"खुदा ने चाहा तो आपको खून के आंसू नहीं रोने दूंगा/आपका प्यार टूटने नहीं दूंगा" कहते हैं उम्मीद पर दुनिया कायम है. लेकिन उम्मीद ज्यादा हो जाए तो दुनिया उलट भी सकती है. तो अभी एक फेज में उम्मीद उसी खतरनाक स्पीड पर आगे बढ़ी है. वो है अखबारों, दीवारों, मीनारों में संकट मोचक बाबाओं के ऐडवर्टाइज. अपन रोज सुबह अखबार खोलते हैं. खबर दर खबर पलटते हुए कुछ पेज बिना देखे पलट देते हैं. वही ऐड वाले पेज. लेकिन फिर भी वो ऐड सदियों से आते रहे हैं और आते रहे हैं. वजह है उम्मीद. पहले तो इन ऐड्स के कुछ नमूने देख लो. फिर इनका पोस्टमार्टम करेंगे. तो मालिक पहले तो हमको माफी दइ दो. जो पन्ने पलट के चुप्पे से बढ़ लेते हो वो हम यहां खोल के दिखा दिए. सॉरी हां, लेकिन बड़ी जानकारी के लिए कुछ कुर्बानी देनी पड़ती है. दरअसल यही वो विज्ञापन हैं जिनको अपन उम्मीद का चरम कहते हैं. ये भले उम्मीद से हैं. पक्का कस्टमर फंसते भी होंगे. और कष्ट से मरते भी होंगे. तभी तो इनका ऐड देने का खर्चा निकल रहा है. फिर भी अगर ये अपने प्रचार पर थोड़ा काम करें तो उसके नतीजे बेहतर दिखेंगे इनको. लोग पहले से ज्यादा बेवकूफ बनेंगे. 1: एक तो ये ऐड निकालने वाले अपनी क्रियेटिविटी बेचकर पेपर में ऐड देते हैं. हर ऐड में एक ही बात होती है. मनचाहा प्यार, कारोबार में तरक्की, सौतन से छुटकारा, नौकरी-तलाक, मुठकरनी यही सब होता है. ड्रामे को नए लेवल पर ले जाने के लिए "11 मिनटों में पक्का समाधान" और "दुश्मन को अपनी आंखों के सामने खून उगलता देखें" इस्तेमाल किए जाते हैं. इसके आगे भी झिंटाक लाइनें सोचो भाई लोग. न बन पड़े तो किसी पीआर एजेंसी की हेल्प लो. 2: तकनीक के मामले में बहुत पिछड़े हैं ये बाबा लोग. दुनिया का समाधान करते हैं अपना नहीं कर पा रहे. अभी तक 15 साल पुरानी मोबाइल फोन टेक्नॉलजी से चिपके हैं. इनके ऐड में सिर्फ मोबाइल नंबर दिखते हैं कॉन्टैक्ट करने के लिए. आजकल आदमी एक रिक्शा भी खरीदता है तो उसे चलाने के लिए स्मार्टफोन पहले बनवा लेता है. मिठाई की दुकान से वॉटर पार्क तक अपनी वेबसाइट बनाए बइठे हैं. इनका जमाना वहीं अटका हुआ है. न फेसबुक पर पेज न ट्विटर हैंडल. अरे नीले निशान वाला सर्टिफाइड न हो तो वैसा चालू ही बनवा लें. 3: फंसाने का तरीका पुराना है. इनके पास फोन करो. इनका आदमी बोलेगा कि ये पंजाब नेशनल बैंक का हमारा एकाउंट नंबर है. इसमें 1500 रुपए देकर रजिस्ट्रेशन कराओ. फिर हम आपको बुला लेंगे. टू ओल्ड मॉडल भाईसाब. समथिंग नया ट्राई करो. यहां देखो मोबाइल कंपनी वाले कैसे कैसे फंसाते हैं अपने कस्टमर्स को. कोई नो उल्लू बनाविंग कहके उल्लू बना जाता है. कोई आपके एरिया में टावर दिखा के लुटिया काट देता है. और तुम जूझे हो वही पुराने महाभारत कालीन ढर्रे पर. अपने को अपडेट करो मियां. 4: न्यूकमर्स को मौका क्यों नहीं दे रहे? बाबा दादा ताया से आगे बढ़ो बे. भांजा, भतीजा बंगाली. नाती- पोता खान तक ले जाओ इस बिजनेस चेन को. यूथ पर भरोसा करो. वो तुम्हारे यहां आकर फंस सकता है तो समझ लो लोगों को फंसा भी सकता है. वो अपनी मार्केट नए तरीके से बनाएगा. इत्ता कर ले जाओ फिर धंधे में कोई हाथ पकड़ ले तो बताना.
स्पाइसजेट वालों का महाघटिया ऐड अंग्रेजी के नाम पर फैलने वालों को कपिल शर्मा ने लथेड़ दिया है इतने भद्दे टीवी ऐड कि जी घिना जाए सिगरेट पीने वालों, कहीं सुहागरात पर टें न हो जाओ! सेंटीमेंटलिया देने वाले हवाई ऐड्स