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बॉलीवुड में धमाल मचाने वो 5 पॉपुलर सिंगर्स, जो अचानक इंडस्ट्री से गायब हो गए

इनमें से एक सिंगर ने तो 27 भाषाओं में गाने गाए हैं.

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ऐसा तहलका मचाया, पर अब मामला ठंडा है

बॉलीवुड की पिक्चरें गानों के बिना अधूरी हैं. उदाहरण के लिए सलमान खान की पिक्चर आ रही है 'किसी का भाई किसी की जान'. ढाई घंटे की पिक्चर में हैं कुल 8 गाने. आमिर की 'लगान' को लेकर तो कहा जाता है कि फिल्म में गाने कम होते, तो इसे ऑस्कर मिल जाता. ये सब छोड़िए, लौटते हैं गानों और उनकी आवाज़ पर यानी सिंगर्स पर. ऐसे सिंगर्स जिन्होंने बॉलीवुड में धमाल मचाया और फिर अचानक इंडस्ट्री से गायब हो गए. 

1. कुणाल गांजावाला

कुणाल गांजावाला के गाने आपने ज़रूर-ज़रूर सुने होंगे. ‘भीगे होंठ तेरे’, ‘चन्ना वे’ वगैरह. कुणाल ने बॉलीवुड में काफी हिट गाने गाए. इक्कीसवीं सदी की शरुआत में उन्होंने जो गाना शुरू किया, वो सिलसिला 2011 तक बहुत रफ्तार से चला. कई-कई कैलेंडर ईयर में उन्होंने 18 से 20 गाने गाए. उनकी रफ्तार 2012 से थमनी शुरू होती है और 2018 आते-आते वो साल में सिर्फ एक गाना गा रहे थे. आखिरी गाना उन्होंने गाया 2022 में आई फिल्म 'कहानी रबरबैंड की' में. 'ज़ीरो' में गाया उनका गाना ‘अन-बन’ किसी बड़ी फिल्म में गाया लास्ट सॉन्ग था.

2. विनोद राठौड़

विनोद राठौड़ ने हिंदी, अंग्रेज़ी, गुजराती, मराठी, बांग्ला, फ़ारसी और अनेकों भाषाओं में करीब 3500 गाने गाए. अरे, वही विनोद राठौड़ जिन्होंने ‘बाज़ीगर’ का गाना गाया ‘छुपाना भी नहीं आता'. उनके ही गाए गाने 'कोई ना कोई चाहिए...' से शाहरुख खान की बॉलीवुड में एंट्री हुई. इन्हीं के गाने 'ऐसी दीवानगी' के लिए ऋषि कपूर और शाहरुख खान भिड़ गए थे. विनोद अचानक गायब हो गए. बीते कुछ सालों से विनोद पूरी तरह मेनस्ट्रीम हिंदी फिल्मों से दूर हो चुके हैं. बीच-बीच में अपने अल्बम रिलीज़ करते रहते हैं. कॉन्सर्ट करते हैं. रिएलिटी शोज़ में नज़र आ जाते हैं. मगर फिल्मों में गाने का उनका कोई इरादा नहीं.

3. साधना सरगम

हमारी लिस्ट में अगला नाम है, नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली सिंगर साधना सरगम का. कहा जाता है वो भारत की इकलौती सिंगर हैं, जिन्होंने 27 भाषाओं में गाने गाए. जब उन्होंने उदित नारायण के साथ 'पहला नशा' गाया, टीनएजर्स पागल हो गए. कई लोग कहते हैं, साधना और उदित नारायण ने सिर्फ यही गाना गाया होता, तब भी दोनों बहुत मशहूर होते. साधना ने एक-एक साल में 50-50 गाने गाए हैं. कल्पना करिए पचास गाने एक ही कैलेंडर ईयर में, है न कमाल की बात. इधर वो मेनस्ट्रीम फिल्मों से दूर हैं. बस दो साल पहले आई फिल्म 'मीनाक्षी सुंदरेश्वर' में उन्होंने एक गाना गाया था.

4. शिबानी कश्यप

हमारी लिस्ट में चौथा नाम है शिबानी कश्यप का. 'सजना आ भी जा' उनका भयंकर पॉपुलर गाना था. कमाल ये है कि इसे उन्होंने सिर्फ गाया ही नहीं, लिखा और कम्पोज भी किया. उनका  'ज़िंदा' फिल्म का एक गाना है 'ज़िंदा हूं मैं'. ये भी काफी पॉपुलर हुआ. ऐसे ही एक है 'क्या नज़ाकत है'. इसका वीडियो भी खूब चर्चित रहा. उनका किसी फिल्म में आखिरी गाना आया है 2014 में. वो आंधी की तरह आई और तूफान की तरह चली गईं.

5. ज़ुबीन गर्ग

हमारी लिस्ट में आखिरी नाम है ज़ुबीन गर्ग का. नहीं याद आए ये कौन हैं? 'या अली' को इन्हीं भाईसाहब ने आवाज़ दी है. उन्होंने हिंदी के अलावा बंगाली और असमी फिल्मों में भी खूब गाने गाए. तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी कुछ छिटपुट गाने गाए. कई सालों से उन्होंने किसी बड़ी हिंदी फिल्म में गाने नहीं गाए हैं. इधर वो अल्बम वगैरह में गाते रहते हैं. शो भी करते हैं.

हमारी लिस्ट में और भी कई नाम हैं. पर समय और शब्द दोनों की कमी के चलते हम अपनी लिस्ट यहीं खत्म करते हैं. आप भी कमेंट में कुछ नाम जोड़ दीजिए.

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