Shoojit Sircar ने अपने डायरेक्शन करियर की शुरुआत Shoebite नाम की फिल्म से की थी. Amitabh Bachchan स्टारर ये फिल्म 2012 में बनकर तैयार हो गई थी. मगर आज तक रिलीज़ नहीं हो पाईं. क्यों? क्रेडिट के चक्कर में. अब पूरा मामला बताते हैं. पिछले दिनों एक इंटरव्यू में शूजीत ने कहा कि वो 'शूबाइट' को ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज़ करवाना चाहते हैं. इसके लिए वो लगातार कोशिशें कर रहे हैं. मगर चीज़ें वर्क आउट नहीं हो रही हैं. अब इस बारे में दूसरे पक्ष ने बात की है. दूसरी पार्टी हैं Pecept Pictures के Shailendra Singh. ये वही आदमी हैं, जिन्होंने 'शूबाइट' की रिलीज़ में रोड़ा अटकाया हुआ है. शैलेंद्र का कहना है कि उन्हें 'शूबाइट' के मेकर्स से कोई पैसा या माफी नहीं चाहिए. सिर्फ क्रेडिट चाहिए. क्रेडिट दीजिए और अपनी पिक्चर रिलीज़ कर लीजिए.
इस आदमी ने पिछले 12 सालों से क्यों रोक रखी है अमिताभ बच्चन की फिल्म 'शूबाइट' की रिलीज़?
जिस कहानी पर Shoebite बनी है, उस पर हॉलीवुड फिल्म बनने वाली थी. Amitabh Bachchan को 4 करोड़ रुपए की फीस मिल चुकी थी. फिल्म बनकर तैयार हो गई. फिर मामला कहां और क्यों फंसा?
दरअसल, ये फिल्म 2007 में 'जॉनी वॉकर' नाम से बनने जा रही थी. शैलेंद्र सिंह इसे प्रोड्यूस कर रहे थे. अनाउंसमेंट वगैरह हो चुकी थी. किन्हीं वजहों से फिल्म रुक गई. ऐसे में शूजीत और अमिताभ ने रॉनी स्क्रूवाला की कंपनी UTV की साथ मिलकर दूसरे टाइटल के साथ इस फिल्म पर काम चालू कर दिया. 2012 में ये फिल्म बनकर तैयार हो गई. ये बात जैसे ही शैलेंद्र को पता चली. उन्होंने कोर्ट जाकर इस फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगवा दी.
मिड-डे को दिए हालिया इंटरव्यू में शैलेंद्र सिंह ने 'शूबाइट' से जुड़े विवाद पर बात की है. उनका कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री नए और इंडीपेंडेंट फिल्ममेकर्स के साथ ऐसा ही करती है. फिर शैलेंद्र ने इस मसले पर अपना पक्ष रखा. शैलेंद्र कहते हैं,
" 'जॉनी वॉकर' को मैंने शुरू किया था. मैंने उस समय अमिताभ बच्चन को 4 करोड़ रुपए का चेक दिया. वो जानते भी नहीं थे कि शूजीत सरकार कौन हैं. मैंने शूजीत को चुना और उन्हें अमिताभ बच्चन से मिलवाने ले गया. शूजीत ने फिल्म की शूटिंग के लिए 20 शहरों की रेकी की. उसमें मैंने 86 लाख रुपए खर्च किए. हालांकि अमित जी ने वो पैसे मुझे वापस कर दिए. वो अपनी कंपनी AB Corp के तहत इस फिल्म को प्रोड्यूस करना चाहते थे. जब मैंने उनका ये आइडिया रिजेक्ट कर दिया, तो वो लोग फिल्म का नाम बदलकर रॉनी स्क्रूवाला के पास चले गए."
12 सालों के बाद शैलेंद्र का कहना है, अब वो इस फिल्म की रिलीज़ नहीं रोकना चाहते. मगर वो अमिताभ बच्चन और शूजीत सरकार के साथ एक अंडरस्टैंडिंग कायम करना चाहते हैं. शैलेंद्र इस बातचीत में जोड़ते हैं,
"मैं फिल्म को ब्लॉक नहीं करना चाहता. मैं हम तीनों लोगों के बीच पारदर्शी संवाद चाहता हूं कि हुआ क्या. 'शूबाइट' कमाल की कहानी है. मैं चाहता हूं कि वो लोग ये बात स्वीकार करें कि 'जॉनी वॉकर' मेरी फिल्म थी और उसके पीछे ये सब हुआ. मैंने किसी से माफी नहीं मंगवाना चाहता. क्योंकि कोई मांगेगा नहीं. मैं पैसे या किसी किस्म के मुआवज़े की भी मांग नहीं करता. मुझे सिर्फ क्रेडिट चाहिए. मेरी मांग ये है कि फिल्म की शुरुआत में एक बड़ा सा स्लाइड आए, जिसमें मुझे इस फिल्म के लिए धन्यवाद कहा जाए.
मैंने अक्षय कुमार को 'सिंह इज़ किंग' टाइटल गिफ्ट किया. 'चक दे' टाइटल आदित्य चोपड़ा को दे दिया. उन दोनों लोगों ने मुझे फिल्म के क्रेडिट प्लेट पर शुक्रिया कहा. मुझे क्रेडिट दे दीजिए की 'शूबाइट' मैंने शुरू की थी और उसके बाद आप फिल्म को अपने हिसाब से आगे बढ़ाएं."
शैलेंद्र सिंह की प्रतिक्रिया शूजीत सरकार के इंटरव्यू पर आई है. अब शूजीत और अमिताभ बच्चन क्या कहते हैं, उसी पर 'शूबाइट' का भविष्य निर्भर करेगा. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने जॉनी मस्ताना नाम का किरदार निभाया है, जो देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में पैदल घूम रहा है. फिल्म में बच्चन का लुक भी काफी हटके है. खबरें थीं कि इस कहानी पर हॉलीवुड सुपरस्टार डेंजल वॉशिंगटन को लेकर फिल्म बनने वाली है. मगर अब तक ऐसा नहीं हुआ. ख़ैर, 'शूबाइट' में अमिताभ के अलावा सारिका, दिया मिर्ज़ा और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के भी होने की खबरें हैं. मगर जब तक फिल्म का ट्रेलर-टीज़र नहीं आ जाता, तब तक पक्के तौर पर ये बात नहीं कही जा सकती.