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जवानी में ही गिर गए थे 'पंचायत 3' की 'दादी' के सारे दांत, किराएदार ने दिलाया वेब सीरीज़ में रोल

Panchayat 3 की दादी Abha Sharma, Aamir Khan की फिल्म छोड़ चुकी थीं. Arjun Kapoor-Parineeti Chopra के साथ भी कर चुकी हैं काम.

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'पंचायत 3' से 14 साल पहले ही प्रधान पति उर्फ रघुबीर यादव के साथ काम कर चुकी थींं आभा शर्मा.

"बस अंदर से मन अच्छा नहीं लग रहा है…"

पंचायत की अम्मा जी ने इस डायलॉग से न जाने कितने दर्शकों के मन में घर कर लिया. जगमोहन की दादी उर्फ दमयंती. ‘पंचायत 3’ के कई नए किरदारों में से एक थीं. सीरीज में दिखाया गया है कि इन्हें सचिव जी से प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना के तहत मकान चाहिए था. और उसी की कवायद में इन्होंने जो नाटक-नौटंकी की, जिसे देखकर हर किसी को अपनी दादी-नानी या आसपास की कोई बुजुर्ग की याद ज़रूर आई होगी. ये किरदार निभाया है 75 साल की आभा शर्मा ने. आभा को खुद यकीन नहीं था कि इस किरदार और उनके डायलॉग्स को इतना प्यार मिलने वाला है.

'(घर) मिल जाएगा ना सचिव जी?' उनके मुंह से ये सुनते ही जितनी बार सचिव जी चौंकते थे, उतनी ही हंसी दर्शकों को आती थी. साथ ही ये उम्मीद भी जगती कि इन अम्मा को वाकई घर मिल जाएगा ना! आभा शर्मा को भले ही इस किरदार से पहचान मिली. लेकिन इनके एक्टिंग करियर की शुरुआत 16 साल पहले ही हो चुकी थी. लखनऊ की आभा शर्मा कैसे बनीं ‘पंचायत 3’ की अम्मा जी, आइए जानते हैं.

इंडिया टुडे से बातचीत में आभा ने बताया कि बचपन से ही उन्हें एक्टिंग करना पसंद था. इसी तरफ उनका झुकाव था. लेकिन उनकी मां को ये इंडस्ट्री कुछ खास पसंद नहीं थी. कुछ समय बाद उन पर पारिवारिक जिम्मेदारियां आ गईं. जिस कारण उस वक्त वो एक्टिंग में करियर आगे नहीं बढ़ा सकीं. उनके बड़े भाई और बहन की शादी के बाद उनकी मां लकवाग्रस्त (Paralysed) हो गई थीं. इसके अलावा भी घर में कई समस्याएं थीं. इसलिए उन्होंने उस वक्त घर संभालने के लिए एक्टिंग छोड़ दी. जे जे स्कूल ऑफ आर्ट्स से टीचिंग डिप्लोमा कर लखनऊ के ही एक स्कूल में आर्ट टीचर बन गईं.

54 की उम्र में शुरू किया, मगर “मैंने कभी काम पाने के लिए स्ट्रगल नहीं किया"

साल 2008 में आभा ने दोबारा ये महसूस किया कि वो एक्टर ही बनना चाहती हैं. अपनी मां की मौत के बाद 54 साल की उम्र में उन्होंने बिना किसी फॉर्मल ट्रेनिंग के एक्टिंग शुरू की. लखनऊ में थिएटर करने लगीं. मगर लगा कि एक्टिंग का गढ़ तो मुंबई है. प्लस वहां उनके परिवार के भी कुछ लोग रहते थे. आभा मुंबई पहुंच गईं. ऑडिशंस देना शुरू किया. बहुत स्ट्रगल नहीं करना पड़ा. पहला काम जल्द ही मिल गया. ये 'बैंक ऑफ बड़ौदा' का ऐड था. पहला मौका, जब आभा स्क्रीन पर नज़र आईं.  

