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वो 10 गाने, जिनको रीमिक्स करके टी-सीरीज ने बर्बाद कर दिया, तबाह कर दिया, नष्ट कर दिया

इनमें से तीन गाने तो नुसरत फ़तेह अली खान के ही हैं. 'पसूरी' के रीमेक पर टी-सीरीज को सुनाने वालो, ये लिस्ट बहुत लम्बी है.

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टी सीरीज ने म्यूजिक का बेड़ागर्क कर दिया है.

‘पसूरी’ को टी-सीरीज ने री-क्रिएट किया. भारत से लेकर पकिस्तान तक की जनता खफ़ा हो गई. सोशल मीडिया पर खूब हंगामा हुआ. लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है कि टी-सीरीज ने किसी ओरिजिनल गाने को बेकार कर दिया हो. ऐसे कई गाने हैं, जिनका रीमेक किया गया. और ऐसा रीमेक, जिसे सुनकर कान सैनिटाइज करने पड़े. ऐसे ही कान ख़राब करने वाले, खून में गुस्से का उबाल ला देने वाले कुछ गाने पेश-ए-खिदमत हैं.

1. लुट गए

टी-सीरीज और बी प्राग ने ऐसे-ऐसे क्लासिक्स पर बट्टा लगाया है कि सोचना मुश्किल है. नुसरत फतेह अली खान को हमने 'आंख उठी मोहब्बत ने अंगड़ाई ली...' डूबकर गाते सुना है. पहली बात तो नुसरत की कोई कव्वाली रीमेक करना ही बड़ी गुस्ताखी है. यदि ऐसा किया भी जा रहा है, तो कम से कम एक स्टैंडर्ड तो मेनटेन किया जा सकता है. असली गाना फ़ना बुलंदशहरी ने लिखा और नुसरत ने इसे सुर के सातवें तल तक पहुंचाया. टी-सीरीज ने इसे सातवें तल से ग्राउंड फ्लोर पर पटक दिया. उन्होंने इस कमाल के अनुभव को बिगाड़ने की ठानी. 

मनोज मुंतशिर ने फ़ना बुलंदशहरी की ग़ज़ल का मिसरा उठाया. उसी के आधार पर एक गाना लिख दिया. माने मनोज मुंतशिर ने सिर्फ 'आदिपुरुष' के डायलॉग ही नहीं खराब लिखे हैं. खैर, इस गाने को तनिष्क बागची ने संगीत दिया और जुबिन नौटियाल ने आवाज़ दी है. पहले टी-सीरीज वाला गाना सुनिए. फिर आपको उस सदमे से निकलने के लिए ओरिजनल वाला सुनना ही पड़ेगा.

2. कोई फरियाद

एक और क्लासिक को टी-सीरीज ने बी प्राक के साथ मिलकर बर्बाद कर दिया. अनुभव सिन्हा की फिल्म है 'तुम बिन'. इसमें एक ग़ज़ल है 'कोई फ़रियाद'. इसे लिखा है फैज़ अनवर ने. गाया है लीजेंड जगजीत सिंह ने. निखिल-विनय का म्यूजिक है. इसे लूप पर सुना जा सकता है. इसके अलावा जगजीत सिंह का खुद का एक अलग वर्जन भी है, इसे वो तमाम महफिलों में गाते थे. वो नेक्स्ट लेवल है. 

बहरहाल, ये सब किनारे रखकर बी प्राक को सुनिए. कमाल का शोर सुनाई देगा. बेहतरीन ऑटोट्यून से सजा हुआ गाना. जब जगजीत सिंह इतना बेहतरीन गाना गा चुके हैं, तो क्या ही ज़रुरत थी इससे डबल बेहतरीन गाना बनाने की!

3. दिल तोड़ के

अताउल्लाह खान का एक बहुत मशहूर गाना 'दिल तोड़ के हंसती हो मेरा'. अपने जमाने में इसकी कैसेट्स धड़ल्ले से बिकीं. कुछ समय बाद 1995 में आई फिल्म  'बेवफा सनम' के लिए इसे री-क्रिएट किया गया. ये काम उस वक़्त भी टी-सीरीज ने ही किया था. इसको उदित नारायण ने गाया. निखिल-विनय का संगीत था. बोल थे सादिक़, शफीर, इशरत, कातिल शिफाई और योगेश के. 

