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अक्षय की 'राम सेतु' में इतनी सरल और सटीक राजनीतिक टिप्पणी सुनने को मिलेगी, किसने सोचा था!

जनता फिल्म को सुंदर बता रही है, मगर रिसर्च मटीरियल को बहुत कमज़ोर बताया जा रहा है.

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फिल्म 'राम सेतु' के तीन अलग-अलग सीन्स में अक्षय कुमार.

ये देश राम के भरोसे चलता है.

Akshay Kumar की फिल्म में इतनी सरल और सटीक पॉलिटिकल कमेंट्री सुनने को मिलेगी, किसने सोचा था. ये उनकी फिल्म RamSetu के ट्रेलर का पहला डायलॉग है.  

ट्रेलर को मिला-जुला रिएक्शन मिल रहा है. आम जनता का कहना है कि फिल्म विज़ुअली तो सुंदर दिख रही है. मगर रिसर्च मटीरियल बहुत कमज़ोर लग रहा है. मायथोलॉजी और राम का नाम लेकर सारे काम हो रहे हैं. चर्चा करते हैं, इस पर. पहले फिल्म के बारे में बुनियादी बातें जान लीजिए.

# 'राम सेतु' का ट्रेलर एक असल घटना से खुलता है. 2007 में तत्कालीन सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राम सेतु को तोड़ने की परमिशन मांगी. ताकि वहां सेतुसमुद्रम शिप चैनल प्रोजेक्ट बनाया जा सके. तमाम दलीलों और जिरह के बावजूद उन्हें इसकी इजाज़त नहीं मिली. मगर मसला ये है कि जब कभी कुछ कंफर्म ही नहीं था कि आज के समय में राम सेतु है या नहीं, तो उसे तोड़ने की बात कहां से आई. 'राम सेतु' फिल्म की भी टैगलाइन है- Myth or Reality.

# ये फिल्म 'राम सेतु' को ढूंढने के बारे में है. जब कोर्ट से राम सेतु को तोड़ने की परमिशन नहीं मिलती, तो एक आर्कियोलॉजिस्ट को उसकी खोज में भेजा जाता है. उसका काम ये पता लगाना है कि राम सेतु है, तो कहां है. मायथोलॉजी को इतिहास बताता इस फिल्म का नायक, उसे ढूंढने निकल पड़ता है. मगर इस सेतु को ढूंढने की राह में कई बाधाएं हैं. गोलियां चल रही हैं. बम ब्लास्ट हो रहे हैं. नायक को अहसास होता है कि डेडली मिशन है. यहां उसे मरने के लिए भेजा गया है. मगर उसे पता है कि वो फिल्म का नायक है. और नायक का रोल अक्षय कुमार ने किया है. इसलिए 'सच को सामने आने से कोई नहीं रोक सकता'.

# राम सेतु को ढूंढने से कौन लोग रोकना चाहते हैं, ट्रेलर में ये नहीं बताया जाता है. राम सेतु की लोकेशन इंडिया और श्रीलंका के बीच मन्नार की खाड़ी में बताई जाती है. मायथोलॉजी के मुताबिक अपनी पत्नी सीता को ढूंढने के लिए  भगवान राम को समुद्र पारकर लंका जाना था. इसलिए वानर सेना ने उनके लिए पत्थरों का एक पुल बनाया. जिस पर चढ़कर राम, लंका पहुंचे. रावण को हराया. दशहरा और दीवाली जैसे फेस्टिवल लॉन्च किए. फिर वापस अयोध्या लौट आए. इससे ये अंदाज़ा लग रहा है कि जो लोग फिल्म के नायक पर हमले कर रहे हैं, वो श्रीलंका से हो सकते हैं.

# ट्रेलर में आपको दिखेगा कि CID के डॉक्टर सालुंखे की तरह अक्षय भी कीबोर्ड पर कुछ बटन दबाकर कोई भी जानकारी निकाल लेते हैं. इसके बाद वो एक एस्ट्रोनॉट टाइप सूट पहनकर पानी में कूद जाते हैं. राम सेतु की तलाश में. ट्रेलर के आखिरी सीन में वो एक पत्थर लिए बाहर निकलते हैं. जिससे ये साबित हो जाता है कि राम सेतु असल में है. इस पूरी प्रक्रिया में हमें किसी किस्म की गंभीर या तार्किक बात सुनने को नहीं मिलती है. सारी चर्चा कॉन्पिरेसी थ्योरी के लिए इर्द-गिर्द हो रही है.

# फिल्म दिखने में सुंदर लग रही है. सोशल मीडिया पर फिल्म के कुछ सीन्स के स्क्रीनशॉट घूम रहे हैं, जिससे इस बात की तसदीक की जा सकती है. टीज़र देखने के बाद फिल्म के VFX वर्क की बड़ी फजीहत हो रही थी. मगर ट्रेलर से जनता की ओर से इस डिपार्टमेंट में कोई शिकायत नहीं आ रही है. एंटरटेनमेंट के लिहाज़ से ये फन फिल्म लग रही है. मगर इसे असलियत से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. ऊपर जो भी बातें हुई, वो ट्रेलर के आधार पर की गई हैं. फिल्म देखने के बाद राय बदल सकती है.    

# 'राम सेतु' को डायरेक्ट किया है अभिषेक शर्मा ने. अभिषेक को 'तेरे बिन लादेन' और 'परमाणु' जैसी फिल्में डायरेक्ट करने के लिए जाना जाता है. फिल्म में अक्षय के साथ जैकलीन फर्नांडिस, नुसरत भरुचा, नासर और तेलुगु फिल्म एक्टर सत्य देव ने काम किया है. 'राम सेतु' 25 अक्टूबर, 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए शेड्यूल्ड है.

वीडियो देखें: अंडरवाटर रिसर्च प्रोजेक्ट से पता चल जाएगी रामसेतु की उम्र!