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शख्स को थप्पड़ मारा, उसने बदले में 4 करोड़ रुपये मांग लिए - गोविंदा

Govinda ने एक फिल्म के सेट पर एक संतोष राय नाम के शख्स को थप्पड़ मारा था. गोविंदा ने कहा कि वो केस नौ साल तक चला था.

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गोविंदा ने 'मनी है तो हनी है' के सेट पर एक शख्स को थप्पड़ मारा था.

Govinda ने हाल ही में Mukesh Khanna को लंबा-चौड़ा इंटरव्यू दिया है. यहां उन्होंने अपने गोविंद से गोविंदा होने की कहानी से लेकर 14 की उम्र में फिल्म मांगने का किस्सा सुनाया. उन्होंने एक शख्स को थप्पड़ मारने वाले केस का जिक्र भी किया. वो केस जो 9 साल तक चला. गोविंदा ने कहा कि उस केस को रफ़ा-दफ़ा करने के लिए उनसे 4 करोड़ रुपए मांगे गए थे. हालांकि बकौल गोविंदा, उनकी तिकड़म से उन्हें ये रकम देना नहीं पड़ी और वो बहाल हो गए.

गोविंदा ने इस केस पर बात करते हुए कहा,

"थप्पड़ वाला मेरा एक केस हुआ. सर वो केस मेरे लिए बड़ा लकी साबित हुआ. कोई किसी के साथ बदतमीज़ी कर रहा था और मैंने उसे थप्पड़ जड़ दिया. सर नौ साल चला वो केस. उसका अंत ये था कि हमें थोड़ी कूटनीति करना पड़ी. तिकड़म लगाना पड़ी. मेरे एक दोस्त ने मुझे सलाह दी कि यार गोविंद! ये आदमी जो कुछ भी बोले, तू उसको रिकॉर्ड कर लेना. मेरा मन नहीं मान रहा था. मुझे लगा ये तो ग़लत है. दोस्त ने कहा यही एक मात्र उपाय है. मैं राज़ी हो गया. कुछ दिन बाद वो आदमी मुझसे मिलने आया. बोला गोविंदा जी पहले राक्षस जिस तरह ईश्वर को दौड़ाते थे, मैंने भी उसी तरह आपको दौड़ाया है. कैसा लग रहा है? अब आप मुझे 3-4 करोड़ रुपये दे दो. मैंने ये सब रिकॉर्ड कर लिया. इस सबूत को कोर्ट में पेश कर दिया. अब उस आदमी का नाम ऐसा था कि सारी महिलाएं उसके पक्ष में हो गईं. उसका नाम था संतोष. महिलाएं बोलने लगीं कि आप उसके साथ कुछ गलत नहीं करेंगे. ईश्वर ने आपको दिया है हीरोइज़्म. सर मैंने देख लिया कि किसी ने मेरा सपोर्ट नहीं किया. इसके लिए मैं ईश्वर का शुक्रगुज़ार हूं. मेरा अनुभव रहा है कि जो हमारी वजह से खड़े हैं, वो हमारे ही पीछे पड़े हैं. मेरे इन्हीं तजुर्बों ने मुझे लोगों से दूर कर दिया. अब किसी पर भी आसानी से भरोसा नहीं कर पाता हूं मैं."

# क्या है पूरा मामला

- गोविंदा 2008 में फिल्म ‘मनी है तो हनी है’ के लिए फिल्मिस्तान स्टूडियो में शूटिंग कर रहे थे. उसी दौरान उन्होंने संतोष राय नाम के शख्स को थप्पड़ मारा था. 

- इसके बाद राय ने बॉम्बे हाईकोर्ट में केस दायर किया था.

 -हाईकोर्ट ने 2013 में पर्याप्त सबूत नहीं होने की वजह से केस खारिज कर दिया था.

 - इसके बाद राय ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी.

- गोविंदा का कहना था कि राय ने साथी महिला आर्टिस्ट के साथ बुरा बर्ताव किया था, इसीलिए उन्होंने उसे थप्पड़ मारा था.

