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नेशनल अवॉर्ड पाने वाली फिल्मों को कहां देख सकते हैं? ठिकाना जान लीजिए

जानिए नेशनल अवॉर्ड पाने वाली कुछ चुनिंदा फिल्मों और उन्हें देखे जा सकने वाले पते के बारे में.

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फिल्में अलग-अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर स्ट्रीम हो रही हैं

68वें नेशनल अवॉर्ड अनाउंस हो चुके हैं. अवॉर्डीज़ मगन हैं. बधाइयों का तांता लगा हुआ है. इन सबके बीच कई नई और रीजनल फिल्मों के नाम सुनने को मिल रहे हैं. जनता उन फिल्मों का पता ढूंढ रही है और जानना चाह रही है कि फिल्म में ऐसा क्या है कि उसे भारत का सबसे बड़ा अवॉर्ड मिल गया. यदि आपके भी कुछ ऐसे ही सवाल हैं, तो उनके जवाब इसी पते पर मिलेंगे. पर उससे पहले नेशनल अवार्ड पाने वालों की पूरी लिस्ट यहां क्लिक करके जान लीजिए. चलिए शुरू करते हैं खेला और बात करते हैं नेशनल अवॉर्ड पाने वाली कुछ चुनिंदा फिल्मों के बारे में.

1. सूराराई पोट्रू 

बेस्ट फीचर फिल्म 
बेस्ट एक्टर (फीमेल): विजेता: अपर्णा बालामुरली 
बेस्ट एक्टर (मेल): सूर्या
बेस्ट स्क्रीनप्ले (ओरिजिनल): शालिनी ऊषा नायर और सुधा कोंगरा 
बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन (बैकग्राउंड स्कोर): जी वी प्रकाश कुमार

सूराराई पोट्रू 

'सूराराई पोट्रू' एक तमिल फिल्म है. इसने बेस्ट फिल्म और बेस्ट स्क्रीनप्ले समेत 68वें नेशनल अवॉर्ड की अलग-अलग पाँच मेजर कैटेगरीज़ में बाजी मारी. 'सुराराई पोट्रू' की कहानी सिंपली फ्लाई डेक्कन के फाउंडर जी.आर. गोपीनाथ की स्टोरी पर बेस्ड है. ये एक नेदुमारन रजंगम की कहानी है, जिसे उसके दोस्त मारा कहके पुकारते हैं. मारा इंडियन एयरफोर्स में कैप्टन रह चुका है. अब उसका सपना एक सस्ती एयरलाइंस बनाने का है. जिसमें आम आदमी कम पैसे में यात्रा कर सके. इस सपने के लिए उसकी प्रेरणा जैज़ एयरलाइंस के मालिक परेश गोस्वामी हैं, जिन्होंने अपने दम पर एक एयरलाइन खड़ी की है.

कहां देखें: अमेजन प्राइम वीडियो 

2. एके अय्यपणम कोशियुम

बेस्ट डायरेक्टर: सच्चिदानंदन के.आर. 
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर (मेल): बीजू मेनन 
बेस्ट एक्शन डायरेक्शन: राजसेखर, माफिया ससि और सुप्रीम सुंदर
बेस्ट प्लेबैक सिंगर: ननचम्मा

एके अय्यपणम कोशियुम

'अयप्पणम कोशियुम' भी एक मलयालम ऐक्शन-थ्रिलर फिल्म है. इसके लिए सच्चिदानंदन के. आर. को बेस्ट डायरेक्टर और बीजू मेनन को बेस्ट सपोर्टिंग ऐक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला है. ये एक सीनियर पुलिस ऑफिसर अय्यपण और कोशी के बीच हुए क्लैश के इर्दगिर्द घूमती है. अयप्पण एक सिद्धांतवादी पुलिस वाला है और दूसरी ओर कोशी आर्मी का रिटायर्ड हवलदार है. साथ ही राजनीतिक रूप से वेल कनेक्टेड है. वो अपने ड्राइवर के साथ ऊटी जा रहा है. उसने शराब पी रखी है और बैकसीट पर शराब रखी भी है. कहानी में ट्विस्ट तब पैदा होता है, जब कोशी को अयप्पण मिलता है और दोनों का ईगो क्लैश करता है.  

कहां देखें: अमेजन प्राइम वीडियो 

3. तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर

बेस्ट एक्टर (मेल): अजय देवगन   

अवॉर्ड फॉर बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होलसम एंटरटेनमेंट

बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर: नचिकेत बर्वे और महेश शेरला

तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर

'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' के लिए अजय देवगन को सूर्या के साथ बेस्ट ऐक्टर समेत दो नेशनल अवॉर्ड मिले हैं. ये एक पीरियड मूवी है. ‘तान्हाजी’ कहानी है एक युद्ध और उससे जुड़ी तैयारी की. युद्ध, जो 04 फरवरी, 1670 को लड़ा गया. युद्ध, जो शिवाजी महाराज के दाहिने हाथ ‘तान्हाजी’ और आलमगीर (औरंगज़ेब) के दाहिने हाथ उदयभान के बीच है. युद्ध, जो मराठा, कोंढाणा के ‘स्वराज’ के लिए लड़ रहे हैं.

