"जब शिवाजी राज़े की तलवार चलती है तो औरतों का घूंघट और ब्राह्मणों का जनेऊ सलामत रहता है".
इसके राइटर और 'तान्हाजी' के मेकर्स ने न जाने क्या सोचा था लेकिन आज के टाइम में ये डायलॉग बहुत गलत है. 1) क्योंकि 'घूंघट' और 'जनेऊ' के इसी सिंबॉलिज़्म को पीछे छोड़ने के लिए हमारे समाज को न जाने कितनी लड़ाई लड़नी पड़ी है. हम फिर से वहीं नहीं लौट सकते. 2) क्योंकि ‘ब्राह्मणों के जनेऊ’ की रक्षा में तलवार के उठने में ये फिल्म गौरव महसूस कर रही है और ये डरावनी बात है. इस डायलॉग के जरिए ये फिल्म थियेटर आने वाले दर्शकों को जातिवादी होने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इसके हिसाब से वर्गभेद अच्छी चीज़ है. इसके मुताबिक ब्राह्मण होना बड़े सम्मान की बात है. जाहिर है फिर इस फिल्म के जेहन में ऐसे लोग भी होंगे जो अस्पर्श्य होंगे, अनटचेबल होंगे. ये सब ऐसी बातें हैं जिन्हें लिखते, पढ़ते हुए रोएं खड़े होते हैं. कंपकपी होती है. ये 2019 में हम देख रहे हैं. 3) क्योंकि औरतों का घूंघट महानता की बात नहीं है. इस घूंघट से औरत को मुक्ति दिलाने के लिए दशकों से जंग चल रही है. लेकिन ये फिल्म पीछे लौटकर इसे फिर उसी में कैद कर दे रही है."कुत्ते की तरह जीने से बेहतर है शेर की तरह मरना"
ये डायलॉग भी दिक्कत भरा है. ‘शेर की मौत’ वाली फैंटेसी से कोई दिक्कत नहीं है, उन्हें मुबारक लेकिन ‘कुत्ते की तरह जीने’ से क्या मतलब है? क्या किसी कुत्ते का जीवन कमतर है? किसी pet lover के आगे कहकर देखिए ये बात. आपके लिए ये ‘गंदगी’,’भीरूपन’,’दुश्मनी’ के मेटाफर हैं. बाकियों के लिए उनके बच्चों जैसे हैं. हाल ही में ट्रंप ने भी ऐसी असंवेदनशीलता दिखाई थी. ऐसा नहीं है कि ये आलोचना हवाई है. जिस फिल्म में किसी पशु या उसी छवि का यूज़ होता है, उसे फिल्म के स्टार्ट में सर्टिफिकेट लगाना होता है कि इस फिल्म की मेकिंग के दौरान किसी पशु को हानि नहीं पहुंचाई गई. तब जाकर फिल्म पास होती है. यानी हमारा समाज संवेदनशील है इन चीजों को लेकर. आज के ज़माने का जो समझदार युवा दर्शक है उसे कुत्ता और शेर वाले रूपक में कोई रुचि नहीं है. वो जिओ और जीने दो में यकीन रखता है. उसे न तो किसी से ऊपर होना है न ही किसी के कमतर. 'तान्हाजी' एक बड़ा प्रोजेक्ट है और इससे बहुत उम्मीदें थीं. ट्रेलर ने निराश किया है. अब देखना है कि फिल्म की रिलीज के बाद ये निराशा बढ़ती है या कम हो जाती है.वीडियो देखें: ब्रह्मास्त्र: शाहरुख, रणबीर, आलिया और अमिताभ बच्चन इंडिया की सबसे बड़ी फिल्म में दिखेंगे