Panchayat 3 में विधायक जी के किरदार के पास एक घोड़ा है. घोड़ा उनको बेचना पड़ता है. यहीं रूकता हूं, वेब सीरीज की पूरी कहानी नहीं बताउंगा. लेकिन घोड़ा बेचने वाले इस प्रकरण की चर्चा करूंगा. क्योंकि ये कहानी जुड़ी हुई है बिहार के दो नेताओं से. वो नेता हैं- Anant Singh और Lalu Yadav.
'पंचायत 3' की घोड़े वाली कहानी, अनंत सिंह और लालू यादव की असल कहानी से प्रेरित है!
Anant Singh ने धोखे से Lalu Yadav का घोड़ा खरीदा था. उन्होंने ऐसा अपना रसूख बढ़ाने के लिए किया था. Panchayat 3 की कहानी इसी से इंस्पायर्ड लगती है.
पहले ‘पंचायत 3’ वाले विधायक जी की कहानी समझ लेते हैं. विधायक जी पर एक कुत्ते और एक कबूतर की हत्या का आरोप लगा है. इसलिए ज्योतिष कारणों से उन्हें पशु-पक्षियों से दूर रहने को कहा जाता है. लिहाजा बहुत ही भारी मन से विधायक जी अपना घोड़ा बेचने का निर्णय लेते हैं. ये खबर पहुंचती है फुलेरा गांव के प्रधान और उनकी टीम के पास. इसके ठीक पहले ऐसा कुछ हुआ होता है, जिससे फुलेरा गांव की आंच को ठेस पहुंचता है. यानी उनकी बेइज़्ज़ती हुई होती है.
फुलेरा गांव के लोग ये तय करते हैं कि गांव के अपमान का बदला लिया जाए. इसी योजना के तहत विधायक का घोड़ा खरीदने का फैसला लिया जाता है. फुलेरा गांव के लोग मानते हैं कि ऐसा करने से विधायक की तौहीन होगी और उनके गांव का रसूख बढ़ेगा. लेकिन विधायक और फुलेरा गांव के बीच जो तनाव है, उसके कारण विधायक किसी भी कीमत पर फुलेरा गांव के किसी इंसान को अपना घोड़ा नहीं बेचता. इसका तोड़ निकाला जाता है. गांव के दामाद को बुलाया जाता है. वही जिनकी ‘गज़ब बेइज़्जती हुई' थी.
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गांव का दामाद गणेश, विधायक से घोड़ा खरीदता है और फुलेरा गांव पहुंचा देता है. फुलेरावासियों ने जैसा सोचा होता है, ठीक वैसा ही होता है. विधायक इसे अपनी आन-बान और शान से जोड़ता है और गोली-बंदूक लेकर फुलेरा गांव पहुंच जाता है.
ये घोड़ा बेचने और धोखे से खरीदने वाली कहानी काल्पनिक है. ऐसा ‘पंचायत’ सीरीज के मेकर्स का दावा है. लेकिन हमें ये कहानी सुनी-सुनी सी लगती है. बिहार के एक नेता हैं, अनंत सिंह. मीडिया को दिए बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं. अपने शौक और रसूख के कारण जाने जाते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2006 या 2007 की बात है. सोनपुर में पशु मेला लगा था. यहां बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव का एक घोड़ा बिकने गया था. अनंत सिंह को लगा कि लालू यादव के घोड़े को खरीदने से इलाके में उनका सम्मान बढ़ेगा. लेकिन उनको ये भी पता था कि लालू अपना घोड़ा कभी भी अनंत सिंह को नहीं बेचेंगे.
इस घोड़े को एक किसान ने खरीदा. लेकिन शाम होने तक वो घोड़ा अनंत सिंह के पास पहुंच गया. बाद में अनंत सिंह उसी घोड़े पर बैठकर मेला घूमने गए. हालांकि, जैसा सीरीज में हुआ वैसे लालू यादव गोली-बंदूक लेकर अपना घोड़ा वापस लेने नहीं पहुंचे थे. कुछ समय पहले तक ये सिर्फ एक दावा था. लेकिन अब खुद अनंत सिंह ने इस बात की पुष्टि कर दी है. अनंत सिंह फिलहाल जेल में बंद हैं. लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उनको 15 दिनों का परोल मिला था. इस दौरान उनके कई, अधिकतर या ‘सारे’ इंटरव्यू चर्चा में रहे. ऐसे ही एक इंटरव्यू में उन्होंने इस दावे की पुष्टि की. और बताया कि उन्होंने लालू यादव का जो घोड़ा खरीदा था, वो बाद में बीमार पड़ गया और मर गया.
लल्लनटॉप सिनेमा ने ‘पंचायत 3’ के विधायक जी का इंटरव्यू किया है, जिसे आप नीचे देख सकते हैं-
‘पंचायत’ का तीसरा सीजन 28 मई को एमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुका है. सीरीज़ को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. इस सीरीज में विधायक जी का रोल किया है पंकज झा ने. गांव के दामाद गणेश बने हैं आसिफ खान. इन लोगों के अलावा इस शो में जितेंद्र कुमार, रघुबीर यादव, नीना गुप्ता, फैसल मलिक और चंदन रॉय जैसे एक्टर्स ने काम किया है. ‘पंचायत 3’ को डायरेक्ट किया है दीपक कुमार मिश्रा ने.
वीडियो: पंचायत सीज़न 3 REVIEW बाय गजेंद्र सिंह भाटी