The Lallantop

'उड़ान' में पुलिस ऑफिसर कल्याणी बनीं कविता चौधरी का निधन

Kavita Chaudhary ने NSD से अपनी पढ़ाई की. उनके 'ललिता जी' वाले ऐड ने सर्फ की मार्केटिंग को कैसे बूस्ट किया. उसके बाद बना Udaan, जिसे इंडियन टेलिविज़न के यादगार शोज में से गिना जाता है.

post-main-image
कविता के सीरियल 'उड़ान' ने इंडियन टेलिविज़न की दशा-दिशा बदल दी थी.

दूरदर्शन के पॉपुलर शो Udaan में कल्याणी सिंह का किरदार निभा चुकीं Kavita Chaudhary का निधन हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीती 15 फरवरी को कार्डिएक अरेस्ट की वजह से उनकी डेथ हो गई. कविता लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थीं और उसी को लेकर उनका ट्रीटमेंट भी चल रहा था. 

कविता के निधन के बाद उनके साथी एक्टर्स और इंडस्ट्री के लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. कविता ने नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से पढ़ाई की थी. उसके बाद उन्हें सबसे बड़ा ब्रेक मिला एक ऐड से. हिंदुस्तान यूनीलीवर का सर्फ मार्केट में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहा था. उन्हें निरमा के ‘वॉशिंग पाउडर निरमा’ कैम्पेन से तगड़ी टक्कर मिल रही थी. साल 1984 में पहली बार भारत में ओलंपिक खेल टीवी पर प्रसारित होने वाले थे. उस दौरान ‘सर्फ’ ने अपना ऐड कैम्पेन लॉन्च किया. उनके ऐड में ‘ललिता जी’ नाम का किरदार नज़र आया जो मिडल क्लास महिला को दर्शाता था. कविता ने हई ‘ललिता जी’ का रोल किया था. ये ऐड खूब पॉपुलर हुआ. 

उसके बाद साल 1989 में आया ‘उड़ान’. 80 का दशक ख़त्म होते-होते भारतीय जनता को टेलीविज़न का चस्का लग चुका था. रामायण, महाभारत जैसे ग्रैंड सीरियल लोगों को टीवी महिमा से परिचित करा चुके थे. हालांकि टीवी अब भी इंडियन मिडल क्लास के लिए लग्ज़री आइटम ही था. ऐसा नहीं था कि घर-घर टीवी सेट रखे हुए हो. मोहल्ले में एक दो घर ही ऐसे होते थे जो टीवी अफोर्ड कर सकते थे. और उन्हीं घरों में शाम के वक़्त तमाम मोहल्ला इकट्ठा होता था. सामूहिक तौर पर देखे जाते थे सीरियल्स. उन्हीं दिनों एक सीरियल एयर होने लगा. नाम था 'उड़ान'.

'उड़ान'. एक महिला आईपीएस अफसर की कहानी. इस सीरियल के पीछे कविता चौधरी का हाथ था. कविता ने भारत की दूसरी महिला आईपीएस ऑफिसर और अपनी बहन कंचन चौधरी पर शो के लीड किरदार को आधारित किया. बहन ने बहन की ज़िंदगी पर सीरियल बनाया और खुद उसमें लीड रोल किया. सीरियल डायरेक्ट भी किया. बहुत जल्द 'उड़ान' लोगों का पसंदीदा सीरियल बन गया. एक संवेदनशील पुलिस अधिकारी को लोगों ने खूब पसंद किया. पुलिस से सदा त्रस्त जनता को किसी महिला पुलिस अफसर की दयालुता भा गई. कुछेक एपिसोड तो बहुत ही पसंद किए गए. इनमें वो मोहतरमा अपने मातहत कॉन्स्टेबल्स को पब्लिक के साथ रूडली पेश आने के लिए लताड़ती है. यहां तक कि जनता और मीडिया ने पुलिस को सलाह तक देना शुरू किया था कि जनता को ट्रीट करने का तरीका पुलिस को इस सीरियल से सीखना चाहिए. 'उड़ान' ने न सिर्फ तारीफ़ बटोरी बल्कि कहीं न कहीं उन बेशुमार लड़कियों के लिए नए रास्ते भी खोल दिए जो वर्दी वाले प्रोफेशन को सिर्फ मर्दों की मिल्कियत माने बैठी थीं.