San Diego Comic Con में Prabhas की फिल्म Project K का टीज़र रिलीज किया गया. साथ ही मेकर्स ने नया टाइटल भी अनाउंस कर डाला. ‘प्रोजेक्ट के’ अब Kalki 2898 AD कहलाएगी. कुछ दिन पहले फिल्म से प्रभास का फर्स्ट लुक पोस्टर आया था. उसके बाद लोगों ने मेकर्स की क्लास लगा दी. सोशल मीडिया पर लिखा जाने लगा कि पोस्टर ऐसा है तो फिल्म कैसी होगी. हालांकि टीज़र आने के बाद ओपिनियन बदलने लगे. ‘कल्कि 2898 AD’ के टीज़र से फिल्म की कहानी, मूड और टोन को लेकर क्या समझ आ रहा है, टीज़र की सात फोटोज के ज़रिए यही समझने की कोशिश करेंगे.
प्रभास की 'कल्कि 2898 AD' से आई इन 7 तस्वीरों से फिल्म की पूरी कहानी पता चल गई!
फिल्म को मायथाोलॉजी के साथ मॉडर्न टच दिया गया है. टीज़र के कुछ हिस्से देख 'स्टार वॉर्स' और 'ड्यून' जैसी फिल्में भी याद आती हैं.

#1.

ये फिल्म डिस्टोपियन फ्यूचर में सेट होगी. ऐसा भविष्य जहां बेहतरी की हर मुमकिन उम्मीद खत्म हो चुकी है. आशा की आखिरी किरण लंबे वक्त पहले अपनी आखिरी सांस ले चुकी है. शुरुआत में हम कुछ बच्चों को देखते हैं. वो चहक नहीं रहे, बल्कि उन्हें बेसिक ज़रूरतों से भी दूर रखा जा रहा है. ऊपर वाली फोटो में एक दुबला बच्चा घड़े से कुछ पीने की कोशिश कर रहा है. संभवत: वो पानी हो. हम देखते हैं कि उस बच्चे के होंठ तक सूख चुके हैं. ये एक ऐसे भविष्य की कहानी है जहां पानी जैसी बेरंग चीज़ में भी लोगों ने भेद करना सीख लिया.
#2.

इन बच्चों को मुफलिसी में कौन रख रहा है? इसका जवाब शायद ये तस्वीर हो. फोटो के बीचों-बीच काले लिबास में एक शख्स है. शायद वही इस दुनिया पर राज करता है. अमेरिकी लेखक जॉर्ज ऑरवेल ने डिस्टोपिया पर जो काम किया, वो पढ़ने लायक है. उनकी किताब 1984 में बिग ब्रदर नाम की ताकत पूरी दुनिया को चलाती है. मुमकिन है कि ‘कल्कि 2898 AD’ में ये शख्स वैसा ही रोल प्ले करे. या फिर ऐसे विलेन के लिए काम करता हो. उसके आसपास गुर्गों की फौज खड़ी है. काले रोबोट जैसी कॉस्ट्यूम में. उनके हाथ में इंट्रेस्टिंग किस्म के हथियार हैं. हाथ में पकड़ने के हिसाब से वो खड़ग जैसे हैं. लेकिन मॉडर्न टच के साथ. शायद उन्हें लेज़र गन की तरह इस्तेमाल किया जाए.
#3.

‘कल्कि 2898 AD’ अच्छाई और बुराई के बीच की कहानी होने वाली है. टीज़र ने भी ये बिना सटल हुए पूरी तरह क्लियर कर दिया. नेगेटिव किरदारों को काली पोशाक दी गईं. उनके हथियार से लेकर उनके आसपास के माहौल के रंग में भी अंधेरा ढला है. जहां ज़ुल्म होगा वहां अवरोध भी पनपेगा. उनसे लड़ने वालों की भी अपनी फौज है. उनके हथियार से लेकर लिबास तक सफेद हैं. सत्य और असत्य को सफेद और काले रंग में बांट दिया गया. ये कोई नया तरीका नहीं. लंबे वक्त से सिनेमा में रंगों के ज़रिए विचारधारा दर्शायी जाती रही है.
#4.

