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अनुराग कश्यप, मनोज बाजपेयी की ये फ़िल्में सबसे पहले देखनी हैं, तो यहां पहुंच जाएं

मामी फिल्म फेस्टिवल में अनुराग कश्यप, मनोज बाजपेयी की फिल्मों के अलावा विक्रमादित्य मोटवानी और आनंद पटवर्धन की फ़िल्में भी दिखाई जाएंगी. वर्ल्ड सिनेमा के कुछ नगीने भी फेस्टिवल में दिखेंगे.

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जिसको भी बढ़िया सिनेमा देखना है 'मामी' पहुंच जाए.

मामी फिल्म फेस्टिवल दुनिया के कुछ नामी फ़िल्मी उत्सवों में से एक है. इसमें फिल्मों से लेकर फिल्म बनाने वालों का मेला लगता है. सिनेमा मुरीदों को इसका इंतज़ार रहता है. अब ये इंतज़ार हो गया है खत्म. फेस्टिवल 27 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक चलेगा. इसका लाइनअप भी अनाउंस कर दिया गया. इसमें 250 फ़िल्में शामिल हैं. हालांकि इसमें कुछ ही फ़िल्में ऐसी हैं, जो कम्पटीशन सेक्शन में होंगी. बाक़ी सभी को सिर्फ स्क्रीन किया जाएगा. इसमें अनुराग कश्यप की 'कैनेडी', मनोज बाजपेयी की 'जोरम' और आनंद पटवर्धन की 'वर्ल्ड इज फैमिली' शामिल हैं. आपको कुछ प्रमुख फिल्मों के बारे में बताए देते हैं, जिनको फेस्टिवल में दिखाया जाएगा. पर पहले थोड़ा बेसिक जानकारी दे देते हैं.

मामी में एक कैटगरी है ‘गाला प्रीमियर्स’. इसमें मनोज बाजपेयी और अनुराग कश्यप की दो बड़ी फ़िल्में स्क्रीन की जा रही हैं. 

जियो मामी को साउथ एशिया सेंट्रिक रखा गया है. साउथ एशिया की फिल्मों के दो अलग-अलग सेक्शन हैं, एक कम्पटीशन सेक्शन है और दूसरा एक नॉन कम्पटीशन. इसके नाम रखे गए हैं साउथ एशिया कम्पटीशन और साउथ एशिया फोकस. हालांकि ऐसा नहीं है कि इसमें सिर्फ साउथ एशियन कन्ट्रीज की ही फ़िल्में हैं. लेकिन इसमें ऐसी फ़िल्में हैं जो दक्षिण एशिया को और उसकी संस्कृति को एक्सप्लोर करती हैं. इन दो कैटगरीज के अलावा अन्य 11 कैटगरी और हैं. इसमें वर्ल्ड सिनेमा से लेकर कुछ भारत से कुछ बेहतरीन सिनेमा को जगह दी गई है. खैर शुरू करते हैं अपनी उन फिल्मों की लिस्ट, जो मामी का आकर्षण रहेंगी.

1. आगरा 
डायरेक्टर : कनु बहल
कैटगरी : साउथ एशिया कम्पटीशन 

'आगरा' को 'तितली' बनाने वाले डायरेक्टर कनु बहल ने बनाया है. फिल्म गुरु नाम के एक कॉल सेंटर कर्मचारी की कहानी है, जो अपने माता-पिता के साथ रहता है. ये फिल्म गुरु की सेक्शुअल यात्रा की खोज को फ़ॉलो करती है. पुरुष के सेक्शुअल दुःख वाले चश्मे से इंडियन पैट्रिआर्की की सच्चाई दिखाती है. 'आगरा' को डायरेक्टर्स फोर्टनाइट कैटगरी में कान फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाया गया था.

2. स्थल (अ मैच) 
डायरेक्टर : जयंत दिगम्बर सोमालकर
कैटगरी : साउथ एशिया कम्पटीशन 

कुछ समय पहले प्राइम पर एक शो आया था, 'गिल्टी माइंड्स'. इसके डायरेक्टर थे जयंत दिगम्बर सोमालकर. उनकी एक मराठी फिल्म 'स्थल' भी साउथ एशिया के कम्पटीशन कैटगरी में है. इसे टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जा चुका है. ये एक महिला के एक्सपीरिएंस को दिखाती है. वो एक ऐसे समाज में अपना अस्तित्व स्थापित करना चाह रही है, जहां शादी को ही व्यवस्थित जीवन का एक मात्र विकल्प समझा जाता है.

3. ऑल इंडिया रैंक 
डायरेक्टर: वरुण ग्रोवर 
कैटगरी: साउथ एशिया फोकस

वरुण ग्रोवर 'ऑल इंडिया रैंक' से बतौर डायरेक्टर डेब्यू कर रहे हैं. 90 के दशक में सेट ये फिल्म 17 साल के विवेक की कहानी है. उसे आईआईटी में दाखिले की तैयारी के लिए घर से दूर भेज दिया जाता है. इसका वर्ल्ड प्रीमियर Rotterdam के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हो चुका है.

