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'7वीं क्लास में मुझे एक महिला ने सेक्शुअली असॉल्ट किया था'- पीयूष मिश्रा

पीयूष मिश्रा ने बताया, ''उस सेक्शुअल असॉल्ट ने मुझे जीवनभर के लिए एक कॉम्प्लेक्स दे दिया. जिससे उबरने में मुझे बहुत लंबा समय लगा.''

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पीयूष मिश्रा की किताब का कवर. दूसरी तरफ फिल्म 'गुलाल' का एक सीन.

Piyush Mishra की ऑटोबायोग्राफिकल नॉवल आई है. नाम है Tumhari Auqaat Kya Hai Piyush Mishra. इसे राजकमल प्रकाशन ने छापा है. खैर, ऑटोबायोग्राफिकल नॉवल का मतलब कहानी पीयूष की है. मगर इस कहानी के पात्रों को नाम असल नहीं हैं. बदल दिए गए हैं. बकौल पीयूष, ऐसा इसलिए है क्योंकि वो सिर्फ अपनी कहानी बताना चाहते हैं. उनका मक़सद किसी से बदला लेना नहीं था. इसी किताब में पीयूष मिश्रा ने बताया कि बचपन में उन्हें एक दूर की रिश्तेदार ने सेक्शुअली अब्यूज़ किया.  

पीयूष मिश्रा ने अपनी किताब और उसमें लिखी घटनाओं के बारे में PTI से बात की. इस बातचीत में उन्होंने बताया कि जब वो सातवीं क्लास में पढ़ते थे, तब उनका यौन शोषण हुआ. जिन महिला ने उनके साथ ऐसा किया, वो उनकी दूर की रिश्तेदार थीं. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने PTI से कहा-

''इस चीज़ ने मुझे शॉक कर दिया. मैं हौरान था कि मेरे साथ हुआ क्या. सेक्स एक हेल्दी चीज़ है. उसके साथ आपका पहला अनुभव अच्छा होना चाहिए. वरना वो चीज़ आपको ज़िंदगी भर के लिए डर देती है. परेशान कर के रख देती है. उस सेक्शुअल असॉल्ट ने मुझे जीवनभर के लिए एक कॉम्प्लेक्स दे दिया. जिससे उबरने में मुझे बहुत लंबा समय लगा. और कई (सेक्शुअल) पार्टनर लगे.'' 

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पीयूष मिश्रा के नॉवल ‘तुम्हारी औक़ात क्या है पीयूष मिश्रा’ का कवर. 

अपनी आटोबायोदग्राफी को नॉवल की तरह ट्रीट करने पर बात करते हुए पीयूष मिश्रा ने कहा-

''मैं कुछ लोगों की पहचान छुपाना चाहता था. क्योंकि उनमें से कुछ महिलाएं हैं. कुछ पुरुष हैं, जो फिल्म इंडस्ट्री में सेट हो चुके हैं. मैं किसी से बदला लेना या किसी को हर्ट नहीं करना चाहता था.''

अपनी नॉवल 'तुम्हारी औक़ात क्या है पीयूष मिश्रा' में पीयूष ने संतप त्रिवेदी उर्फ हैमलेट नाम के पात्र की मदद से अपनी कहानी बताई है. क्योंकि उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में इसी नाम से जाना और बुलाया जाता था. इस नॉवल में हमें पीयूष मिश्रा की उस जर्नी के बारे में जानने को मिलता है, जो ग्वालियर के छोटे से गांव में शुरू होती है. दिल्ली के मंडी हाउस पहुंचती है. और कर्मभूमि मुंबई तक का सफर तय करती है.    

पीयूष मिश्रा बतौर एक्टर आखिरी बार सोनी लिव पर आई सीरीज़ 'सॉल्ट सिटी' में नज़र आए थे. बतौर राइटर उनकी आखिरी फिल्म थी रणबीर कपूर स्टारर 'शमशेरा'. पीयूष ने इस फिल्म के डायलॉग्स लिखे थे. इसके अलावा वो गाने लिखते-गाते रहते हैं. साथ में थिएटर भी करते रहते हैं. उन्हें अनुराग कश्यप डायरेक्टेड फिल्म 'गुलाल' का म्यूज़िक बनाने के लिए जाना जाता है. इसके अलावा उन्होंने फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में एक्टर के तौर पर काम किया. और फिल्म के लिए 'इक बगल में चांद होगा' जैसा गाना भी बनाया था. 

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