पुरानी मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि फिल्म में प्रभास विष्णु का रोल करेंगे. टीज़र आने के बाद ये बात पुख्ता हो गई है. हिंदू मायथोलॉजी के अनुसार कल्कि विष्णु का आखिरी अवतार होगा. वहां लिखा गया कि घोर कलयुग आ जाने पर कल्कि अवतरित होगा. टीज़र को देखकर लग रहा है कि भगवानों में आस्था को नष्ट किया जा रहा है. हम एक शख्स के हाथों में छोटी मूर्ति देखते हैं. ये शिव की मूर्ति लग रही है. हाथ में त्रिशूल और नंदी पर सवार. इस शख्स के हाथ प्रार्थना में मुड़े हैं. शायद ये भगवान से धरती पर आने के लिए प्रार्थना कर रहा है. ऐसे में कल्कि का अवतार आएगा.
#5.

कल्कि के अवतार में प्रभास. यहां भगवान को टिपिकल राजा रवि वर्मा पेंटिंग की तरह नहीं दिखाया गया. कल्कि को मॉडर्न बनाया है. हम उसके हाथ में कोई हथियार नहीं देखते. लेकिन देखकर लग रहा है कि उसका कवच शक्तियों से लेस है. बाकी उसकी शक्तियां फिल्म आने पर ही क्लियर हो पाएंगी.
#6.

मुमकिन है कि फिल्म में दीपिका का किरदार ग्रे होगा. या फिर वो ऐसी इंसान है जो विलेन लोगों का भेद जानने के लिए उनकी सेना में जा मिली है. इस शॉट में दो वजहों से आपका ध्यान दीपिका पर जाता है – पहला तो कैमरे का फोकस ही उन पर है. दूसरा बाकी सभी फौजियों की नज़र एक तरफ है. यानी उन्हें अपने मकसद को लेकर कोई आंतरिक असमंजस नहीं. जो उन्हें समझाया जा रहा है वो वैसा ही करेंगी. दूसरी ओर दीपिका को इन बातों पर यकीन नहीं. वो ऐसे सिद्धांतों के लिए खड़ी नहीं होती. उनकी आंखों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वो किसी अन्य वजह से वहां फंसी हुई हैं.
#7.

टीज़र में प्रभास दिखे. दीपिका दिखीं. लेकिन अमिताभ बच्चन कहां थे. वो तीन मौकों पर नज़र आएं. लेकिन उनका चेहरा रीविल नहीं हुआ. उनका शरीर पूरी तरह कपड़े से ढका है. एक शॉट में अमिताभ वाला किरदार कीदी धूल धूसरित जगह पर दिखता है. मकड़ी के जालों से घिरा. देखकर लगता है कि उसे दफन कर दिया गया था. लिटरली नहीं. लेकिन अब कल्कि के आ जाने से उसे भी फिर से लड़ने का बल मिला है. अमिताभ का कैरेक्टर पॉज़िटिव क्यों होगा, ऐसा कहने की मेरे पास एक और वजह है. इस फोटो को देखिए. ये कोई सभा लग रही है. बैकग्राउंड में दिख रहे खंबों पर ऋषि-मुनियों की मूर्तियां हैं. ये उस किरदार के पौराणिक होने का सबूत भी हो सकता है.
डायरेक्टर विक्रमादित्य मोटवानी ने एक बार कहा था कि हमारे सुपरहीरो ये अमेरिकी किस्म के नहीं. मायथोलॉजी वाले किरदार हमारे असली सुपरहीरो हैं. यही वजह है कि ‘बाहुबली’ इतना चली. ‘कल्कि 2898 AD’ ने शायद ये चीज़ समझ ली है. उन्होंने मायथोलॉजी से जुड़ा सब्जेक्ट उठाया और उसे आकर्षक बनाने के लिए मॉडर्न ढंग से ढाल दिया. उनका एक्सपेरिमेंट सही निकला तो ये बहुत बड़ी फिल्म बनने वाली है. बता दें कि ‘कल्कि 2898 AD’ 12 जनवरी 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी.
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