कहां देखें: हॉटस्टार 

4. सिवरंजनीयुम इन्नुम सीला पेगल्लम 

बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर (फीमेल): लक्ष्मी प्रिया चंद्रामौली
बेस्ट एडिटिंग: ए.श्रीकर प्रसाद
बेस्ट तमिल फिल्म

सिवरंजनीयुम इन्नुम सीला पेगल्लम 

वसंत साई के डायरेक्शन में बनी ये एक तमिल फ़िल्म है. इसे बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस समेत तीन कैटेगरीज़ में नेशनल अवॉर्ड मिले हैं. ये वुमन सेन्ट्रीक तीन कहानियों की एंथोलॉजी है. इस फ़िल्म की खास बात है कि इसमें किसी तरह का बैकग्राउन्ड स्कोर नहीं है.

कहां देखें: सोनीलिव 

5. मंडेला 

इंदिरा गांधी अवॉर्ड फॉर बेस्ट डेब्यू फिल्म ऑफ अ डायरेक्टर  

मंडेला

मडोन अश्विन की तमिल फिल्म ‘मंडेला’ को बेस्ट डेब्यू का नेशनल अवॉर्ड मिला है. ये एक पॉलिटिकल सटायर फ़िल्म है, जहां लोकल इलेक्शन में बाल काटने वाले व्यक्ति का वोट डिसाइसिव हो जाता है. पूरी फिल्म यही है कि वो व्यक्ति, जिसका किरदार योगी बाबू ने निभाया है, किसे वोट देकर विजेता बनाता है.

कहां देखें: नेटफ्लिक्स

6. तलेडण्डा

बेस्ट फिल्म ऑन एनवायरनमेंट कंज़र्वेशन/प्रीज़र्वेशन

तलेडण्डा

तलेडण्डा एक कन्नड फिल्म है. इसे बेस्ट एनवायरनमेंट कंज़र्वेशन फिल्म का नेशनल अवॉर्ड जीता है. ये कुन्ने गौड़ा नामक आदिवासी की कहानी है. वो मानसिक रूप से बीमार है. उसे प्रकृति से प्रेम है और पेड़-पौधे वो पसंद करता है. गौड़ा उस अथॉरिटीज के खिलाफ प्रोटेस्ट करना शुरू करता है, जो आधुनिकीकरण के नाम पर पेड़ काटने आते हैं.

कहां देखें: ज़ी5 

7. तुलसीदास जूनियर 

बेस्ट हिंदी फिल्म

तुलसीदास जूनियर 

तुलसीदास एक स्नूकर खिलाड़ी है, जो ‘केवल अपने बेटे के लिए खेलता है’. लेकिन एक टूर्नामेंट में तुलसीदास अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी से हार जाता है. उसका बेटा जूनियर तुलसीदास अपने पिता के सपने को पूरा करने का फैसला करता है. वो ये सपना कैसे पूरा करता है. पूरी फिल्म इसी के इर्दगिर्द है.

कहां देखें: नेटफ्लिक्स 

8. कलर फोटो 

बेस्ट तेलुगू फिल्म

कलर फोटो 

तेलुगू फिल्म 'कलर फोटो' दो इंजीनियरिंग स्टूडेंट दीप्ति और जयकृष्णा की कहानी है. उन्हें एक-दूसरे से प्रेम हो जाता है. पर उनके सामने मुश्किल ये खड़ी होती है कि दीप्ति का भाई इस रिश्ते के खिलाफ होता है. फिल्म की कहानी 1990 के आसपास सेट है.

कहां देखें: अहा

9. थिंगलाएचा निश्चयम (इंगेजमेंट इज़ ऑन मंडे) 

बेस्ट मलयालम फिल्म

थिंगलाएचा निश्चयम

'थिंगलाएचा निश्चयम' एक मलयालम कॉमेडी ड्रामा फिल्म है. इसे सेन्ना हेगड़े ने लिखा और डायरेक्ट किया है. ये उत्तरी केरल के एक छोटे कस्बे की कहानी है. जो विजयन की दूसरी बेटी की इंगेजमेंट के इर्दगिर्द घटती है.  

कहां देखें:  सोनीलिव

10. नाट्यम

बेस्ट मेक-अप आर्टिस्ट: टी वी रामबाबू
बेस्ट कोरियोग्राफी: संध्या राजू

नाट्यम

नाट्यम एक तेलुगू फिल्म है. ये एक प्राचीन गांव की कहानी है. जहां डांस की सच्ची कला धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है. इसी कला को बचाने के लिए एक क्लासिकल डांसर सितारा गांव में डांस प्ले का आयोजन कराती है.

कहां देखें: अमेजन प्राइम वीडियो

11. कप्पेला(चैपल)

बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन

कप्पेला

ये एक मलयालम फिल्म है, जो एक महिला की कहानी है. वो गलती से एक फोन डायल करती है और फोन के उस पार मौजूद शख्स से उसे प्रेम हो जाता है. जब वो उससे मिलने उसके शहर जाती है, तो वहां एक अजनबी शख्स रॉय उसकी ज़िंदगी में प्रवेश करता है.

