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पीयूष मिश्रा का क्रेडिट डायरेक्टर खा गया, वो पेट्रोल की बोतल लेकर ऑफिस पहुंचे और टेबल पर छिड़क दिया

पीयूष मिश्रा ने कभी पब्लिक्ली उस डायरेक्टर का नाम नहीं बताया.

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पीयूष ने डायरेक्टली राजकुमार संतोषी का नाम नहीं लिया. लेकिन डॉट्स कनेक्ट करने पर आप समझ जाएंगे. फोटो - Cinestaan/स्क्रीनशॉट

एक डायरेक्टर था. उनके ऑफिस से पीयूष मिश्रा को गया कॉल. संदेश छोड़ गया कि हम चाहते हैं आप हमारे लिए एक फिल्म लिखें. कहानी आज़ादी से पहले की होगी. नब्बे का दशक खत्म होने को था. पीयूष अपना बैग उठाकर मुंबई पहुंच गए. डायरेक्टर से मिले. फिल्म लिखना शुरू कर दिया. वो अपनी किताब ‘तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा’ में बताते हैं कि उनकी राइटिंग डायरेक्टर को पसंद भी आ रही थी. लेकिन कुछ समय बाद फिल्म पर काम रुक गया. पीयूष को बताया गया कि ये फिल्म अभी के लिए रोक दी गई है. उन्हें जब सच पता चला तो दिमाग बौरा गया. उनकी लिखी फिल्म बन रही थी. लेकिन किसी और के नाम से. डायरेक्टर पीयूष मिश्रा का क्रेडिट खा गया था. 

हाल ही में पीयूष मिश्रा ‘द लल्लनटॉप’ के न्यूज़रूम में आए थे. उन्होंने वहां भी ये किस्सा साझा किया. पीयूष बताते हैं कि इस घटना के बाद वो विशाल भारद्वाज के ऑफिस में नसीरुद्दीन शाह से मिले. नसीर ने कहा कि तुम्हारा क्रेडिट तो गया. अब कुछ नहीं कर पाओगे. पीयूष अपनी ज़िद पर अड़े रहे. कि किसी भी हालत में क्रेडिट तो लेना ही है. उन्होंने आगे बताया,

मैंने पूरा हाफ टिकाया और उसके बाद मैं गया. अब तू बात कर. एक बोतल में पेट्रोल ले गया था. उसकी टेबल पर पेट्रोल छिड़का. माचिस ली और जला दी. मैंने कहा इसमें आग लगा दूंगा और खुद भी जल के मर जाऊंगा. अगर तूने मुझे क्रेडिट नहीं दिया तो. 

पीयूष बताते हैं कि ये करने के बाद उन्हें आधा क्रेडिट मिला. वो डायरेक्टर कौन था, फिल्म कौन-सी थी. इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा. ना ही अपनी किताब में ना ही इंटरव्यू में. लेकिन अगर उनके करियर को देखेंगे तो समझ जाएंगे कि वो डायरेक्टर राजकुमार संतोषी थे. फिल्म थी The Legend of Bhagat Singh. फिल्म में पीयूष मिश्रा को डायलॉग राइटर का क्रेडिट मिला था. उनके प्ले ‘गगन दमामा बाज्यो’ का भी शुक्रिया अदा किया गया. हालांकि, पीयूष मिश्रा ने कभी नहीं माना कि वो डायरेक्टर राजकुमार संतोषी थे.

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