भोजपुरी एक्ट्रेस Tanushree Chatterjee इन दिनों अपनी फिल्म Lachhminiya के प्रमोशन में जुटी हुई हैं. इसी के प्रमोशन के सिलसिले में उन्होंने Lallantop Cinema से बातचीत की. इसमें उन्होंने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को लेकर सनीसनीखेज़ खुलासे किए. तनुश्री का कहना है कि Bhojpuri Industry में आर्टिस्ट को नहीं, बल्कि स्टार्स की गर्लफ्रेंड्स को काम मिलता है. बड़े एक्टर अपनी महिला मित्रों को हीरोइन की जगह कास्ट करने का दबाव बनाते हैं. धमकी देते हैं कि ऐसा न होने पर वो फिल्म नहीं करेंगे. इस चर्चा में तनुश्री के साथ फिल्म के डायरेक्टर रितेश एस कुमार भी मौजूद थे. भोजपुरी इंडस्ट्री की ख़राब छवि के लिए उन्होंने इन बड़े सितारों को ही जिम्मेदार ठहराया. फिल्म के मुंबई प्रमोशन के दौरान हुई घटना बताते हुए तनुश्री ने बताया क्या है भोजपुरी इंडस्ट्री की छवि खराब होने की वजह. उन्होंने कहा,
खेसारी और निरहुआ जैसे स्टार्स फिल्मों में डलवाते हैं अश्लील डायलॉग्स- तनुश्री चटर्जी
भोजपुरी एक्टर Tanushree Chatarjee ने Lallantop Cinema से बातचीत में कहा, "भोजपुरी फिल्मों में आर्टिस्ट को नहीं, स्टार्स की गर्लफ्रेंड को मिलता है काम."
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"मुंबई में जब हम इस फिल्म का प्रमोशन कर रहे थे, तब एक पढ़े-लिखे लड़के ने बड़ी कड़वी प्रतिक्रिया दी. वो धमकी देने लगा कि तुम ये फिल्म रिलीज़ करके दिखाओ. बात हाथापाई तक पहुंच गई. मैंने उससे कहा कि आपको जो भी परेशानी है, आप डायरेक्टर के साथ अलग से बात कर लीजिए. जवाब में उसने कहा भोजपुरी एक्टर से तो बात करना भी पसंद नहीं करूंगा मैं. उसकी ये बात मुझे चुभ गई. मैं इतनी आहत हुई कि मैं मंच पर ही रो पड़ी. मैं 15 साल से इस इंडस्ट्री में हूं और यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है. उस लड़के को ये परेशानी थी कि आपने अपनी फिल्म में हम सवर्णों के बारे में किस अधिकार से कैसे बात की? इस घटना ने मुझे झिंझोड़कर रख दिया."
तनुश्री ने बताया कि फैन्स का ऐसा बर्ताव उन्हें कई बार झेलना पड़ा है. मगर मुंबई में हुई इस घटना ने उन पर गहरा असर छोड़ा. अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा,
"मैं 2011 से भोजुपरी इंडस्ट्री में हूं. जब भी कोई फिल्म बनती और मैं अपने परिचितों को बताती कि मेरी फिल्म आ रही है. आप देखिएगा. उनकी प्रतिक्रिया अजीब ही रहती. जैसे कोई बुरा या हल्का काम कर दिया हो मैंने. मैंने मीडिया से बात करना ही छोड़ दिया. मुंबई में प्रमोशन के दौरान जब उस लड़के ने भोजपुरी एक्टर्स का अपमान किया, तब मुझे लगा कि मुझे कदम बाहर निकालने ही पड़ेंगे. वरना मैं खौफ़ में ही जीती रहूंगी. लोगों तक अपनी बात पहुंचा ही नहीं पाऊंगी. "
भोजपुरी एक्ट्रेसेज़ की इस दशा के लिए क्या भोजपुरी फिल्मों के डबल मीनिंग टाइटल्स और अश्लील संवाद जिम्मेदार हैं? इसके जवाब में तनुश्री ने कहा,
"कुछ सिंगर्स और उनके गीतों के लिरिक्स की वजह से हम सबका ये हाल है. उनकी ग़लतियों का खामियाज़ा हम सब भुगत रहे हैं. हमारी इमेज भी वैसी ही बन गई. दरअसल, भोजपुरी इंडस्ट्री में एक्टर्स की कमी है. सिंगर्स को ही एक्टर का काम दिया जा रहा है. पवन सिंह, निरहुआ जैसे सिंगर्स ने अपनी फिल्मों में ऐसे हल्के शब्दों का इस्तेमाल किया है. मेरी पहली फिल्म 'जान तेरे नाम' में खेसारी ही हीरो थे. मेरी शुरुआत उन्हीं के साथ हुई. मैंने डायरेक्टर के सामने शर्त रखी थी कि मैं इंटिमेट सीन नहीं करूंगी. अश्लील डायलॉग्स नहीं बोलूंगी. जो शर्तें मैंने रखी वो भी रखते, तो इंडस्ट्री की इमेज ऐसे खराब न हुई होती. मगर उन्हें तो हल्केपन के सहारे ही बढ़ना था. यही वजह है कि पूरी इंडस्ट्री की छवि खराब हो गई."
बहरहाल, तनुश्री चटर्जी स्टारर ये फिल्म जातिगत भेदभाव की बात करती है. एक गाय को केंद्र में रखकर इस फिल्म की कहानी बुनी गई है. दिलचस्प बात ये है कि तनुश्री और सिंटु सिंह सागर तो फिल्म में हैं, लेकिन इसकी मुख्य किरदार एक गाय है.
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