4. व्हाइल वी वॉच्ड
डायरेक्टर: विनय शुक्ला
कैटगरी: साउथ एशिया फोकस

विनय शुक्ला की फिल्म 'व्हाइल वी वॉच्ड' पत्रकार रवीश कुमार पर बनी एक डॉक्यूमेंट्री है. ये उस दौर को दिखाती है, जब रवीश एनडीटीवी में हुआ करते थे. इसका 2022 के टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था. यहां इसे Amplify Voices Award मिला था.

5. वसुधैव कुटुम्बकम 
डायरेक्टर : आनंद पटवर्धन 
कैटगरी: आइकन्स - साउथ एशिया

दिग्गज डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर आनंद पटवर्धन की फिल्म 'वसुधैव कुटुम्बकम' भी मामी में दिखाई जाएगी. इसे भी टोरंटो में दिखाया जा चुका है. ये डॉक्यूमेंट्री पटवर्धन के पेरेंट्स और उनके भारतीय स्वंत्रता संग्राम के कुछ प्रमुख चेहरों से जुड़ाव को एक्सप्लोर करती है.

6. Indi(r)a's Emergency
डायरेक्टर: विक्रमादित्य मोटवानी 
कैटगरी: आइकन्स - साउथ एशिया

विक्रमादित्य मोटवानी की Indi(r)a's Emergency एक डॉक्यू-सीरीज है. ये सुनील गुप्ता की बुक 'ब्लैक वारंट - कन्फेशन ऑफ़ अ तिहाड़ जेलर' नाम की बुक का अडैप्टेशन है. इसमें आपातकाल के दौर को दिखाया जाएगा.

7. केनेडी 
डायरेक्टर: अनुराग कश्यप 
कैटगरी: गाला प्रीमियर्स

‘केनेडी’ एक इन्सोम्निया से पीड़ित एक्स कॉप की कहानी है. इसे लंबे समय से मरा हुआ मान लिया गया है. अब वो करप्ट सिस्टम के लिए काम करता है. अनुराग कश्यप की इस फिल्म को कान फिल्म फेस्टिवल में भी स्क्रीन किया गया था. राहुल भट्ट और सनी लियोनी फिल्म में मुख्य भूमिकाएं निभा रहे हैं.

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8. जोरम 
डायरेक्टर: देवाशीष मखीजा 
कैटगरी: गाला प्रीमियर्स

'जोरम' एक ऐसे पिता की कहानी है, जो अपनी बच्ची को लेकर पूरे देश में भाग रहा है. उसके पीछे एक पुलिस वाला है. पिता का रोल मनोज बाजपेयी ने किया है. पुलिस वाले का किरदार जीशान अय्यूब ने निभाया है. 'भोसले' के डायरेक्टर देवाशीष मखीजा ने इसे डायरेक्ट किया है. ये फिल्म भी दुनिया के तमाम फिल्म फेस्टिवल्स से घूमकर मामी आई है.

9. एनाटॉमी ऑफ़ अ फॉल
डायरेक्टर: जस्टिन ट्राइट 
कैटगरी: वर्ल्ड सिनेमा

'एनाटॉमी ऑफ़ अ फॉल' एक ऐसी महिला की कहानी है, जिस पर उसके पति की हत्या का शक है. इसके चलते उसके ब्लाइंड सन को नैतिक दंड का सामना करना पड़ता है. जस्टिन ट्राइट की इस फ्रेंच कोर्टरूम ड्रामा थ्रिलर को कान फिल्म फेस्टिवल 2023 में बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड भी मिल चुका है.

10. ओल्डबॉय 
डायरेक्टर: Park Chan-wook
कैटगरी: आफ्टर डार्क

'ओल्ड बॉय' 2023 में आई एक बेहतरीन कोरियन ऐक्शन थ्रिलर फिल्म है. ये एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जो 15 सालों तक एक ही रूम में कैद रहता है और अचानक 15 साल बाद उसे छोड़ दिया जाता है. 'ओल्डबॉय' की विश्व की कुछ बेहतरीन चुनिंदा थ्रिलर फिल्मों में गिनती है. इस पर डायरेक्टर संजय गुप्ता ने संजय दत्त और जॉन अब्राहम को लेकर 'जिंदा' नाम से एक हिंदी फिल्म भी बनाई थी.

बहरहाल, ये मामी में स्क्रीन होने वाली कुछ फिल्मों की लिस्ट है. इसके अलावा Monster और Maestro जैसी फ़िल्में भी यहां स्क्रीन होंगी. अभी सिर्फ मामी फिल्म फेस्टिवल का लाइनअप आया है. इसका कैलेंडर अभी नहीं आया है, कि कौन-सी फिल्म कब स्क्रीन होगी. बाक़ी अधिक जानकारी के लिए आप मामी की वेबसाइट पर जा सकते हैं.

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