Jameel Khan चर्चित एक्टर हैं. थिएटर से आए ढेरों फिल्मों और वेब शोज़ में काम किया. मगर उन्हें याद आज भी Gangs of Wasseypur में निभाए असग़र खान के किरदार के लिए किया जाता है. इसके अलावा Gullak नाम की सीरीज़ में भी उनके काम की काफी चर्चा हुई. जमील ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया. इसमें उन्होंने जीवन और करियर के बारे में बातें कीं. यहीं पर उन्होंने Chalte Chalte फिल्म में Shahrukh Khan के साथ काम करने के अनुभव पर बात की. जमील ने बताया कि वो उनके करियर की शुरुआत थी. बावजूद शाहरुख ने उन्हें सिर्फ सेट पर सहज महसूस करवाया. उन्हें सीन के लिए तैयार होने का पूरा समय भी दिया. मगर उन्हें सबसे खास चीज़ ये लगी कि शाहरुख ने 8वें नंबर के असिस्टेंट डायरेक्टर की बात सुनी. और उसके सुझाव पर दोबारा सीन शूट किया.
जब 8वें असिस्टेंट डायरेक्टर के कहने पर दोबारा सीन शूट करने को तैयार हो गए शाहरुख
Jameel Khan ने बताया, Chalte Chalte के सेट पर Shahrukh Khan के साथ उनका पहला सीन था. शाहरुख ने उन्हें कहा, "जितनी तैयारी करनी है करो, जब तुम रेडी होगे, तभी सीन शूट करेंगे."
जमील बताते हैं वो थिएटर करते थे. उन्हीं नाटकों में उन्हें देखकर लोगों ने काम दिया. उन्हें सबसे पहला रोल 'चालबाज़' फेम पंकज पराशर ने दिया था. हालांकि वो शो बना कि नहीं, ये जमील को नहीं पता. अजीज़ मिर्ज़ा की 'चलते चलते', जमील के करियर की पहली बड़ी पिक्चर थी. वो इस फिल्म की शूटिंग से जुड़ा एक किस्सा बताते हैं. राजश्री अनप्लग्ड के साथ बातचीत में जमील कहते हैं,
"मेरा पहला शॉट था. मैं वहां पहुंचा. शाहरुख के साथ वो सीन था मेरा. मुझे याद है, शाहरुख ट्रक लेकर आते हैं रानी के साथ. मैं ट्रैफिक पुलिस हूं, तो मैं उनको रोकता हूं. वो ट्रक से उतरते हैं. ये मेरा सीन था. मैं तैयार था कॉस्ट्यूम वगैरह पहनकर. अज़ीज़ मिर्ज़ा मॉनिटर के पास माइक लेकर बैठे हुए थे. उन्होंने वहीं से कहा, 'शाहरुख बेटा, ये जमील हैं. मैंने इन्हें स्टेज पर देखा है. ये कमाल के एक्टर हैं. ये सीन बड़ा प्यारा है. तुम लोग मिलकर जमा लो.' मैंने कहा शाहरुख से कि भाई मैं थिएटर करता हूं. मैंने फिल्में की नहीं हैं. तो मैं चाहूंगा कि हम जितना रिहर्सल कर सकें, उतना अच्छा रहेगा. शाहरुख ने कहा, 'मैं भी थिएटर से हूं. जितने रीटेक्स करने होंगे, जितने रिहर्सल करने होंगे, हम लोग करेंगे. हम तक शॉट लेने के लिए नहीं कहेंगे, जब तक आप रेडी नहीं हों.' तो अज़ीज़ भाई के साथ, शाहरुख के साथ काम करना बड़ा शानदार अनुभव रहा."
जमील बताते हैं कि उन्हें 'चलते चलते' के सेट की एक और घटना याद आती है. जिससे उन्हें पता चला कि शाहरुख खान क्या आदमी हैं. जमील बताते हैं कि शाहरुख का एक सोलो सनी था. वो भी वहीं बगल में बैठे हुए थे. शॉट लिया गया. सबकुछ ओके हो गया. इतने में अज़ीज़ मिर्ज़ा का कोई आठवां या दसवां असिस्टेंट डायरेक्टर आया. उसने अज़ीज़ के कान में कुछ कहा. अज़ीज़ ने माइक उठाया और शाहरुख को कहा कि ये मेरा असिस्टेंट है. इसका कुछ सुझाव है. जो कि ठीक लग रहा है. ये सीन एक बार इस तरह से भी शूट करते हैं. शाहरुख अपना टेक दे चुके थे. वो अच्छा भी था. बावजूद इसके शाहरुख वो सीन दोबारा करने को तैयार हो गए.
ज़मील खान ने 'चलते चलते' के बाद अपने करियर में 'चीनी कम', 'रॉक ऑन', 'बदमाश कंपनी', 'राम लीला', 'बेबी' और 'फैंटम' जैसी फिल्मों में काम किया. पिछली बार वो अक्षय कुमार की फिल्म 'मिशन रानीगंज' में नज़र आए थे. इस फिल्म में उन्होंने कोल माइन में फंसे मजदूर का रोल किया था. सोनी लिव की सीरीज़ 'गुल्लक' में वो संतोष मिश्रा नाम का किरदार निभाते हैं. इस रोल के लिए वो कॉमेडी सीरीज़ में बेस्ट का एक्टर का दो फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं.