एनीमेशन से लेकर संस्कृति तक, भारत के ये मेजर फिल्म फेस्टिवल्स दर्शकों के लिए किसी दावत से कम नहीं
भारतीय फिल्म फेस्टिवल्स. वो जगह, जहां सिनेमा का रंग-बिरंगा मेला होता है! यहां एनीमेशन के साथ-साथ हंसी-मजाक और सांस्कृतिक धरोहर का भी धमाल होता है. इन फेस्टिवल्स में हर तरह की फ़िल्में होती हैं. चलिए चलते है इंडियन फिल्म फेस्टिवल्स के जादुई सफर पर..
भारतीय फिल्म फेस्टिवल्स की दुनिया बड़ी अतरंगी है. येां सिनेमा का रंग-बिरंगा मेला होता है! एनीमेशन के साथ-साथ हंसी-मजाक और सांस्कृतिक धरोहर का भी धमाल होता है. इन फेस्टिवल्स में हर तरह की फ़िल्मों की जगह होती है. आइए जानते हैं इंडियन फिल्म फेस्टिवल्स के बारे में.
एनीमेशन पर फोकस करने वाले फिल्म फेस्टिवलचित्रकथा इंटरनेशनल स्टूडेंट एनीमेशन फ़िल्म फ़ेस्टिवल:
ये फिल्म फेस्टिवल भारतीय राष्ट्रीय डिज़ाइन संस्थान (NID) अहमदाबाद द्वारा आयोजित होता है. ये एनीमेशन के दुनिया में काम कर रहे नए फिल्ममेकर्स के लिए एक प्लेटफार्म है, जहां उन्हें अपनी फिल्मों को दिखाने और प्रमोट करने का मौका मिलता है. ये फेस्टिवल छात्रों और युवा एनीमेशन फिल्ममेकर्स के लिए एक प्लेटफ़ॉर्म देता करता है, जहां वे अपने रचनात्मक कौशल को दिखा सके और अपनी कला को बढ़ावा दे सके. ये भारत के आगरा शहर में आयोजित किया जाता है.
मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (MIFF)
मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल को तो आप जानते ही होंगे. इस फिल्म फेस्टिवल में एनीमेशन का एक अलग सेक्शन होता है. इसमें आप अपनी फिल्म सबमिट करा कर, प्रतियोगिता का हिस्सा बन सकते हैं. ये भारतीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही एनिमेटर्स के लिए एक खास मौका मिलता है. इसमें हिस्सा लेकर वो अपनी फिल्मो को एक मंच दे सकते है. मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल भारतीय डॉक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्मों के लिए अहम मंच है. ये नई और यूनीक कहानियों को एक प्लेटफॉर्म देता है.
जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल
जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, फिल्मों में कला और आर्ट को प्रमोट करने पर फोकस करता है. ये फिल्म फेस्टिवल कला को कहानी से जोड़ने का काम करता है. ये हर साल जयपुर में आयोजित होता है. ये फिल्म फेस्टिवल सिनेमा प्रेमियों और फिल्ममेकर्स के बीच बातचीत, डिस्कशन्स, सेमिनार और मास्टर क्लासेस का आयोजन करता है. ये भारतीय सिनेमा के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाने में मदद करता है. अंतरराष्ट्रीय सिनेमा के प्रेमियों को भारतीय संस्कृति और कला के साथ जोड़ने का एक मंच देता है.
कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल
कोलकाता मे आयोजित होने वाला ये इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (KIFF) विशेष रूप से सांस्कृतिक थीम पर फोकस करता है. इस फेस्टिवल में दिखाई गई फ़िल्में भारतीय और विदेशी सांस्कृतिक धरोहर, भूमि, भाषा, और समाज के मुद्दों को उजागर करने का काम करती हैं. इसका मुख्य उद्देश्य विश्व भर के सिनेमा को एक साथ लाना और अलग-अलग फेस्टिवल्स, कलाकारों, और सिनेमा प्रेमियों के बीच फिल्म कल्चर को प्रमोट करना है. कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल एक प्लेटफॉर्म है, जिसके माध्यम से विश्वभर के सिनेमा प्रेमियों को अनेक भाषाओं, संस्कृतियों, और सिनेमैटिक प्रक्रियाओं का अनुभव करने का मौका मिलता है.
कुछ अन्य फिल्म फेस्टिवलधर्मशाला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (DIFF)
ये फिल्म फेस्टिवल हिमाचल प्रदेश के सुंदर और शांत शहर धर्मशाला में होता है. धरमशाला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का फोकस नई और यूनीक फिल्मों को प्रमोट करने पर रहता है . इस फेस्टिवल में युवा फिल्ममेकर्स को अपने काम का प्रदर्शन करने और सिनेमा के क्षेत्र में कुछ सीखने का अवसर मिलता है. इसके साथ ही, फेस्टिवल में धर्मशाला की स्थानीय संस्कृति, खानपान, और कला का प्रदर्शन भी किया जाता है, जिससे ये एक अनूठा सिनेमैटिक अनुभव बनता है.
नेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल (NSFF)
नेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल एक मंच देता है, उन फिल्ममेकर्स को, जो विज्ञान के माध्यम से सामाजिक और वैज्ञानिक संवाद को प्रमोट करने का काम करना चाहते हैं. इसके अलावा ये प्राकृतिक जीवन, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, गणित पर बनी फिल्मों को भी प्रमोट करता है. ये सिनेमा के माध्यम से विज्ञान के रोचक और मनोरंजनपूर्ण पहलू को बढ़ावा देता है.
(ये स्टोरी हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहीं चेतना प्रकाश ने की है)
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