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जब फिल्ममेकर्स ने अपनी फिल्मों के पिटने का ठीकरा जनता पर फोड़ा!

हाल ही में Jr. NTR ने Devara को मिले रिस्पॉन्स के लिए जनता को दोष दिया था. उनसे पहले Siddharth Anand और Mudassar Aziz जैसे फिल्ममेकर्स भी ऐसा कर चुके हैं.

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एक डायरेक्टर ने अपनी फिल्म न चलने की वजह को IPL से जोड़ दिया था.

पिछले महीने Jr. NTRकी फिल्म Devara रिलीज़ हुई थी. जूनियर एनटीआर 'देवरा' को मिले शुरुआती पब्लिक रिस्पॉन्स से खुश नहीं थे. उन्होंने कहा कि आज के टाइम में जनता बहुत ज़्यादा क्रिटिकल और एनालिटिकल हो गई है. यानी बहुत सारी चीज़ों में नुक्स निकालने लगी है. फिल्म को इंजॉय करने की जगह वो उनमें एनालिसिस करने लगी है.

इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में जूनियर एनटीआर ने कहा था,

एक दर्शक के तौर पर हम आज कल बहुत नेगेटिव हो गए हैं. हम अब फिल्मों को इंजॉय नहीं करते. मैं जब अपने बेटे को फिल्म देखते हुए देखता हूं तो पाता हूं, उसे इस चीज़ की कोई परवाह नहीं कि वो कौन सी फिल्म देख रहा है, किस एक्टर को देख रहे है, वो बस फिल्म को इंजॉय करता है. मुझे आश्चर्य होता है कि हम ऐसा क्यों नहीं करते?

जूनियर NTR की इस बात पर उन्हें बहुत ट्रोल किया गया. हालांकि वो ऐसे पहले शख्स नहीं है जिन्होंने अपनी फिल्म के न चलने का ठीकरा जनता पर फोड़ा हो. ऐसा करने वाले कुछ और फिल्ममेकर्स के बारे में बताते हैं. 

#1. खेल खेल में 

अक्षय कुमार की पिछली फिल्म ‘खेल खेल में’ सिनेमाघरों में नहीं चली. इसका सीधा क्लैश ‘वेदा’ और ‘स्त्री 2’ के साथ था. फिल्म की रिलीज़ के बाद डायरेक्टर मुदस्सर अज़ीज़ ने ज़ूम से बातचीत की. वहां उनसे फिल्म के न चलने का कारण पूछा गया. उनका जवाब था,  

मेरी बड़ी सीख ये रही है कि हमारी थिएटर जाने वाली, टिकट खरीदने वाली ऑडियंस का एक बड़ा हिस्सा 15-30 साल की उम्र के वर्ग में पड़ता है. ऑडियंस बहुत सारी चीज़ें देखकर टिकट खरीदती है, जिनका कई बार इस बात से वास्ता नहीं होता कि वो फिल्म को कितना इन्जॉय करने वाले हैं. फिल्म को किसी इवेंट की तरह होना चाहिए. फिल्म की क्वालिटी से पहले वो इवेंट आ जाता है. 

मुदस्सर से आगे पूछा गया कि क्या वो ‘खेल खेल में’ को किसी इवेंट फिल्म की तरह प्रस्तुत कर पाए. इस पर उन्होंने कहा,  

कहानी के चुनाव पर बात करते हैं, उसकी इकॉनमी पर बात करते हैं, ‘खेल खेल में’ जैसी फिल्म को समझने के लिए जो दिमाग की मैच्योरिटी चाहिए, उस पर बात करते हैं. मार्केटिंग और रिलीज़ डेट की बात ही क्यों करें? ‘खेल खेल में’ को देखने से पहले एक खास मेंटल इंटेलिजेंस, रिश्तों को लेकर एक खास समझ की ज़रूरत है. ये एक आउट एंड आउट एंटरटेनर नहीं है. ये रिश्तों, हमारी शादियों को लेकर सवाल पूछती है. 

मुदस्सर ने आगे कहा कि एक ऑडियंस मेम्बर किसी फिल्म की टिकट खरीदने से पहले ऐसे सभी पहलुओं के बारे में सोचता है.

