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सूर्या 42: सुपरस्टार सूर्या की नई फिल्म, जिसकी पूरी कहानी जान दहल जाएंगे!

उस राजा की कहानी बताएगी जो अकेले चोल, चेरा और पंड्या साम्राज्य के राजाओं से लड़ा.

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सूर्या की इस नई फिल्म को पूरी तरह 3D में बनाया जा रहा है.

सूर्या की नई फिल्म आ रही है, ‘सूर्या 42’. हाल ही में फिल्म का मोशन पोस्टर रिलीज़ हुआ है. जो शुरू होता है एक चील से. ये चील युद्धभूमि के ऊपर उड़ रही है. युद्ध के मैदान के उड़ती धूल, धुएं को चीरते हुए वो पहुंचती है एक पहाड़ी पर. जहां खड़ा है एक योद्धा. कवच पहने. हाथ में कुल्हाड़ी. कंधे पर भाला, बाण. फिल्म में सूर्या इस योद्धा का किरदार निभाने वाले हैं. ये है अब तक आई ऑफिशियल जानकारी. सूर्या कौन से योद्धा बने हैं, क्या कहानी है, अब उस पर बात करेंगे. 

इंडिया ग्लिट्ज़ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ‘सूर्या 42’ की कहानी आधारित होगी ‘वेल पारी’ नाम के नॉवल पर. जिसे लिखा है एस वेंकटेसन ने. वेंकटेसन तमिलनाडु के प्रसिद्ध लेखक हैं. उनके पहले तमिल नॉवल 'कावल कोट्टम' को साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. प्राचीन समय में तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, लक्षद्वीप, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक के दक्षिणी हिस्सों से मिलकर बना था तमिलाकाम. उसी तमिलाकाम में एक परांबूनाडु नाम की जगह पड़ती थी. जिस पर किसी वक्त में वेल पारी नाम के राजा ने राज किया. जैसे मौर्य और चोल साम्राज्य थे, वैसे ही पारी वेलीर साम्राज्य के वंशज थे. इतिहास को समझने के लिए साहित्य और काव्य का सहारा लिया जाता है. जैसे सम्राट पृथ्वीराज के जीवन पर उनके मित्र और कवि चंद बरदाई ने पृथ्वीराज रासो नाम का काव्य लिखा था.

वेल पारी के भी एक मित्र थे, कबीलार नाम के. चंद बरदाई की तरह वो भी एक कवि थे. उन्होंने एक काव्य लिखा था, ‘पुराणानुरू’ नाम का. जहां कबीलार ने पारी के जीवन की कई घटनाओं का उल्लेख किया. कैसे वो एक बार अपने रथ पर कहीं जा रहे थे. तभी रास्ते में एक बेल का पौधा देखा, जो बढ़ नहीं पा रहा था. उसके पास सहारे के लिए कुछ नहीं था. पारी ने अपना रथ उस बेल के पौधे के पास छोड़ दिया. ताकि वो उस विशाल रथ का सहारा लेकर बढ़ सके. इस घटना से अक्सर ये दर्शाया जाता है कि पारी कितने उदार राजा थे. 

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‘सूर्या 42’ को 10 भाषाओं में रिलीज़ किया जाएगा. 

ऐसा नहीं है कि ‘पुराणानुरू’ में सिर्फ उनकी उदारता की कहानियां ही हैं. परांबूनाडु नाम की जिस जगह पर पारी राज करते वो दरअसल एक पहाड़ी प्रदेश था, जिसके अंतर्गत करीब 300 गांव आते. चोल, चेरा और पंड्या साम्राज्य के राजा मिलकर अपना राज्य बढ़ाने में लगे थे. जो राजा इनके सामने होता, उसे या तो तलवार डालकर समर्पण करना पड़ता. या तो मार दिया जाता. पारी का राज्य भी उनके निशाने पर था. उनसे डरकर समर्पण की जगह पारी ने लड़ना बेहतर समझा. कबीलार ‘पुराणानुरू’ में लिखते हैं कि उन्हें राजा का दूत बनाकर तीनों राजाओं के पास भेजा गया. कबीलार अपने संदेश में लिखते हैं:

तुम्हें लगता है कि पारी की पहाड़ी को जीत सकते हो. तुम्हारे हाथी हर पेड़ से बंधे हुए हैं. तुम्हारे रथ पूरे मैदान में फैले हैं. तुम उसे लड़कर नहीं जीत पाओगे. वो अपनी तलवार गिराकर हार नहीं मानेगा. 

