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"अनुराग कश्यप अपने ऐक्टिंग करियर के लिए इतना सीरियस था, अपना पोर्टफोलियो लेकर घूमता था"

अनुराग कश्यप पहले ऐक्टर बनना चाहते थे. इम्तियाज़ अली से पहले ये बात हमें केके मेनन और प्रशांत नारायणन भी बता चुके हैं.

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अनुराग कश्यप और इम्तियाज़ अली दिल्ली के दिनों के दोस्त हैं

इम्तियाज़ अली और अनुराग कश्यप दोनों दिल्ली में रहते थे. दोस्त थे, माने अब भी हैं. और एक दोस्त से बेहतर दूसरे दोस्त के बारे में कौन बता सकता है. इम्तियाज़ अली लल्लनटॉप के न्यूजरूम आए, यहां उन्होंने अनुराग की पोल खोल दी. उन्होंने बताया कि अनुराग पहले ऐक्टर बनना चाहते थे. उनके पास काम मांगने भी आए थे. आइए इस पर तफ़्सील से बात करते हैं.

अनुराग ऐक्टर बनना चाहते थे. लेकिन बन डायरेक्टर गए. ऐसा बता रहे हैं उनके दोस्त डायरेक्टर इम्तियाज़ अली. वो कहते हैं:

अनुराग वैसे बनना ऐक्टर चाहता था. वो ऐक्टर बनने के लिए ही आया था. सबसे पहली बार जब मिला, तो जिंदगी में मैंने पहली बार पोर्टफोलियो देखा. एक ही बंदे की अलग-अलग तस्वीरें. एक में चश्मा, एक में बिना चश्मा, एक में टी-शर्ट, एक में बिना टी-शर्ट. मैंने सोचा ये एक ही बंदा है और ये अपनी ही बहुत सारी तस्वीरें लेकर आ गया है. बाद में क्या पता था कि मैं डायरेक्टर बनूंगा और बहुत सारे पोर्टफोलियो देखूंगा. पर जीवन में पहला पोर्टफोलियो मैंने अनुराग का ही देखा था.

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अनुराग हंसराज कॉलेज में पढ़ते थे और इम्तियाज़ पढ़ते थे हिंदू कॉलेज में. फिर दोनों की मुलाक़ात कैसे हुई? इस पर इम्तियाज़ बताते हैं:

अनुराग ने मुझे ढूंढ निकाला था. उस समय डीयू में ऐसी चर्चा थी कि एक टीवी शो बनने वाला है, जिसका मैं प्रोडक्शन में कुछ हूं. पहला बंदा जो मुझसे रोल मांगने के लिए आया, वो अनुराग कश्यप था. वो हिंदू कॉलेज हॉस्टल में रूम नम्बर 18 के बाहर मुझे मिल गया. मैंने सोचा, कितना सीरियस है ये आदमी ऐक्टिंग को लेकर कि इसने अलग-अलग प्रोफाइल्स में अपनी फोटो खिंचाई है. ताकि किसी भी ऐंगल में कैमरा जाएगा, तो पहले से ही पता हो कि ये कैसा लगेगा.

उस समय इम्तियाज़ को क्या पता था कि वो फ्यूचर के एक बड़े डायरेक्टर से बात कर रहे हैं, जो उनसे रोल मांगने आया है. आगे इम्तियाज़ ने अनुराग कश्यप की फिल्म 'ब्लैक फ्राइडे' में बतौर ऐक्टर काम भी किया.