16 जुलाई, 1984. हॉन्ग कॉन्ग में एक लड़की का जन्म हुआ. उपनाम में Turquotte लिखा गया. उस लड़की का बचपन मुश्किलों में बीता, जिसे कई साल बाद इंडियन मीडिया खोदकर निकालने वाला था. पेरेंट्स अलग हो गए. पिता ने अमेरिका जाकर अपने आठ बच्चों के संपर्क में रहना ज़रूरी नहीं समझा. घर चलाने की ज़िम्मेदारी अकेली मां पर आन पड़ी. मां समाज के लिए काम करतीं. चैरिटी के लिए अलग-अलग देशों में सफर करना होता. अपने सभी बच्चों को लेकर चीन, जापान, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड और पूर्वी यूरोप के देशों में जाना पड़ता. एक मां और समाज सुधारक की भूमिका उन्होंने रजकर निभाई.
कहानी कटरीना कैफ की, जिन्हें डायरेक्टर ने रुलाया और उसकी पिटाई हो गई
कटरीना की पहली फिल्म का डायरेक्टर गुस्से में अनाप-शनाप बकता. एक बार असिस्टेंट ने गुस्सा होकर डायरेक्टर की ही पिटाई कर डाली.
17 साल की उम्र में हॉन्ग कॉन्ग में जन्मी उनकी बेटी इंडिया आ गई. अपनी पहली फिल्म में काम किया. बुरी तरह फ्लॉप हुई. लोगों की डांट-गालियां सब सुनी. हीरो ने फिल्म से बाहर निकलवा दिया. हताश हुई. हथेली में चेहरा छिपाकर खूब रोई. लेकिन वो चेहरा बस उन हाथों के पीछे छिपा नहीं रह गया. वो चेहरा उठा अपनी पूरी चमक के साथ. खुद की खामियों पर निरंतर काम किया. लोगों के हाथ उस लड़की के जयकारों में उठे. साल 2002 में इंडिया आई लड़की को लगा था कि इस देश और फिल्म इंडस्ट्री में उसका कुछ नहीं होगा. आज वो इस देश की सबसे बड़ी सुपरस्टार्स में से है. शाहरुख, सलमान, अक्षय और आमिर समेत तमाम बड़े स्टार्स के साथ काम किया. उसकी मां ने अपनी चैरिटी का काम जारी रखा. वो मदुरै में 300 से ज़्यादा ज़रूरतमंद बच्चों की शिक्षा पर काम कर रही हैं. उनकी बेटी ने परिवार को सपोर्ट करने के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ दी. खुद को इतना निखारा कि अपने किस्म की इकलौती शख्स बन गईं. एक वक्त पर हिंदी समझ नहीं आती थी और आज देवनागरी में स्क्रिप्ट मांगती हैं. नोरा फतेही, जैकलिन फर्नांडीज़ जैसे कलाकारों के लिए रास्ता खोला. उस 17 साल की दिशाहीन लड़की को हम कटरीना कैफ के नाम से जानते हैं.
# डायरेक्टर ने कटरीना को रुलाया और पिटाई हो गई
कटरीना ने साल 1998 में मॉडलिंग करना शुरू कर दिया था. तब उनकी उम्र 14 साल थी. मॉडलिंग का रास्ता उन्हें अपनी पहली फिल्म तक ले गया. कैज़ाद गुस्ताद ‘बूम’ नाम की फिल्म बना रहे थे. कहानी तीन मॉडल्स की थी, जो अंडरवर्ल्ड के चक्कर में फंस जाती हैं. अमिताभ बच्चन, जैकी श्रॉफ और गुलशन ग्रोवर जैसे नाम फिल्म से जुड़े हुए थे. कटरीना को अपना पहला ब्रेक चाहिए था. यही सोचकर उन्होंने ये फिल्म साइन कर ली. उस वक्त इस बात से अनजान थीं कि इसके निशान उन्हें भविष्य में डराने के लिए भी लौटेंगे. फिल्म में कटरीना को सिर्फ ग्लैमर और उनकी सेक्स अपील के लिए इस्तेमाल किया गया.
‘बूम’ रिलीज़ हुई और बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी. मीडिया ने अमिताभ बच्चन और गुलशन ग्रोवर की बुरी तरह आलोचना की. फिल्म को मिले रिसेप्शन ने कटरीना का दिल तोड़ दिया. पढ़ने को मिलता है कि शूटिंग का अनुभव भी उनके लिए सुखद नहीं था. कावेरी बमज़ई लिखती हैं कि गुस्ताद ‘बूम’ के सेट पर कटरीना के साथ बुरी तरह बदतमीज़ी करते. उन्हें गालियां देते. कटरीना ये सुनकर घबरा जातीं. रोने लगतीं. इस रवैये की वजह से ‘बूम’ के फर्स्ट असिस्टेंट डायरेक्टर अपूर्व लाखिया ने दो मौकों पर कैज़ाद को पीट भी दिया था. हालांकि कैज़ाद के हिस्से की कहानी बिल्कुल अलग है. वो अपने इंटरव्यूज़ में कटरीना की खुलकर तारीफ करते हैं. उनका कहना है कि मुझे पता था कि ये लड़की स्टार बनेगी. उन्होंने ये घोषणा भी कर डाली कि कटरीना को कैफ नाम उन्होंने ही दिया था. उनके मुताबिक केके उनके लिए लकी है. इस वजह से उन्होंने कटरीना Turquotte का नाम कटरीना कैफ करवा दिया.
