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स्मृति ईरानी ने बताया, मिसकैरेज के अगले दिन 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की शूटिंग करनी पड़ी

एकता कपूर को लग रहा था कि स्मृति ईरानी झूठ बोल रही हैं. जबकि 'रामायण' के डायरेक्टर ने कहा, बच्चा खोना छोटी बात नहीं. शूटिंग पर मत आइए. आराम करिए.

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'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के पोस्टर पर स्मृति ईरानी. दूसरी तरफ एकता कपूर के साथ स्मृति.

Smriti Irani अब सांसद हैं. कपड़ा और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय संभाल रही हैं. उससे पहले एक्टिंग करती थीं. Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi में Tulsi Virani का रोल करने के लिए उन्हें याद किया जाता है. हाल ही में उनका एक इंटरव्यू हुआ. यहां उन्होंने बताया कि उन्हें अपना बच्चा खोने के बाद भी Ekta Kapoor के शो की शूटिंग के लिए जाना पड़ा. क्योंकि सबको लग रहा था कि उन्होंने मिसकैरेज का ढोंग किया है.

स्मृति ईरानी, नीलेश मिश्रा के साथ द स्लो इंटरव्यू कर रही थीं. यहां पर उन्होंने अपने जीवन और करियर के तमाम पहलूओं पर बात की. उन्होंने बताया क कैसे उन्हें 'क्योंकि सास भी कभी बहू' में काम मिला. पहले साल उन्हें 1800 रुपए प्रति दिन के मिलते थे. दो-दो शिफ्ट कर रही थीं. पहली शिफ्ट में रवि चोपड़ा की 'रामायण' शूट करती थीं. इस शो में वो सीता और लक्ष्मी का रोल करती थीं. दूसरी शिफ्ट में एकता कपूर का शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की शूटिंग करती थीं. क्योंकि उन्हें पैसों की ज़रूरत थी.

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‘रामायण’ के पोस्टर पर सीता के रोल में स्मृति ईरानी.

अपने स्ट्रगल के बारे में बात करते हुए स्मृति ने बताया कि उन्हें टीवी इंडस्ट्री में काम करते हुए समझ आया कि इंसानियत क्या होती है. नीलेश मिश्रा के साथ बातचीत में स्मृति कहती हैं-  

'''रामायण' में सीता के पात्र का आप कोई सब्सटिट्यूट नहीं ढूंढ सकते. 'सास भी कभी बहू थी' में 50 लोगों का परिवार है, तो सीन मूव कर सकता है. एक एक्टर से दूसरे एक्टर पर. मुझे अहसास नहीं था कि मैं प्रेग्नेंट हूं. मैं सेट पर थी. मैंने कहा कि मेरी तबीयत खराब है. मुझे घर जाने दो आज. बड़ा सा सीक्वेंस था. मैंने कहा मेरा शॉट पहले ले लो. क्योंकि मुझे अच्छा नहीं महसूस हो रहा. जब तक उन्होंने मुझे छोड़ा, तब तक शाम हो गई. बताया गया कि फलां-फलां जगह जाओ. सोनोग्रफी कराओ. मैं चार बंगला के मार्केट में थी. बेटा जोर घर पर था अकेला. ज़ुबीन थे नहीं देश में. वहीं मार्केट में मुझे ब्लीडिंग शुरू हो गई. मुझे याद है बारिश हो रही थी. मैंने ऑटो रोका. कहा, मुझे एक गली वाली क्लीनिक में ले चलो. ऑटो वाला देख रहा ये तो 'तुलसी' है. मैं गई हॉस्पिटल. नर्स दौड़कर आई. बोली, ऑटोग्राफ. मेरी ब्लीडिंग हो रही है और मैं ऑटोग्राफ दे रही हूं.

मैंने कहा, एडमिट कर दोगे. मुझे लगता है मेरा मिसकैरेज हो रहा है. उन्होंने कहा, हां हां सब हो जाएगा. रात को मुझे फोन आता है कि कल काम पर आ जाइए. मैंने बोला, मैंने आपसे कहा था कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है. मुझे ब्लीडिंग हो रही है. मेरा अभी-अभी मिसकैरेज हुआ है. जवाब आता है कि कोई बात नहीं दो बजे की शिफ्ट में आ जाइए.

मेरा दिन दो भागों में था. आधा रवि चोपड़ा (रामायण) के लिए था. आधा बालाजी (सास भी कभी बहू थी) के लिए था. सुबह 7 बजे वाली शिफ्ट रवि चोपड़ा की थी. दोपहर वाले ने बोला कि 2 बजे आ जाइए. मैंने रवि चोपड़ा को फोन किया. रात को 10 बजे. उन्हें बताया कि रवि जी ऐसा-ऐसा हुआ है. सुबह 7 बजे की शिफ्ट है. मैं 8 बजे आऊं, तो चलेगा. रवि चोपड़ा ने जो कहा वो मैं कभी नहीं भूलूंगी. उन्होंने कहा- 'तुम्हारा दिमाग खराब है. तुम्हें पता है बच्चा खोने के मतलब क्या होता है. तुम अभी उस चीज़ से गुज़री हो. कल आने की ज़रूरत नहीं है.' मैंने कहा, रवि जी संडे का एपिसोड है. सीता रिप्लेस नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, 'मैं कर लूंगा. तुम्हें आने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है.' मैंने कहा कि मैं 2 बजे जा रही हूं वहां पे. वरना मुझे निकाल देंगे. उन्होंने कहा, 'उनका पता नहीं. मेरा पता है. मेरे यहां आने की जहमत नहीं उठाओ. अगर 2 बजे वहां जाना है, तो मेरी शिफ्ट में नींद लो. आराम करो.' मुझे पता था कि उस आदमी को (मेरी) ज़रूरत है.

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‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के पोस्टर पर स्मृति ईरानी.

जब मैं वापस (बालाजी) गई, तो किसी को-एक्टर ने एकता कपूर से कह दिया कि ये तो ढोंग है. जिसका बच्चा मरता है, वो काम पर आता है क्या! वो नहीं समझे कि मैं लौटी हूं क्योंकि मुझे पैसों की ज़रूरत है. 2001 की बात है. मुझे घर का EMI भरना है. सिर पर तलवार लटक रही है. मेरा प्रोडक्शन वाला जानता है कि मैं इन चीज़ें से गुज़री हूं. उसने बताया होगा. मगर प्रोड्यूसर को लगता है कि ये ढोंग है. मैं उस दिन की शूटिंग करके चली गई. अगले दिन अपने मेडिकल वाले कागज़ लेकर एकता कपूर के पास गई हूं. बताया कि ये ढोंग नहीं है. वो बड़ी अन-कंफर्टेबल हो गईं. कहा कि ये सब मत दिखाओ. मैंने कहा, अगर आपने किसी के झूठ पर विश्वास कर लिया है, तो ये उसका प्रमाण है. बच्चा बचा नहीं है, वरना वो भी दिखा देती.''  

एकता कपूर की कंपनी है बालाजी टेलीफिल्म्स. वही कंपनी 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' को प्रोड्यूस करती थी. हालांकि एकता कपूर और स्मृति ईरानी के संबंध आज भी अच्छे हैं. स्मृति का कहना है कि एकता ने उस दिन जो भी किया, वो अंजाने में किया. क्योंकि उन्हें किसी ने झूठ बोल दिया था. अगर उन्हें पता होता, तो वो कभी ऐसा नहीं करतीं. इसीलिए वो मेडिकल के पेपर्स देखकर असहज हो गईं. 

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