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गजराज राव ने 'बधाई हो' की अम्मा के लिए कहा: "क्या इन्टेन्सिटी थी, बाप रे बाप."

क्लाइमैक्स सीन में गजराज भावुक भी हो गए थे, उनका कहना था, "मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ. पूरा गला बैठ गया मेरा.''

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'बधाई हो' गजराज राव की बड़ी फ़िल्म है.

Ayushmann Khurrana के फ़िल्मी करियर में 2018 का साल गर्मी में किसी ठंडे हवा के झोंके की तरह आया. उस बरस उनकी दस-बारह दिनों के अंतराल में दो फ़िल्में रिलीज़ हुईं. इन फ़िल्मों के ज़रिए उन्होंने बॉलीवुड में जो अंगद का पांव जमाया, उसे हटा पाना बहुत मुश्किल है. 5 अक्टूबर को 'अंधाधुन' आई. इसके ठीक तेरह दिन बाद यानी 18 अक्टूबर को रिलीज़ हुई 'बधाई हो'. 'बधाई हो' उन फिल्मों में से थी, जिसने सोशल मैसेज के साथ लोगों को एंटरटेन भी किया. 29 करोड़ की फ़िल्म ने वर्ल्डवाइड 221 करोड़ कमाए. इसमें आयुष्मान के अलावा एक और ऐक्टर थे, जिनके करियर को इस फ़िल्म ने जेन्टल पुश दिया. उस ऐक्टर का नाम है गजराज राव. प्यारे-दुलारे जीतू कौशिक जी आपको याद होंगे. जनता ने इस रोल को खूब प्यार दिया. इस रोल में गजराज राव के अभिनय को क्रिटिकली सराहा गया. इसके लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग ऐक्टर का फ़िल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला.

'बधाई हो' में एक सीन है. इसमें हमेशा अपनी बहू का विरोध करने वाली सास उसके पक्ष में उठ खड़ी होती है. उस सास का किरदार निभाया था, सुरेखा सीकरी ने. ये सीन फ़िल्म में उनके बेटे बने गजराज राव का भी फेवरेट है. इंडियन एक्सप्रेस के साथ इंटरव्यू में उन्होंने इस सीन को याद करते हुए सुरेखा सीकरी की खूब तारीफ़ की.

“क्या इन्टेन्सिटी थी, बाप रे बाप. यहीं से मुझे उस सीन में रिएक्ट करने की एनर्जी मिली.”

दरअसल इस क्लाइमैक्स सीन में गजराज राव के कुछ खास डायलॉग नहीं थे. बस उन्हें सुरेखा सीकरी की बात पर रिएक्ट करना था, 'हां मां बोल'. गजराज का कहना है, 

"वो मेरे लिए सबसे मुश्किल था. क्योंकि बिना लाइन्स के वो सीन है."

हालांकि गजराज जिन सुरेखा सीकरी की तारीफ़ कर रहे हैं, डायरेक्टर अमित शर्मा उन्हें इस रोल में नहीं लेना चाहते थे. वो श्योर नहीं थे कि सुरेखा इस रोल में कैसा परफ़ॉर्म करेंगी! रोल में फिट भी बैठेंगी या नहीं. दरअसल सुरेखा सीकरी का 'बालिका वधू' में निभाया किरदार इस शंका की वज़ह था. मगर फाइनली सुरेखा ने ही दादी का किरदार निभाया और क्या खूब निभाया! क्लाइमैक्स सीन के बारे में गजराज का कहना है, 

"मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ. पूरा गला बैठ गया मेरा, गले में जैसे कुछ चला गया हो. ये उस फ़िल्म का जादू है. उस फ़िल्म की हर मेमरी, हर सीन 24 कैरेट है."

गजराज राव ने फ़िल्म के गाने 'सजन बड़े सेन्टी' से जुड़ी एक याद भी साझा की. 

"मैंने अमित से पहले ही कहा था कि मुझे डांस करना नहीं आता. तुम इस सीन में मुझसे जो भी चाह रहे हो, शायद ना कर पाऊं. पर सीन करने के बाद मुझे लगा, ये कैसे हो गया?"

‘बधाई हो’ में गजराज राव, सुरेखा सीकरी और आयुष्मान खुराना के साथ सान्या मल्होत्रा और शीबा चड्ढा ने भी काम किया था. इस फिल्म को अमित शर्मा ने डायरेक्ट किया था. अब सुरेखा सीकरी इस दुनिया में नहीं हैं. सुरेखा सीकरी की कहानी, आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं.

वीडियो देखें: सुरेखा सीकरी की फिल्मों के इन आठ यादगार सीन्स में से आपने कितने देखे हैं?