‘द लंचबॉक्स’ फेम निमरत कौर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट किया. इसमें निमरत की दो फोटोज़ नत्थीं हैं. बिफोर-आफ्टर ट्रांसफॉर्मेशन वाली. साथ में एक नोट भी है.
निमरत कौर ने अपनी दो फोटो पोस्ट कर इंटरनेट की बुद्धि ठीक कर दी
‘द लंचबॉक्स’ फेम निमरत कौर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट किया. इसमें निमरत की दो फोटोज़ नत्थीं हैं. बिफोर-आफ्टर ट्रांसफॉर्मेशन वाली. साथ में एक नोट भी है. जानिए निमरत ने अपने इस पोस्ट में क्या लिखा.
निमरत लिखती हैं-
”आज के समय में लोगों की एक्सपेक्टेशन आसमान छू रही है कि हमें हर वक्त कैसा दिखना चाहिए. इसमें जेंडर, उम्र या प्रोफेशन कोई बाधा नहीं है. ऐसे में मैं आपको अपनी लाइफ के एक छोटे चैप्टर के बारे में बताती हूं. जो अपने साथ ऐसी सीख लाया जो मेरे साथ आजीवन रहेगी. आपको मुझे थोड़ा झेलना पड़ेगा क्योंकि 10 महीने लंबी जर्नी को मैं एक लाइन में बयां नहीं कर सकती.
मैं स्मॉल या मीडियम बॉडी टाइप के साथ पैदा हुई थी. ‘दसवीं’ फिल्म के लिए मुझे अपना साइज़ बढ़ाना था. आइडिया ये था कि मैं बिल्कुल पहचान में नहीं आनी चाहिए. और फिज़िकली ‘निमरत’ से बिलकुल अलहदा दिखना था. कोई नंबर तय नहीं था कि इतना वजन बढ़ाना है. जैसा दिखने की बात हुई थी, वहां तक पहुंचने में मेरा वजन 15 किलो से ज़्यादा बढ़ गया. पहले तो मैं डरी हुई थी. मगर मेरे शुभचिंतकों के समर्थन और हौसला अफ़जाई की बदौलत धीरे-धीरे मैं बिमला बनने के प्रोसेस को एंजॉय करने लगी.
मैंने इस पूरे पीरियड के दौरान एक चीज़ नोटिस की. मेरा वजन बढ़ा हुआ था, फिर भी मैं ज़्यादा कैलोरी वाला खाना खा रही थी. ऐसे में मेरे आसपास मौजूद लोगों को लगा कि उन्हें मुझ पर कमेंट करने का अधिकार मिल गया है. क्योंकि उनके हिसाब से मैं गलत कर रही थी. ये एक टुच्ची टिप्पणी, एक गैरज़रूरी जोक या बिन मांगी सलाह जैसा कुछ भी हो सकता था कि मुझे उस डेज़र्ट के बजाय क्या खाना चाहिए.
मैं जैसी दिख रही हूं, वैसी क्यों दिख रही हूं, मैं हर बार इसके पीछे की वजह ज़ाहिर नहीं करूंगी. मैंने हमेशा ऑब्ज़र्व किया है कि लोग मेरे बढ़े हुए वजन या मेरे खाने को अपना धंधा बना लेते हैं. मैं बीमार हो सकती हूं, मेडिकेशन पे हो सकती हूं, अंदर ही अंदर किसी चीज़ से जूझ रही हो सकती हूं, या मैं वजन की परवाह किए बिना जो मेरा जी करे खा सकती हूं.
मैंने इस जर्नी को पूरा कर लिया है. मैं वापस अपने पुराने शेप में आ चुकी हूं. आज मैंने सही मायनों में ये सीखा है कि दूसरों के नज़रिए से कभी खुद को प्रभावित नहीं होने देना चाहिए. मैंने ये इसलिए शेयर किया क्योंकि मैं चाहती हूं कि हम सब को थोड़ी और सजगता और संवेदनशीलता से काम लेना चाहिए. इस विषय पर बात होनी चाहिए. खासकर उन लोगों के प्रति, जो ‘सामाजिक मानकों से अलग’ दिखते हैं. वो सांवले हो सकते हैं, पतले, छोटे, मोटे कुछ भी हो सकते हैं. आप जो भी कहते या ऑब्ज़र्व करते हैं, वो आपके माइंडसेट के बारे में बताता है. उनके नहीं, जिनकी आप बात कर रहे थे.
इसलिए संवेदनशील बनिए. ग्रेसफुल रहिए. अगर आप किसी का दिन बना नहीं सकते, तो खराब मत करिए. ज़िम्मेदार बनिए. अपने दिमाग और शरीर को अपना बिज़नेस बनाइए. किसी और के नहीं.”
फिल्म ‘दसवीं’ के एक सीन में निमरत कौर
निमरत कौर ने नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई फिल्म ‘दसवीं’ में बिमला देवी का रोल किया है. बिमला, राज्य के मुख्यमंत्री की पत्नी है. मगर फिर कुछ ऐसा होता है कि वो खुद मुख्यमंत्री बन जाती है. इस फिल्म के लिए निमरत को एक रेगुलर हाउसवाइफ जैसे दिखना था. ‘दसवीं’ में अभिषेक बच्चन ने निमरत के पति का किरदार निभाया था.
वीडियो देखें: फिल्म रिव्यू- दसवीं
अभिषेक बच्चन की नई फिल्म ‘दसवीं’ का रिव्यू