हरिशंकर परसाई का एक व्यंग है. शीर्षक है ''एक गोभक्त से भेंट''. जिन्होंने भी उनकी किताब 'निठल्ले की डायरी' पढ़ी होगी, वो इस चैप्टर से वाकिफ़ होंगे. इस कहानी में गाय पर चर्चा हो रही है. चाय पर नहीं, गाय पर. जहां स्वामी जी गाय का गुणगान बताते हुए कहते हैं, "बच्चा, दूसरे देशों की बात छोड़ो. हम उनसे बहुत ऊंचे हैं. देवता इसीलिए सिर्फ हमारे यहां अवतार लेते हैं. दूसरे देशों में गाय दूध के उपयोग के लिए होती है, हमारे यहां वह दंगा करने, आंदोलन करने के लिए होती है. हमारी गाय और गायों से भिन्न है.''
आप सोच सकते हैं कि अचानक से ये हरिशंकर परसाई की कथा क्यों सुना रहे हैं. तो सुनिए, एक फिल्म आ रही है. नाम है उसका 'Holy Cow' यानी 'पवित्र गाय'. इसका ट्रेलर आज रिलीज़ हुआ है. देखिए वीडियो.