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'सनम रे' न देखना कसम से!

बहुते फालतू पिच्चर है. लद्दाख और शिमला के सीन-वीन सुंदर हैं. लेकिन उससे फरक क्या पड़ता है. ऐक्टिंग किसी को आती नहीं.

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'सनम रे' देखी आज. चूंकि पिछले हफ्ते 'सनम तेरी कसम' और 'घायल वन्स अगेन' बैक टू बैक देखी थी, इसलिए कम खराब लगी. पर इसका ये मतलब नहीं कि तुम देखने चले जाओ. तो क्या है कि आकाश यानी पुलकित लद्दाख के एक गांव में रहता है. फ्लैशबैक में चल रहा ये सब. दादा हैं उसके ऋषि कपूर. फोट खींचते हैं. बच्चा बचपन से चोमू है. इतनी ठंडी जगह में हाफ पैंट पहन कर घूमता है. एक दादा हमारे भी थे. पांचवी क्लास से ही कहने लगे थे कि हाई स्कूल में 90 परसेंट नहीं आए तो घर से निकाल देंगे. और एक इनके दद्दा थे. पांव कबर में, और लौंडे को सिखाते थे, बेटा जब करेजे में हूक उठती है तब प्यार होता है. बस फिर क्या. लौंडे ने स्कूल से ही लौंडियाबाजी शुरू कर दी थी. श्रुति यानी यामी गौतम से प्यार हो जाता है. लेकिन देश का हर लड़का मर्द तब बनता है जब बी.टेक कर लेता है. तो लौंडा चला जाता है. और श्रुति आधी बांह वाले ब्लाउज में ठिठुरती रहती है अकेले. daddu लौंडा बड़ा हो गया. बॉस ने कहा नौकरी बचाना चाहते हो तो क्लायंट की बीवी को पटा लो. बीवी विदेश में योग क्लासेज ले रही है. तो आकाश पहुंच जाता है विदेश. पटा लेता है क्लायंट की बीवी आकांक्षा को. तभी श्रुति दिखती है आकाश को हॉटपैंट्स में. और उसी वक्त योग सेंटर पिया-प्रिया मिलन सेंटर बन जाता है. जोड़ियां बना दी जाती हैं. लड़के लड़की सब रोमैंस करते रहते हैं. श्रुति और आकाश भी पर्याप्त सेक्स करते हैं. लेकिन कभी अपना फोन नंबर शेयर नहीं करते. श्रुति चली जाती है. फेसबुक भी डीएक्टिवेट कर देती है. व्हाट्सऐप के लिए फोन नंबर नहीं देती. इस बार आकाश का केला कट जाता है. अब आकाश की जिंदगी का एक्कै मकसद है. हॉटपैंट्स वाली लड़की खोजना. लेकिन फिल्म में एक और हिरोइन भी है. वही क्लायंट की पत्नी आकांक्षा. अमीर है, पावरफुल है. और आकाश से प्यार करती है. तो क्या वो ऐतराज वाली प्रियंका चोपड़ा की तरह पैसा और पावर लगा के आकाश से खुद से किए गए धोखे का बदला लेगी? नहीं. वो रोएगी. चुपके चुपके. और वादा करेगी कि मैं तुम्हारी हॉटपैंट्स वाली लड़की को वापस लाऊंगी. और वो खोज निकालती है श्रुति का पता. akanksha लेकिन देखो बाइयों और भैनों. हर सेंटी फिल्म का एक ही रूल होता है. हिरोइन को एक जानलेवा बीमारी होती है. विदेशी सी. जैसे हाइपरटेंसिव रूमैटिक कार्डियो एरिथमिया. और हीरो उसके वीगो लगे हाथ को पकड़ कर रोता है. श्रुति को हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत थी. तो फिर डॉक्टर बड़ी कोशिश करते हैं. फिर DTDC की कुरियर सेवा से आइस बॉक्स में रख के एक दिल लाया जाता है. और बच जाती है श्रुति. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. क्योंकि आकाश फिर चला जाता है. लेकिन कहां, ये नहीं पता. क्योंकि हमने नहीं देखा फिर आकाश कहां जाता है. शायद आकांक्षा से शादी कर ली होगी उसने, लेकिन दद्दा जिंदे थे तब तक. श्रुति उन्हीं के साथ फोटो खींचती रही लास्ट में. लेकिन इस बीच श्रुति, आकाश और आकांक्षा मिल के एक 'ब्लैक' और एक गे इंसान की खिल्ली उड़ा चुके होते हैं. बर्फ में आधी बांह का ब्लाउज और धूप में स्वेटर पहन के नाच चुके होते हैं. आप ओवर-एज यामी गौतम को स्कूल ड्रेस में देख चुके होते हैं. आकाश को रणबीर कपूर लुक लाने की कोशिश करते देख चुके होते हैं. और फिल्म में सब लोग मिल के 8 गाने गा चुके होते हैं. yami gautam गानों से याद आया फिल्म का म्यूजिक. उसका भी एक फ़ॉर्मूला है. हर गाना अरिजीत सिंह से गवा लो. चल ही जाएगा. और एक पार्टी वाला गाना रख लो. डाउनलोड कर लो, एकाध दिन सुन लेना. फिर अघा जाओगे. सीन-वीन सुंदर हैं क्योंकि लद्दाख और और शिमला में शूटिंग हुई है. लेकिन उससे फरक क्या पड़ता है. ऐक्टिंग किसी को आती नहीं. फिल्म तो बेकार ही है. और इंटरवल के बाद तो नरक है.