इसे फिर से बनाया गया. बी प्राक ने ये वाला गाना भी गाया. मनोज मुंतशिर ने लिरिक्स लिखे. रोचक कोहली ने म्यूजिक दिया. दो बार एक ही गाने को बिगाड़ने का सेहरा एक बार फिर टी-सीरीज के माथे बंध गया.

4. अच्छा सिला दिया तूने

'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का...' सबसे पहले हमने अताउल्लाह खान के मुंह से सुना. ये गाना उनके 1992 में आए एल्बम 'बेदर्दी से प्यार' के लिए रिकॉर्ड किया गया था. हालांकि उस एल्बम के लिए भी ये धुन कहीं से उठाई गई थी. 1970 में एक पाकिस्तानी फिल्म आई थी 'विछोड़ा'. उस फिल्म के लिए जी.ए. चिश्ती ने एक गाना कंपोज़ किया था. 'कोई नावां लारा ला के'. इसे नूरजहां ने गाया था. 

फिर 1992 में इसे अताउल्लाह खान ने टी-सीरीज के लिए गाया. 1995 में आई फिल्म  'बेवफा सनम' के लिए सिर्फ 'दिल तोड़ के' गाने को ही नहीं रीमिक्स किया गया. बल्कि इसी में 'अच्छा सिला दिया तूने' का री-क्रिएटेड वर्जन शामिल किया गया. ये सोनू निगम के कुछ शुरुआती बड़े हिट्स में शामिल था. इसमें निखिल-विनय और मिलिंद का संगीत था. बोल थे सादिक़, शफीर, इशरत, कतील शिफाई और योगेश के. खैर, 2023 में टी-सीरीज ने इसे एक बार फिर रीमेक किया. बी-प्राक ने म्यूजिक दिया और गाया. जानी ने इसके लिरिक्स लिखे. एक बार सुनकर देख लीजिए.

5. दिल चोरी साडा

हंसराज हंस की खनकती आवाज़ में 'दिल चोरी साडा' आप सब ने सुना भी होगा. शादियों में खूब डांस भी किया होगा. ये टी-सीरीज के ही एक एल्बम 'चोरनी' के लिए रिकॉर्ड किया गया था. आनंद राज आनंद इसके म्यूजिक डायरेक्टर थे. इसे लिखा था शैम बालकर (Sham Balkar) ने. 

कुछ सालों पहले इसे टी-सीरीज ने 'सोनू के टीटू की स्वीटू' के लिए हनी सिंह के हाथों रीमेक करवाया. इसे हनी सिंह ने सिमरन कौर और ISHERS के साथ मिलकर गाया. हनी सिंह वाले गाने में हंसराज वाले के जैसी वाइब ही नहीं है. सिर्फ डीजे ही सुनाई देता है. ओरिजनल के होते हुए लोकल क्यों सुने?

6. दिल गलती कर बैठा

एक और नुसरत फ़तेह अली खान की कव्वाली टी-सीरीज ने गर्त में मिला दी. 'दिल गलती कर बैठा' को री-क्रिएट किया. इसे जुबिन नौटियाल ने गाया है. मीत ब्रदर्स और शार्दुल राठौड का म्यूजिक है. दानिश साबरी ने सूफी बोल लिखे हैं. बाकी का गाना मनोज मुंतशिर ने लिखा है. 

इस गाने में टी-सीरीज ने किसी को क्रेडिट भी नहीं दिया है. न ही नुसरत को और न ही इस पर आपत्ति करने वाले पाकिस्तानी शायर-कम्पोजर आसिम रजा को. अच्छे-अच्छे मास्टरपीसेज को टी-सीरीज ने मिट्टी बनाने का ठेका ले रखा है.

7. साकी-साकी

2004 में संजय दत्त की एक फिल्म आई थी 'मुसाफिर'. इसमें एक गाना था 'ओ साकी साकी'. इसमें सुखविंदर सिंह और सुनिधि चौहान ने धमाल मचाया था. इसका म्यूजिक विशाल-शेखर ने दिया था. देव कोहली इसके लिरिसिस्ट थे. 