# हिंदी नहीं आने पर फिल्म से निकाल दिया
‘बूम’ के बाद जैकी श्रॉफ ने कटरीना को सुभाष घई से मिलने के लिए कहा. लेकिन वहां बात नहीं बनी. सुभाष घई को लगा कि कटरीना बहुत लंबी हैं और अंग्रेज़ हैं. हिंदी फिल्मों में उन्हें काम नहीं मिल रहा था. उन्होंने मॉडलिंग पर फोकस करना शुरू किया. किंगफिशर कैलेंडर और लेक्मे जैसे ब्रांड्स के लिए शूट किया. हिंदी फिल्मों में काम अपनी ओर ना आता देख उन्होंने साउथ का रुख किया. वहां कुछ फिल्में की. इसी दौरान वो ताज लैंड्स एंड की कॉफी शॉप में कॉफी पीने पहुंची. वहां प्रोड्यूसर मुकेश भट्ट की नज़र उन पर पड़ी. उन्हें लगा कि इस नई लड़की में कुछ बात है. उन्होंने अपनी फिल्म ‘साया’ ऑफर कर डाली.
अनुराग बासु इस फिल्म को बनाने वाले थे. लीड में कटरीना के सामने जॉन अब्राहम थे. फिल्म का पहला शॉट लिया गया. वही कटरीना का आखिरी शॉट बन गया. उन्हें फिल्म से निकाल दिया गया. मेकर्स का कहना था कि कटरीना को बिल्कुल भी हिंदी समझ नहीं आ रही थी. इसलिए उनकी जगह तारा शर्मा को लाया गया. कहानी कुछ साल आगे बढ़ी. साल 2009. कटरीना नामी स्टार बन चुकी थीं. सलमान खान ने ‘आप की अदालत’ के एक एपिसोड में बताया कि ‘साया’ से निकाले जाने के बाद कटरीना तीन दिनों तक रोती रहीं. उन्हें लगा कि उनका करियर चौपट हो गया. उनका मानना था कि जॉन अब्राहम ने उन्हें निकलवाया है.
अब उन्हें कबीर खान की ‘न्यूयॉर्क’ ऑफर हुई. सलमान के मुताबिक कटरीना ने उन्हें बताया कि इस फिल्म में जॉन भी होंगे. तब सलमान ने सलाह दी कि तुम आज इस पोज़िशन में हो कि उसे फिल्म से निकलवा सको. लेकिन वो सही नहीं होगा. अपना दिल बड़ा रखो. ‘न्यूयॉर्क’ कटरीना के करियर की सबसे दमदार फिल्मों में शामिल हुई.
# बॉलीवुड के सबसे महंगे गाने की कहानी
कटरीना कैफ के करियर को चमकाने में दो आदमियों का बड़ा रोल रहा – अक्षय कुमार और सलमान खान. अक्षय ने कटरीना के साथ ‘नमस्ते लंडन’, ‘हमको दीवाना कर गए’, ‘दे दना दन’, ‘तीस मार खां’ और ‘सूर्यवंशी’ जैसी फिल्में की. बताया जाता है कि कटरीना के शुरुआती दिनों में अक्षय ने कई प्रोड्यूसर्स को कटरीना का नाम रिकमेंड किया. कुछ ऐसा ही सलमान ने भी किया. सलमान ने उन्हें साल 2004 में ही कह दिया था कि तुम एक दिन यशराज की हीरोइन बनोगी. तब कटरीना को ये बातें हवा-हवाई लगी.
सलमान ने बहुत आगे का सोचकर ऐसा कहा था. YRF ने पहले कटरीना के साथ ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ और ‘न्यू यॉर्क’ बनाई. फिर उन्हें शाहरुख के साथ ‘जब तक है जान’ में साइन किया गया. उसी के अगले साल आई ‘धूम 3’. आमिर का डबल रोल था. उनके साथ कटरीना ने ‘मलंग’ नाम का गाना शूट किया. ये उस समय का बॉलीवुड का सबसे महंगा गाना था. गाने को बनाने में मेकर्स ने पांच करोड़ रुपया झोंक दिया. 200 से ज़्यादा कलाकारों ने साथ मिलकर काम किया. सेट बनाने में दो महीने लग गए. ‘धूम 3’ को भले ही क्रिटिक्स का प्यार नहीं मिला. लेकिन फिल्म ने अच्छी खासी कमाई कर ली थी. YRF और कटरीना की साझेदारी को आगे बढ़ाया ‘एक था टाइगर’ ने. उसे नई बुलंदी दी ‘टाइगर ज़िंदा है’ ने. अब ‘टाइगर 3’ में कटरीना तोडू एक्शन करती नज़र आ रही हैं. फिल्म में भी उनके हिस्से बड़े एक्शन पीस हैं.
वीडियो: 'टाइगर 3' के 'रुआं' सॉन्ग में कहानी का अहम हिस्सा है, जो कटरीना कैफ से जुड़ा है!