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NFDC ने इज़रायल का फिल्म फेस्टिवल रखा, इतना विरोध हुआ कि कैंसल करना पड़ा

Naseeruddin Shah, Ratna Pathak Shah और Anand Patwardhan जैसे कलाकारों ने इस फिल्म फेस्टिवल के खिलाफ कैम्पेन किया था.

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बीते 10 महीनों में इजरायली सेना के हमलों में 40 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.

मुंबई में Israel Film Festival आयोजित होना था. लेकिन उससे पहले इंटरनेट पर इसका विरोध होने लगा. इस विरोध प्रदर्शन के बाद फिल्म फेस्टिवल को कैंसल कर दिया गया है. National Film Development Corporation of India (NFDC) 21 और 22 अगस्त को मुंबई के नैशनल म्यूज़ियम ऑफ इंडियन सिनेमा में ये फिल्म फेस्टिवल ऑर्गनाइज़ कर रहा था. 

Palestine Solidarity Forum नाम की संस्था ने इस प्रोटेस्ट कैम्पेन की शुरुआत की थी. उनकी इस पहल का समर्थन करने के लिए नसीरुद्दीन शाह, रत्ना पाठक शाह और आनंद पटवर्धन जैसे नाम आगे आए. उन्होंने इस फिल्म फेस्टिवल को कैंसल करने की अपील करते हुए एक स्टेटमेंट रिलीज़ किया. वहां लिखा था,  

जब पूरी दुनिया इज़रायल के युद्ध अपराध और गाज़ा के नरसंहार की साक्षी है, तब ऐसे समय में NFDC का ये स्क्रीनिंग रखना शर्मनाक है. 

स्टेटमेंट में लिखा गया कि भारतीय सरकार ने फिलिस्तीन में हो रही बर्बरता को स्वीकार किया है, और NFDC के मैनेजमेंट को इस बारे में जानकारी होनी चाहिए थी. आगे लिखा था,

मानव इतिहास के इस दौर में NFDC और NMIC का इज़रायली फिल्मों को स्क्रीन करना अनैतिक, अमानवीय और न्याय का उपहास करता है. इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस और इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने इस बात को स्वीकार किया है कि इज़रायल नरसंहार का दोषी है. इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने इस बात की घोषणा की थी कि वो इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया जाएगा, और उन्हें युद्ध अपराध के लिए ट्रायल पर जाना होगा. 

ऐसे ठोस सबूत को धान में रखते हुए NFDC को तुरंत प्रभाव से इस इज़रायल फिल्म फेस्टिवल को कैंसल करना होगा. 

बीते 10 महीनों में इजरायली सेना के हमलों में 40 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. इनमें 16 हजार से ज्यादा बच्चे हैं. 95 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. और करीब 10 हजार लोग गायब हुए हैं. इसके अलावा, जंग शुरू होने के बाद से इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 635 लोगों की मौत हो चुकी है. 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुआ ये युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाओं के बावजूद जारी है. 7 अक्टूबर को हमास के मिसाइल हमले में 1139 इजरायली लोगों की मौत हुई थी. तब हमास ने 252 इजरायली और विदेशी नागरिकों को बंधक भी बनाया था. इनमें से 105 बंधकों को हमास ने अस्थायी समझौते के बाद छोड़ा था. लेकिन अब भी 125 इजरायली नागरिक हमास के कब्जे में हैं. कुछ बंधक मार दिए गए थे.
      
 

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