बीते दिनों Nana Patekar दी लल्लनटॉप के स्पेशल प्रोग्राम 'गेस्ट इन द न्यूज़रूम' के 100वें एपिसोड में बतौर गेस्ट आए. यहां उन्होंने अपनी फिल्मों और फिल्मी सफर के साथ-साथ पर्सनल लाइफ पर भी चर्चा की. नाना ने साल 1989 में आई फिल्म 'परिंदा' के उस सीन के बारे में बताया जब उनके पूरे शरीर पर आग लग जाती है. नाना ने बताया कि सीन करते-करते सच में नाना के शरीर पर आग लग गई थी.
जब 'परिंदा' की शूटिंग करते हुए नाना पाटेकर की दाढ़ी, मूंछ, भौं सब जल गई थीं
Nana Patekar कहते हैं कि वो एक हादसा था. कोई नहीं चाहता था कि मैं जल जाऊं. मगर वो हादसा था जो हो गया.

नाना कहते हैं,
''वो जो 'परिंदा' में सीन है, जिसमें मेरे बदन में आग लग जाती है. वो सच में मेरे पूरे शरीर में आग लग गई थी. मैं उसके बाद दो महीने तक अस्पताल में भर्ती था. मेरा मांस भी निकल गया था. सबकुछ जल गया था. दाढ़ी, मूंछ, भौं सब जल गया था. मैं छह महीने तक ऐसे ही था. वो बहुत बड़ा एक्सीडेंट था. सबकुछ जल गया था.''
नाना कहते हैं कि वो एक हादसा था. कोई नहीं चाहता था कि मैं जल जाऊं. मगर वो हादसा था जो हो गया. नाना पाटेकर ने नेशनल अवॉर्ड पर भी बात की. उन्होंने का उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं है. उन्हें तो पता भी नहीं कि अब उन्हें मिले वो तीन नेशनल अवॉर्ड कहां रखे हैं उन्हें मालूम भी नहीं. हालांकि नाना बताते हैं कि वो वक्त उनके लिए बहुत इमोशनल था जब नेशनल अवॉर्ड मिलने के बाद दिलीप कुमार ने उन्हें अपने घर बुलाया था.
नाना बताते हैं,
''दिलीप साहब ने मुझे अपने घर बुलाया था. बारिश हो रही थी. घर गया तो भीगा हुआ था. दिलीप कुमार ने जब पहले देखा तो सबसे पहले घर के अंदर गए, तौलिया लाए. मुझे बिठाया और अपने हाथों से मेरा सिर पोंछने लगे. फिर अंदर गए मेरे लिए अपना कुर्ता लाए कि बदल लो भीग गए हो. इससे बड़ा और क्या अवॉर्ड चाहिए ज़िंदगी में.''
नाना पाटेकर ने तपन सिन्हा, सत्यजीत रे, संजय लीला भंसाली, विधु विनोद चोपड़ा और अपनी फिल्म 'शक्ति', 'तिरंगा', 'क्रांतिवीर' पर भी खूब बात की. खूब किस्से सुनाए.
वीडियो: गेस्ट इन दी न्यूजरूम: नाना पाटेकर ने विधु विनोद, भंसाली से लड़ाई, तिरंगा, राज कुमार और तनुश्री पर सब बता दिया!