- सुप्रीम कोर्ट ने गोविंदा को संतोष से माफी मांगने को कहा था.

- जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा था कि ‘गोविंदा एक पब्लिक फिगर हैं. उन्हें ऐसी हरकत नहीं करनी चाहिए थी. रील लाइफ में वो जो काम करते हैं, उसे रीयल लाइफ में करने की जरूरत नहीं है’.

- घटना की वीडियो क्लिप देखने के बाद बेंच ने गोविंदा को अपने रवैये के लिए माफी मांगने के लिया कहा. साथ ही कोर्ट से बाहर इस मामले को सुलझाने को कहा था.

- संतोष का कहना था कि वो एक्टर बनने के लिए मुंबई आए थे. उन्होंने कहा कि इस मामले से हुई बदनामी ने उनके करियर बनने की उम्मीदें ही खत्म कर दी हैं. 

अपने पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान मुकेश खन्ना ने गोविंदा को बताया कि आज कल कुछ वीडियोज़ में लोग गोविंदा और मुकेश खन्ना को जोड़ रहे हैं. खन्ना ने कहा-

"लोग हम दोनों की फोटो लगाकर कहते हैं इन दोनों ने अपना करियर खुद ख़राब कर दिया. मुकेश खन्ना का अहंकार और गोविंदा की लेटलतीफ़ी. दोनों ने खुद को बर्बाद किया. वीडियो में कुछ होता नहीं है. बस सनसनी बनाते हैं. मगर गोविंदा, मैं कहूंगा कि आदमी का काम बोलता है. लफ्फाजी से कुछ नहीं होता. तुम तो चुपचाप अपना काम करते चलो."

इस पर गोविंदा ने भी सहमत‍ि जताई. मगर ये भी कहा कि कभी-कभी बोलना ज़रूरी भी हो जाता है. कहा-

"मैं भी इसे सही मानता हूं. मगर कभी-कभी मुंह खोलना भी ज़रूरी हो जाता है. हमारी ख़ामोशी को लोग हमारी स्वीकृति समझ लेते हैं. लोग कहते हैं ये तो कुछ बोल ही नहीं रहा है ज़रूर कुछ तो किया होगा इसने." 

मुकेश ने आगे कहा कि बोलो लेकिन इन बातों से हिलना नहीं है. मुकेश खन्ना की इस बात इस पर गोविंदा ने एक और वाकया सुनाया. कहा-

"एक बार मुझे किसी ने कहा कि मैं तेरे बारे में ऐसा लिखूंगा ना...कि तू हिल जाएगा. मैंने कहा अबे चल ना यार. तू क्या मुझे हिलाएगा? एक टाइम पर लोकल ट्रेन में सीट पकड़ने के लिए भी हमने गालियां खाई हैं. लात-जूते चल चुके हैं. मां-बहन की गालियां बिना बात के खाई हैं हमने. कोई किसी को क्या बदनाम करेगा. मैं इस सब से डरता नहीं."

गोविंदा ने लंबे समय से फिल्मों से दूरी बना रखी है. 2019 में आई फिल्म 'रंगीला राजा' के बाद गोविंदा बड़े पर्दे पर नज़र नहीं आए हैं. गोविंदा, शक्ति कपूर, प्रेम चोपड़ा और गोविंद नामदेव जैसे दिग्गजों की मौजूदगी के बावजूद ये फिल्म फ्लॉप रही. इससे पहले 2014 में आई ‘किल दिल’ में गोविंदा के काम की तारीफ़ हुई थी. इसमें वो नेगेटिव रोल में थे. हालांकि बॉक्स ऑफिस पर उनकी ये फिल्म भी सफल नहीं हो सकी. इन दोनों फिल्मों के बीच उन्होंने राज एंड डीके की फिल्म ‘हैप्पी एंडिंग’ में भी काम किया था. मगर ये फिल्म भी नहीं चली.  

वीडियो: 'अवतार के लिए 18 करोड़...', गोविंदा ने फिल्म मना करने की वजह भी बताई है