इस विज्ञापन में फीचर होने के बाद आभा को दो बायोपिक्स ऑफर हुईं. ये कौन सी दो फिल्में थीं और किनकी ज़िंदगियों पर आधारित थीं, इसका पता नहीं चल सका. हालांकि आगे उन्हें कई अन्य फिल्मों में काम मिला. इसमें अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा स्टारर ‘इश्कज़ादे’, सुधीर मिश्रा की ‘दास देव’ और ‘शूटर’ जैसी फिल्में शामिल हैं. ‘इश्कज़ादे’ में आभा ने परिणीति के किरदार की दादी का किरदार निभाया था. वहीं ‘दास देव’ में उनके काम की डायरेक्टर ने खुद तारीफ की. आभा ने एक इंटरव्यू में बताया कि फिल्म में उनका रोल छोटा था. मगर डायरेक्टर सुधीर मिश्रा ने उनकी परफॉरमेंस को सराहा. 

54 साल की उम्र में शुरू किया था थिएटर. फोटो- इंडिया टुडे

पारिवारिक समस्याओं के अलावा आभा के एक्टिंग करियर में उनका स्वास्थ्य भी बड़ी रुकावट थी. 35 साल की उम्र में एक दुर्लभ बीमारी हुई. मसूड़ों में हुए एक इंफेक्शन की वजह से उनके सभी दांत टूट गए. उनके हाथ- पैर में कंपन रहती थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आभा को आमिर खान के प्रोडक्शन में बनी फिल्म 'पीपली लाइव' में एक रोल मिला था. हालांकि बीच शूट में ही उनकी तबीयत खराब हो गई. जिसकी वजह से उन्हें ये फिल्म छोड़नी पड़ी. मगर यहीं पर उनकी मुलाकात ‘पंचायत’ के 'प्रधान पति' यानी रघुबीर यादव से हुई.

पंचायत 3 का वायरल सीन कैसे बना?  

आभा ने इंडिया टुडे से बातचीत में 'पंचायत 3' से अपने वायरल सीन 'मन अच्छा नहीं लग रहा है' के बारे में भी बात की. उन्होंने बताया,

"इसका तो मज़ेदार किस्सा है. डायरेक्टर मेरे पास आए और सीन समझाया. लेकिन मुझे समझ ही नहीं आ रहा था. तो सेट पर जो मेरे असिस्टेंट थे, उन्होंने मुझे कहा कि कुछ मत करिए बस इस लाइन को  10 बार रिपीट कर दीजिए. फिर तो ऐसा हुआ कि शॉट के बाद भी मैं वो लाइन दोहराए जा रही थी. इसके बाद सेट से किसी ने आकर मुझसे कहा कि आप अब तक डायलॉग क्यों रिपीट कर रही हैं. शॉट पूरा हो चुका है."

आभा ने जिस असिस्टेंट का ज़िक्र किया, उनका नाम है अनुराग शुक्ल शिवा. अनुराग से आभा की पहली मुलाकात लखनऊ में थिएटर करते वक्त हुई थी. वो लखनऊ में उन्हीं के घर में किराए पर रहते थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अनुराग ने ही आभा को 'पंचायत' वाले रोल के लिए ऑडिशन रिकॉर्ड करने के लिए मनाया था. आभा को उस वक्त वेब सीरीज का मतलब और कॉन्सेप्ट तक नहीं पता था. लेकिन उसी ऑडिशन टेप की बदौलत उन्हें ये रोल मिला. उन्होंने इस वेब सीरीज़ के लिए 10 दिनों तक शूट किया. 

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पंचायत 3 के एक सीन में जगमोहन, उनकी पत्नी, बच्चा और दादी.

आभा का कहना है कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि उनका ये किरदार लोगों को इतना पसंद आ रहा है. लोग उनके डायलॉग का रट्टा लगाए बैठे हैं. उन्होंने कहा कि वो अपने बाकी कामों की तरह ‘पंचायत 3’ वाला रोल करके भी अपने अन्य कामों में व्यस्त हो गई थीं. मगर इस किरदार पर लोगों की प्रतिक्रिया देख, आभा ने कहा,

“लोग मुझे इस रोल के लिए बधाई दे रहे हैं. मुझे बड़ा अच्छा लगा  रहा है. ये मेरी किस्मत है कि मेरा किया काम लोगों को पसंद आ रहा है.”

‘पंचायत 3’ से फारिग होने के बाद आभा शर्मा ने अपने अगले प्रोजेक्ट की शूटिंग पूरी कर ली है. जल्द ही वो संजय मिश्रा और महिमा चौधरी के साथ 'दुर्गा प्रसाद की दूसरी शादी' नाम की फिल्म में नज़र आएंगी.

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