बीती 13 सितंबर को Tumbbad को फिर से बड़े परदे पर रिलीज़ किया गया. साल 2018 में ओरिजनल रिलीज़ के वक्त फिल्म तगड़ी कमाई नहीं कर पाई थी. लेकिन अब पूरा सीन बदल गया. ‘तुम्बाड’ ने 21 सितंबर तक 18.98 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है. री-रिलीज़ से पहले फिल्म के प्रोड्यूसर और एक्टर Sohum Shah ने कई इंटरव्यूज़ दिए, जहां उन्होंने Tumbbad 2 भी अनाउंस कर डाली. ‘तुम्बाड’ को हमेशा से एक ट्रिलजी की तरह प्लान किया गया था. फिल्म के डायरेक्टर Rahi Anil Barve अपने कई पुराने इंटरव्यूज़ में ये बात बता चुके हैं. राही ने ये भी कहा था कि वो पहले पार्ट को बनाने में इतना थक गए कि आगे के पार्ट डायरेक्ट नहीं करेंगे. हालांकि अब राही ने इस ट्रिलजी के दूसरे पार्ट की घोषणा कर दी है. ये भी साफ कर दिया कि इस फिल्म को वही बनाएंगे. राही ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा,
'तुम्बाड' के सीक्वल पर दो अलग-अलग फिल्में बनने जा रही हैं!
Tumbbad के डायरेक्टर Rahi Anil Barve ने 'तुम्बाड' ट्रिलजी की अगली फिल्म Pahadpangira अनाउंस कर दी. इस फिल्म का Sohum Shah की Tumbbad 2 से कोई कनेक्शन नहीं है.

दशकों तक मैं इस ट्रिलजी पर कई प्रोड्यूसर्स के साथ काम करता रहा. पहली पितृसत्ता के लालच पर थी. एक पिता, बेटे और शैतान की कहानी. दूसरी कहानी है पहाड़पंगिरा – जो फेमिनिज़्म के उदय और सती प्रथा पर बता करती है. इस ट्रिलजी का अंत ‘पक्षीतीर्थ’ से होगा. तुम्बाड. पहाड़पंगिरा. पक्षीतीर्थ. मुझे बस अभी यही कहना है. ‘तुम्बाड 2’ के लिए मैं सोहम और आदेश को शुभकामनाएं देता हूं. मुझे इस बात पर कोई शक नहीं कि ये बहुत कामयाब होगी. इस साल के अंत तक ‘गुलकंदा टेल्स’ और ‘रक्तब्रह्मांड’ के पूरा हो जाने के बाद मैं मार्च 2025 से ‘पहाड़पंगिरा’ का प्रोडक्शन प्लान कर रहा हूं.
‘पहाड़पंगिरा’ ‘तुम्बाड’ ट्रिलजी का हिस्सा है. लेकिन इसकी कहानी का ‘तुम्बाड’ से कोई लेना-देना नहीं. दूसरी ओर सोहम शाह की ‘तुम्बाड 2’ की कहानी पहली फिल्म से जुड़ी हुई है. एक तरह से ये कहा जा सकता है कि ‘तुम्बाड’ के सीक्वल पर दो अलग-अलग फिल्में बनने वाली हैं. कुछ समय पहले सोहम शाह ‘द लल्लनटॉप’ के न्यूज़रूम में आए थे. वहां उन्होंने सीक्वल को लेकर कहा था,
‘तुम्बाड 2’ पांडुरंग की कहानी है. फिल्म का आइडिया क्रैक करने में हमें छह साल लगे. पहली फिल्म में कहानी सोने के सिक्कों के लालच की थी, वो कहानी है अमर होने के लालच की. कि कैसे मैं बीमार ना हो पाऊं, अमर कैसे हो सकता हूं. उसी लालच की ये कहानी है.
‘तुम्बाड’ के पहले पार्ट की कहानी साल 1947 में खत्म हो जाती है. सोहम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सीक्वल की कहानी साल 1951 से शुरू होगी. इसका नायक पांडुरंग होगा और ये कहानी साल 1970 तक जाएगी. सोहम ने आगे बताया कि वो भी सीक्वल में एक्टिंग करने वाले हैं. पहले पार्ट में उन्होंने पांडुरंग के पिता विनायक राव का रोल किया था. अब सीक्वल में वो जवान पांडुरंग बनेंगे या कोई और रोल करेंगे, इसे लेकर उन्होंने कुछ नहीं बताया.
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