#2. फाइटर 

हिंदी सिनेमा के लिए साल 2023 सिद्धार्थ आनंद की फिल्म ‘पठान’ से खुला था. वो बड़ी ब्लॉकबस्टर थी. शाहरुख खान की कमबैक मशीन साबित हुई. उसके बाद जनता ये जानने को उत्सुक थी कि सिद्धार्थ आनंद आगे क्या करने वाले हैं. ‘पठान’ के ठीक एक साल बाद उनकी अगली फिल्म ‘फाइटर’ रिलीज़ हुई. ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण और अनिल कपूर जैसे एक्टर्स को लेकर बनाई गई इस फिल्म से जनता कनेक्ट नहीं कर पाई. नतीजतन ये बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाई. रिलीज़ के बाद एक इंटरव्यू में उनसे फिल्म की कमज़ोर परफॉरमेंस की वजह पूछी गई. उन्होंने जो जवाब दिया उसने कई मीम वालों की मौज कर दी. सिद्धार्थ ने कहा,

हमारी देश की एक बड़ी आबादी, मैं कहूंगा कि 90% जनता ने प्लेन में सफर नहीं किया है. जो कभी एयरपोर्ट नहीं गए. तो वो कैसे समझेंगे कि फिल्म में क्या हो रहा है? ऐसा मेरा मानना है. 

सिद्धार्थ ने आगे कहा कि ऑडियंस हवाई एक्शन से पैदा होने वाले उत्साह को समझ नहीं पाई. इसलिए उन्हें ‘फाइटर’ बड़ी आम फिल्म लगी. 

#3. The GOAT

थलपति विजय की फिल्म The Greatest of All Time साल 2024 की सबसे बड़ी तमिल फिल्मों में से एक है. हालांकि ये तेलुगु और हिंदी बेल्ट में ऐसी छाप नहीं छोड़ सकी. फिल्म के डायरेक्टर वेंकट प्रभु ने इसकी वजह को IPL से जोड़ा. उन्होंने कहा कि आईपीएल में उनकी पसंदीदा टीम ही इस फिल्म के ना चलने का कारण बनी. इसी वजह से ये फिल्म नॉन-तमिलियन ऑडियंस के साथ कनेक्ट नहीं कर पाई. आगे कहा,   

इसी वजह से मुंबई इंडियन्स और रॉयल चैलेन्जर्स बैंगलुरू के फैन्स ने मुझे ट्रोल किया. हम सभी चेन्नई सुपरकिंग्स के फैन्स हैं. ये हमारे खून में है और हम इससे इंकार नहीं कर सकते. हो सकता है इस फिल्म में जो CSK का कनेक्शन है. इस वजह से तेलुगु और हिंदी ऑडियंस फिल्म से कनेक्ट नहीं कर पाए. मुझे नहीं लगता कि उन लोगों ने उस मोमेंट को इतना इंजॉय किया होगा जितना हम लोगों ने किया.

दरअसल The GOAT का क्लाइमैक्स MA Chidambaram Stadium में घटता है. वेंकेट ने इस लास्ट सीन में चेन्नई सुपरकिंग्स के कैप्टन महेन्द्र सिंह धोनी की तुलना थलपति विजय से की है. उन्होंने ये दिखाने की कोशिश की है कि धोनी अपनी फील्ड (क्रिकेट) के GOAT हैं और विजय अपनी फील्ड के. वेकेंट का मानना है कि शायद उनके इसी सीन की वजह से हिंदी और तेलुगु की जनता उन्हें ट्रोल करने लगी और फिल्म के खिलाफ हो गई. क्योंकि GOAT एक तमिल फिल्म है.

#4. लाल सिंह चड्ढा 

आमिर खान और करीना कपूर की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’, अमेरिकन क्लासिक फिल्म ‘फॉरेस्ट गम्प’ का हिंदी रीमेक थी. आमिर वाली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिटी. फिल्म की रिलीज़ से पहले करीना का एक इंटरव्यू बहुत वायरल हुआ. वहां बातचीत में उनसे पूछा गया कि लोग ‘फॉरेस्ट गम्प’ के रीमेक को क्यों देखेंगे. करीना ने इस पर बड़ा अटपटा जवाब दिया, कि आम जनता ने ‘फॉरेस्ट गम्प’ नहीं देखी होगी क्योंकि उसे एक खास तबके ने देखा था. करीना ने कहा,     

बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिन्होंने ‘फॉरेस्ट गम्प’ नहीं देखी, क्योंकि मासेज़ ने वो फिल्म नहीं देखी होगी. वो एक एलिटिस्ट किस्म की क्लासिस्ट फिल्म है. वो एक ऐसी फिल्म है जिसे आम जनता ने नहीं देखा है. वो ‘लाल सिंह चड्ढा’ को कहानी के लिए देखेंगे. वो ऐसा नहीं सोचेंगे कि ये ‘फॉरेस्ट गम्प’ का रीमेक है.       

करीना की राय के साथ जनता सहमत नहीं हुई. ‘लाल सिंह चड्ढा’ आई और उसके पिटने के पीछे बड़ी वजह थी कि ये एक अच्छा अडप्टैशन साबित नहीं हुई. हालांकि ओटीटी पर आने के बाद लोगों ने फिल्म को काफी सराहा था. 
  
           
 

वीडियो: 'देवरा' को मिले रिस्पॉन्स से खुश नहीं जूनियर NTR, दर्शकों पर निकाला गुस्सा