'भूल भुलैया 3' फिल्म की बुनियाद इतनी मजबूत नहीं है, जिस पर वो क्लाइमैक्स खड़ा हो सके. 'भूल भुलैया 3' अपनी फ्रेंचाइजी की सबसे कमज़ोर फिल्म है. मगर इसका क्लाइमैक्स तीनों पार्ट्स से बेहतर और अप्रत्याशित है. इसे यूं भी देखा जा सकता है कि 'स्त्री' ने जिस विमर्श को जन्म दिया. 'भूल भुलैया 3' स्पिरिचुअल सीक्वल है. यानी तीनों फिल्मों की कहानियां एक-दूसरे से जुड़ी हुईं नहीं हैं. कहानी शुरू होती है कलकत्ते से. यहां रूहान उर्फ रूह बाबा नाम का एक ढोंगी बाबा, जो भूतों को भगाने का दावा करता है. उसको पता है कि वो झूठा है. ऐसे में एक दिन मीरा नाम की राजकुमारी उसे अपने गांव रक्त घाट ले जाती है. मीरा के परिवार वालों को लगता है कि उनकी हवेली में एक मंजुलिका नाम की भूतनी कैद है. मूवी के बारे में अधिक जानने के लिए देखें वीडियो.