंप को 'मसीहा' कहा? संदेश पढ़कर वे माथा पीट लेंगे
इस बीच सोशल मीडिया पर एक और कथित बधाई संदेश शेयर किया जा रहा है. यह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के हवाले से वायरल है. दावा किया जा रहा कि मोहम्मद यूनुस ने डॉनल्ड ट्रंप को जीत के बाद ‘मसीहा’ बताया है.
इस बीच सोशल मीडिया पर एक और कथित बधाई संदेश शेयर किया जा रहा है. यह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के हवाले से वायरल है. दावा किया जा रहा कि मोहम्मद यूनुस ने डॉनल्ड ट्रंप को जीत के बाद ‘मसीहा’ बताया है. पहले जान लेते हैं कि वायरल पोस्ट में लिखा क्या है,
“मैं अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने पर डॉनल्ड ट्रंप को बधाई देता हूं. चुने गए राष्ट्रपति ट्रंप वह मसीहा हैं जिसका हम सभी इंतजार कर रहे थे. वह मानवता के लिए नए विचारों की शुरुआत करेंगे और उसे नए स्तर पर ले जाएंगे. सच कहें तो, मैं 2016 से उनका गुप्त प्रशंसक रहा हूं. फिर से राष्ट्रपति ट्रंप को मेरे और उनके बीच मधुर संबंधों के लिए हार्दिक शुभकामनाएं.”
इस पोस्ट को कई यूजर्स ने शेयर किया है जिनके पोस्ट आप नीचे देख सकते हैं. इन्हीं में से एक हैं सिलचर से पूर्व बीजेपी सांसद डॉ राजदीप रॉय. उन्होंने भी अपने फेसबुक पोस्ट से वायरल संदेश को शेयर किया है.
पड़तालक्या है वायरल पोस्ट की सच्चाई? क्या मोहम्मद यूनुस ने ट्रंप को ‘मसीहा’ और खुद को उनका ‘गुप्त प्रशंसक’ बताया है? सच्चाई जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड सर्च किए. हमें बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के आधिकारिक हैंडल से 6 नवंबर, 2024 को किया गया पोस्ट मिला. इसमें ट्रंप की जीत पर बधाई संदेश दिया गया है. लेकिन इस संदेश में ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा कि वायरल पोस्ट में लिखा है.
आधिकारिक हैंडल से किए गए पोस्ट में बांग्लादेश की सरकार और जनता की ओर से डॉनल्ड ट्रंप को जीत की बधाई दी गई है. साथ ही लिखा गया है कि ट्रंप के पिछले कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के आपसी संबंधों में विस्तार हुआ है. इसके अलावा पत्र में दोनों देशों के बीच साझेदारी की नई दिशा तलाशने और आपसी सहयोग को विस्तार देने के बारे में लिखा है.
हमें बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के किसी भी आधिकारिक अकाउंट से ऐसा कोई पोस्ट नहीं मिला, जिसमें ट्रंप को ‘मसीहा’ बताया गया हो. बांग्लादेशी मीडिया की तरफ से भी ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें ट्रंप को मसीहा बताए जाने की बात लिखी हो.
इसके अलावा वायरल पोस्ट और असल पोस्ट को ध्यान से देखने पर अंतर साफ समझ आ जाता है. असल पोस्ट में मौजूद लेटर बाकायदा तय फॉर्मैट में लिखा गया है. जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति को माननीय कहकर संबोधित किया गया है, साथ ही मोहम्मद यूनुस के हस्ताक्षर से ऊपर ‘आज्ञाकारी’ लिखा है जोकि आमतौर पर एक ढंग के लेटर में लिखा होता है.
नतीजाहमारी पड़ताल में साफ है कि बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के हवाले से एक फर्जी लेटर को शेयर करके भ्रम फैलाया गया है. उन्होंने डॉनल्ड ट्रंप को मसीहा नहीं बताया है.
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वीडियो: जीत के बाद ट्रंप की रैली में लगे 'मोदी-मोदी' के नारे! वायरल वीडियो के फैक्ट चेक में कुछ और ही निकला