जब भी हिंदी सिनेमा की बात होगी, उसे काल खंडों में तोड़कर देखा जाएगा. Gangs of Wasseypur से पहले और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के बाद. इस फिल्म ने कई ऐसे एक्टर्स दिए, जिन्होंने हिंदी सिनेमा की दशा-दिशा बदल दी. Pankaj Tripathi वैसे ही एक्टर हैं. Anurag Kashyap की शाहकार में पंकज ने Sultan Qureshi नाम के कसाई का रोल किया था. पंकज ने हालिया इंटरव्यू में बताया उनका रोल इतना प्रभावशाली बन पड़ा कि फिल्म के बाद कुछ रियल गैंगस्टर्स ने उन्हें अपना गुरु मान लिया था. हालिया इंटरव्यू में पंकज ने इस बारे में बात की.
पंकज त्रिपाठी ने बताया 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के बाद असली गैंगस्टर्स ने गुरु मान लिया था
Pankaj Tripathi ने बताया Gangs of Wasseypur के बाद राइटर्स भी उनसे खौफ खाते थे. डरते थे कि कहीं पंकज चाकू न निकाल दें.
इंडिया टीवी के साथ इंटरव्यू में पंकज से पूछा गया कि ऐसा कहा जाता है कि ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के बाद उन्हें हकीकत में कुछ गैंगस्टर्स ने संपर्क किया था. इस पर पंकज ने कहा,
“कई गैंगस्टर्स ने मुझे अप्रोच किया. साउथ और नॉर्थ इंडिया के कई गैंगस्टर्स मुझे अपना गुरु मानने लगे थे. उन्हें लगता था कि सुल्तान असल जीवन में भी वही करता है, जो वो फिल्म में कहता है. और फिल्म में उसका किरदार भी अच्छा है. वे हकीकत में ही सुल्तान की तरह सोचने लगे थे. बाद में कई राइटर्स जो मेरे पास कहानी सुनाने आते थे, वो डरे रहते थे कि कहीं मैं जेब से चाकू न निकाल लूं.”
‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में पंकज त्रिपाठी की कास्टिंग का किस्सा बड़ा मज़ेदार है. अनुराग कश्यप के असिस्टेंट डायरेक्टर थे श्लोक शर्मा. श्लोक ने 'ओमकारा' पर भी काम किया था, जिसमें पंकज का एक छोटा सा किरदार था. दोनों की जान-पहचान थी. पंकज को पता चला कि बिहार बेस्ड एक फिल्म पर काम शुरू होने जा रहा है. उसके लिए कास्टिंग चल रही है. ये सुनते ही उन्होंने श्लोक को फोन लगाया. श्लोक ने कहा कि फिल्म के सभी किरदारों के लिए एक्टर्स चुने जा चुके हैं. पंकज ने कहा ठीक है. आगे कुछ काम निकले, तो उन्हें बताएं.
इसके बाद पंकज को मुकेश छाबड़ा का फोन आया. जो कि 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' की कास्टिंग कर रहे थे. उन्होंने पंकज को ऑडिशन के लिए बुलाया. पंकज गए और उनका ऑडिशन 6-7 घंटे तक चला. हालांकि तब भी उन्हें बताया नहीं गया कि उन्हें ये रोल मिला कि नहीं. अगले दिन अनुराग कश्यप से उनकी मुलाकात हुई. अनुराग ने कहा कि आंखों में हरे रंग का लेंस लगाकर ऑडिशन दीजिए. सब हुआ. मगर वो जमा नहीं. अगले दिन पंकज डेली सोप की शूटिंग के लिए जैसलमेर चले गए. वहां उन्हें फोन कर बताया गया कि सुल्तान क़ुरैशी के रोल के लिए उन्हें चुन लिया गया है.
2012 में रिलीज हुई गैंग्स ऑफ वासुपेर की गिनती हिंदी सिनेमा की कल्ट क्लासिक फिल्मों में होती है. इस फिल्म में मनोज बाजपेयी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, पंकज त्रिपाठी, ऋचा चड्ढा, हुमा कुरैशी, विपिन शर्मा, पियूष मिश्रा और तिग्मांशु धूलिया जैसे एक्टर्स ने काम किया था.
पंकज त्रिपाठी आने वाले दिनों में अटल बिहारी बाजपेयी की बायोपिक 'मैं अटल हूं' में नज़र आने वाले हैं. रवि जाधव डायरेक्टेड ये फिल्म 19 जनवरी को रिलीज होगी. इसके अलावा वो 'मेट्रो इन दिनों', ‘मर्डर मुबारक’ और 'स्त्री 2' जैसी फिल्मों में दिखने वाले हैं.