कहां देखें: नेटफ्लिक्स

12. जून

स्पेशल जूरी मेंशन

जून

जून एक मराठी फिल्म है. जो राइटर निखिल महाजन के बचपन में देखी गई एक सच्ची घटना पर आधारित है. ये दो ऐसे परेशान लोगों की कहानी है, जो एक दूसरे को हील करने में मदद करते हैं.

कहां देखें: प्लैनेट (मराठी ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म)

13. अला वैकुंठपुरामुलो

बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन(सॉन्ग): थमन एस

अला वैकुंठपुरामुलो

तेलुगू 'अला वैकुंठपुरामुलो' बंटू की कहानी है. जो पिता के ताने सुन-सुनकर बड़ा हुआ है. हालाँकि, जब उसे अपने असली मां-बाप के बारे में पता चलता है, तो वो उस परिवार में अपने लिए जगह बनाने की ठानता है. फिल्म में बंटू का किरदार अल्लु अर्जुन ने निभाया है.

कहां देखें: नेटफ्लिक्स 

14. मालिक

बेस्ट ऑडियोग्राफी (फाइनल मिक्स्ड ट्रैक के री-रिकॉर्डिस्ट) विष्णु गोविंद और श्री शंकर

मालिक

मालिक एक मलयालम फिल्म है. ‘मालिक’ कहानी है 6 साल की उम्र में मौत के मुंह से लौटकर आए बच्चे और उसके गांव रामदापल्ली के गांव के बारे में. इस गांव में मुसलमान और क्रिश्चन दोनों रहते हैं. बाहरी बहकावे की वजह से गांव में धर्म की राजनीति शुरू हो जाती है. बात सामप्रदायिक दंगे से होते हुए इक्का के घर तक पहुंच जाती है. और अल्टीमेटली इन सब झमेलों का शिकार खुद इक्का बन जाता है. इसमें इक्का का रोल फहद फ़ाज़िल ने निभाया है.

कहां देखें: अमेजन प्राइम वीडियो

15 .फ्यूनरल

बेस्ट फिल्म ऑन सोशल इश्यूज़ 

फ्यूनरल

फ्यूनरल एक मराठी फिल्म है. इसे बेस्ट सोशल इश्यू फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला है. फिल्म की कहानी चार दोस्तों के इर्दगिर्द घूमती है. उनकी ज़िंदगी में मोड तब आता है जब उनमें से एक अंतिम संस्कार के मैनेजमेंट का बिजनेस शुरू करता है. हीरा नए-नए और यूनीक तरीके लेकर आता है, जिसके ज़रिए लोग जानेवाले को अच्छी विदाई दे सकें.

कहां देखें: अभी किसी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध नहीं है

16. अविजात्रिक (द वांडरलस्ट ऑफ अपु)

बेस्ट बंगाली फ़िल्म
बेस्ट सिनेमैटोग्राफी: सुप्रतिम भोल

अविजात्रिक 

'अविजात्रिक' एक बंगाली फिल्म है. इसे दो कैटेगरीज़ बेस्ट सिनेमैटोग्राफी और बेस्ट बंगाली फिल्म में नेशनल अवॉर्ड मिले हैं. ये अपु की कहानी है. वो सेल्फ ग्रोथ और आत्मिक यात्रा से ज़्यादा बाहरी दुनिया को एक्सप्लोर करने की इच्छा रखता है.

कहां देखें: अभी किसी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध नहीं है

17 . गोष्ट एका पैठणीची (टेल ऑफ ए पैठणी)

बेस्ट मराठी फिल्म

गोष्ट एका पैठणीची

गोष्ट एका पैठणीची शांतनु गणेश द्वारा निर्देशित एक मराठी फिल्म है. ये एक गरीब परिवार की कहानी है. उन्हें एक पैठणी साड़ी खरीदनी है. इसके लिए वो जो जतन करते हैं, फ़िल्म उसी की स्टोरी है. फिल्म मावीय भावनाओं और वैल्यूज के साथ डील करती है.

कहां देखें: अभी किसी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध नहीं है 

18. डोल्लू 

बेस्ट कन्नड़ फिल्म

डोल्लू 

कन्नड़ फिल्म 'डोल्लू' की कहानी ऐसे ही एक डोल्लू कुनिथा ग्रुप के बारे में है, जो बिखर जाता है. क्योंकि उसे एक पुरानी प्रथा को फॉलो करने वाला ग्रुप माना जाने लगता है. डांस ग्रुप के बिखरने की वजह से उस साल वो डांस वाला इवेंट नहीं हो पाता. ऐसे में फिल्म का नायक इस डांस प्रथा को दोबारा शुरू करने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा देता है. 

कहां देखें: अभी किसी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध नहीं है 

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इस फिल्ममेकर की लगभग सभी फिल्मों को नेशनल अवॉर्ड मिला है