इसके बाद दोनों सेनाओं के बीच घमासान युद्ध हुआ. शायद इसी युद्ध की झलक ‘सूर्या 42’ के मेकर्स ने मोशन पोस्टर में दिखाने की कोशिश की है. कबीलार अपने काव्य में पारी की पहाड़ी लिखते हैं. हम सूर्या के किरदार को भी एक पहाड़ी पर पाते हैं. एस वेंकटेसन ने ‘वेली पारी’ पर उपन्यास लिखा. कुछ दिन पहले उन्होंने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया. सूर्या अपने भाई और एक्टर कार्ति की आगामी फिल्म ‘विरूमन’ के ऑडियो लॉन्च इवेंट पर आए थे. उस इवेंट पर सूर्या कहते हैं कि उन्होंने ‘वेलपारी’ के लेखक वेंकटेसन के साथ एक मज़ेदार सफर की शुरुआत कर दी है. उन्होंने इस प्रोजेक्ट को लेकर कोई डिटेल्स नहीं दिए. बस इतना बताया कि जल्द ही उससे जुड़े अनाउंसमेंट किए जाएंगे. 

‘सूर्या 42’ की शूटिंग शुरू हो चुकी है. अभी फिल्म को इसी टाइटल से बनाया जा रहा है. आगे चलकर इसका फाइनल टाइटल अनाउंस कर दिया जाएगा. सूर्या के साथ फिल्म में दिशा पाटनी भी नज़र आएंगी. ये दिशा की पहली कॉलीवुड यानी तमिल फिल्म है. लेकिन पहली साउथ इंडियन फिल्म नहीं. उन्होंने पुरी जगन्नाथ की फिल्म ‘लोफर’ में भी काम किया था. ‘सूर्या 42’ उनकी दूसरी साउथ इंडियन फिल्म है. फिल्म को 3डी में बनाया जा रहा है. यानी अगर उसे 2डी में रिलीज़ किया गया, तो उसे कंवर्ट करना पड़ेगा. जेम्स कैमरन की फिल्म ‘अवतार’ भी ऐसी फिल्म थी, जिसे पूरी तरह 3डी में शूट किया गया था. 

पिंकविला में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म की शूटिंग गोवा और चेन्नई में होगी. पहला शेड्यूल चेन्नई में शूट किया जा चुका है. और दूसरे शेड्यूल की शूटिंग 13 सितंबर से गोवा में शुरू होगी. फिल्म के डायरेक्टर शिवा ने एक बड़ा फाइट सीन प्लान किया है. जिसका हिस्सा करीब 250 बाउंसर होंगे. ‘सूर्या 42’ से पहले शिवा ‘अन्नात्ते’ और ‘विवेगम’ जैसी फिल्में भी बना चुके हैं. वो अपनी इस नई फिल्म को सिर्फ पैन इंडिया अपील के लिए प्लान नहीं कर रहे. बल्कि उसे इंडिया से बाहर भी ले जाना चाहते हैं. इसी वजह से फिल्म को 10 भाषाओं में रिलीज़ किया जाएगा. 

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बताया जा रहा है कि सूर्या वेली पारी का किरदार निभाएंगे. 

शिवा और सूर्या के अलावा फिल्म से एक और बड़ा नाम जुड़ा है. म्यूज़िक कम्पोज़र देवी श्रीप्रसाद का. उनकी रीसेंट हिट में ‘पुष्पा: द राइज़’ का नाम था. वो सलमान खान की आने वाली फिल्म ‘किसी का भाई, किसी की जान’ की म्यूज़िक टीम का हिस्सा भी हैं. सलमान की ही फिल्म थी ‘रेडी’. उसका एक गाना हिट हुआ था, ‘ढ़ींका चिका’. उस गाने के लिए भी श्रीप्रसाद ने ही म्यूज़िक कम्पोज़ किया था. 

‘सूर्या 42’ में हर वो चीज़ रखने की कोशिश की गई है जिसकी मास अपील हो. सूर्या जैसा बड़ा सुपरस्टार. पैन इंडिया रीच. साउथ इंडियन फिल्मों का मार्केट भी गर्म है. ऐसे में सूर्या की फिल्म क्या लेगेसी बनाएगी, ये समय आने पर ही पता चलेगा.           

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