साल 2004 में Shahrukh Khan की एक फिल्म आई थी. नाम था Swades. Ashutosh Gowariker के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म को शाहरुख के करियर की कुछ बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है. ना सिर्फ इस पिक्चर की कहानी बल्कि इसका संगीत लोगों की ज़ुबान पर आज भी चढ़े हैं. रिसेंटली Javed Akhtar ने स्वदेस के गाने लिखने का एक्सपीरिएंस शेयर किया.
जावेद अख्तर ने कहा, शाहरुख की फिल्म के डायरेक्टर ने मुझे मारने का प्लान बना लिया था
Javed Akhtar ने बताया, Shahrukh Khan की Swades का गाना लिखने में वो खुद पर बहुत ज़्यादा प्रेशर फील कर रहे थे.
यू-ट्यूब चैनल O2India से बात करते हुए उन्होंने बताया कि डायरेक्टर आशुतोष ने उन्हें फिल्म का गाना ‘पल-पल है भारी…’ लिखने को कहा था. ये रामलीला सॉन्ग है. जिसमें रावण, सीता से राम के बारे में सवाल कर रहा है. जावेद अख्तर ने ये भी बताया कि उन्हें लगा था इस गाने को लिखने के बाद लोग उनके खिलाफ नेगेटिव सोचने लगेंगे. जिसका असर उनके दिमाग और उनकी हेल्थ पर पड़ेगा.
जावेद अख्तर ने बताया कि आशुतोष ने उन्हें विदेश से फोन किया था. जहां वो शूटिंग कर रहे थे. उन्होंने जावेद साहब से कहा कि AR Rahman एक महीने के लिए कहीं जा रहे हैं इसलिए बहुत अर्जेंटली 'स्वदेस' के गाने बनाए और रिकॉर्ड किए जाने हैं. फिर जावेद अख्तर ने फिल्म का नरेटिव सुना जिसके बाद वो बहुत आश्चर्य में पड़ गए.
जावेद अख्तर बताते हैं आशुतोष ने उन्हें गाने का सीन समझाया. बताया कि ये सीन रामायण से इंस्पायर्ड हैं. अशोक वाटिका का दृश्य है. जहां रावण ने सीता का हरण करके उन्हें रखा हुआ है. यहीं रावण, सीता से भगवान राम के बारे में सवाल कर रहे हैं. उन्हीं को सीता जवाब दे रही हैं. सीता बता रही हैं कि भगवान राम, रावण से ज़्यादा महान क्यों हैं.
जावेद अख्तर ने कहा,
''मैंने आशुतोष को उसी वक्त बोला कि तुमने तो मेरे मर्डर की पूरी प्लानिंग बना ली है. तुम्हें पता भी है कि ये सब्जेक्ट कितना सेंसटिव है? रावण, सीता से राम के बारे में पूछ रहा है, तुम चाह रहे हो मैं ये गाना लिखूं? अगर तुमने मुझे ये काम मुंबई में करने को कहा होता तो कम से कम मैं रामचरितमानस ले लेता, उसके बाद उसी को देखकर ये गाना लिखता. ये वो समय था जिस वक्त देश में राम मंदिर मूवमेंट अपने चरम पर था. मैंने तो बोल दिया था आशुतोष को कि मैं नहीं लिख पाऊंगा गाना.''
जावेद अख्तर ने फिर बताया कि इस गाने को ना लिख पाने की वजह से वो बहुत चिंता में भी थे. उस दिन वो जल्दी सो गए. फिर भोर में सुबह उठे. उन्हें ऐसा लगा कि वो काम ना करने का बहाना निकाल रहे हैं. इसलिए उन्होंने दो घंटे में ये गाना लिख दिया. जावेद बताते हैं,
गाना जब रिलीज़ हुआ उसके बाद मैं किसी से मिला जिन्हें रामायण के बारे में बहुत कुछ पता था. रामचरितमानस की बारीकियां जानते थे. उन्होंने मुझसे कहा आपने बहुत अच्छा काम किया है. जिस तरह आपने तुलसीदास की लाइनों का इस्तेमाल किया है वो बहुत खूबसूरत है. उस वक्त तक मुझे इसके बारे में पता नहीं था. बचपन में बहुत सारी रामलीला हमने देखी थी. इसलिए वही सब था दिमाग में गाना लिखते वक्त भी.
'स्वदेस' के इस गाने को उस वक्त और आज भी खूब पसंद किया जाता है. मधुश्री और विजय प्रकाश की आवाज़ में गाए इस गाने को एआर रहमान ने कम्पोज़ किया था. फिल्म की बात करें तो 20 साल पहले करीब 65 लाख के बजट पर बनी इस फिल्म ने उस वक्त 25 करोड़ रुपये की कमाई की थी. इसकी कास्टिंग को लेकर भी बहुत सी खबरें आती हैं. बताया जाता है कि ये फिल्म पहले Aamir Khan को ऑफर हुई थी. मगर किन्हीं वजहों से बात नहीं बन पाई. जिसके बाद ये शाहरुख की झोली में गिरी और उनके करियर की कुछ चुनिंदा फिल्मों में से एक बन गई.
वीडियो: जावेद अख्तर ने कहा कि शाहरुख के लिए एक गाना लिखकर फिल्म छोड़ दी