नोरा फतेही के साथ म्यूजिक वीडियो बनाने के लिए इसको भी टी-सीरीज ने री-क्रिएट कर दिया. इस नए वर्जन को नेहा कक्कड़, तुलसी कुमार और बी प्राक ने गाया. तनिष्क बागची ने म्यूजिक री-क्रिएट किया. पुराने वाले गाने में खासियत थी कि वो अपबीट सॉन्ग होने के बावजूद शोर नहीं लगता था. नए वाले में सिर्फ म्यूजिक का शोर है और वीडियो में नोरा फतेही. एक और गाना बर्बाद.

8. रश्क-ए-कमर

लगता है नुसरत की शानदार कव्वालियों को खराब करने की टी-सीरीज ने सुपारी ली हुई है. 'रश्क-ए-कमर' नुसरत की कुछ चुनिंदा बेहतरीन कम्पोजीशंस में से एक है. 'आंख उट्ठी' की तरह फ़ना बुलंदशहरी ने ही इसको लिखा है. 

इसे 'बादशाहो' मूवी के लिए री-क्रिएट किया गया. मनोज मुंतशिर ने कुछ लिरिक्स जोड़े. राहत फ़तेह अली खान ने इसे गाया. इसके म्यूजिक को तनिष्क बागची ने रिमिक्स किया है. चूंकि इस गाने को राहत ने गाया, इसलिए इस गाने में थोड़ा माल बच गया है. लेकिन नुसरत को री-क्रिएट करने की ज़रुरत क्या है? ओरिजनल गानों की कमी रह गई है क्या?

9. धीरे-धीरे से मेरी जिंदगी

'आशिकी' फिल्म का गाना है, 'धीरे-धीरे से मेरी ज़िंदगी में आना'. भूषण दुआ के संगीत से सजे इस गाने के बोल लिखे हैं रानी मलिक ने. इसमें कुमार सानू और अनुराधा पौडवाल के अलावा आप किसी और को इमैजिन ही नहीं कर पाते. 

लेकिन टी-सीरीज ने इस गाने को भी हनी सिंह के हाथों री-क्रिएट करवा दिया. इस नए वाले वर्जन के कम्पोजर, राइटर, सिंगर सब हनी सिंह ही हैं. इसको ऑटोट्यून की दुकान कहा जा सकता है. ऋतिक रौशन और सोनम कपूर को लेकर इसका म्यूजिक वीडियो बना दिया गया. गाना हिट हो गया.

10. दिलबर-दिलबर

सुष्मिता सेन और संजय कपूर की फिल्म ‘सिर्फ तुम’. इसमें एक गाना फेमस है, 'दिलबर दिलबर'. एक जमाने में ऑर्केस्ट्राज का बहुत पसंदीदा गाना हुआ करता था. इसे अलका याग्निक ने गाया है. नदीम-श्रवण ने कम्पोज किया है. हालांकि एकाध जगह भूषण दुआ को भी गाने का कम्पोजर बताया गया है. इस गाने लिरिक्स लिखे हैं समीर ने. 

इसे 2018 में आई फिल्म 'सत्यमेव जयते' के लिए री-क्रिएट किया गया. नेहा कक्कड़, ध्वनि भानुशाली और इक्का ने इसे गाया है. शब्बीर अहमद और इक्का ने लिरिक्स लिखे हैं. म्यूजिक दिया है तनिष्क बागची ने. इस नए वाले वर्जन में भी भयानक ऑटोट्यून है. सिंगर की असली आवाज़ ही उड़ा देते हैं.

खैर, जाने दीजिए, क्या ही कर सकते हैं. ऐसे और भी कई गाने हैं, जिनको टी-सीरीज ने रीमेक करके उनका सत्यानाश कर दिया. ये लिस्ट बहुत लम्बी है. आप भी  कमेंट बॉक्स में योगदान करिए.

वीडियो: पसूरी रीमेक किया,अरिजीत सिंह, कार्तिक आर्यन, टी-सीरीज़ को जनता ने ट्रोल कर डाला