18 से 20 नवंबर तक दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नैशनल स्टेडियम में लल्लनटॉप अड्डा ऑर्गनाइज किया गया. साहित्य, मनोरंजन से लेकर राजनीति से जुड़ी बड़ी शख्सियतों ने इस दौरान शिरकत दी. कॉमेडियन सतीश रे भी इन्हीं मेहमानों में से एक थे. आप उन्हें अपने इंस्टाग्राम या यूट्यूब पर अल्फा पांडे, ईमानदार शर्मा जैसे नामों से पहचानते हैं. लेकिन ये नाम आए कहां से? एक सवाल जो लगभग हर सोशल मीडिया क्रिएटर से पूछा जाता है.
कार्तिक-अनन्या का 'ईमानदार इंटरव्यू' करने वाला ईमानदार शर्मा कहां से आया?
सतीश रे ने अपने मुश्किल वक्त पर भी बात की.

सतीश का किरदार ईमानदार शर्मा भले ही अब देखने को मिला, लेकिन स्कूल के दौरान एक शर्मा जी का लड़का उनमें भी था. पढ़ाई में अव्वल थे. बिहार बोर्ड में दसवीं कक्षा के टॉपर्स में से थे. लेकिन ये मोमेंटम बारहवीं और उसके बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में कंटिन्यू नहीं रह पाया. सतीश ने लल्लनटॉप अड्डा में बताया कि वो बहुत मुश्किल वक्त था. हालांकि उन्होंने खुद पर भरोसा रखा और चीज़ें समय के साथ सही हो गईं. चीज़ें सही हुई तो पिक्चर में आए अल्फा पांडे और ईमानदार शर्मा जैसे किरदार. हमारे साथी आशीष ने उनसे पूछा कि ये किरदार आए कहां से. अक्सर लोग कहते हैं कि उन्हें फलां-फलां को देखकर आइडिया आया. सतीश को कैसे सूझे? इस पर उनका जवाब था,
मैं ऐसे किसी को देखकर कैरेक्टर नहीं ले सकता. कई लोग कैरेक्टर बना देते हैं. बहुत दिनों तक उसे करते हैं. फिर वो चलता नहीं. पहले आपको कैरेक्टर नहीं बनाना चाहिए. अगर आपके कुछ रिलेटेबल आवाज़ कहने को है तो बस कहते जाइए. लोग उसे अपने आप नाम दे देंगे.
सतीश बताते हैं कि ऐसा ही ईमानदार शर्मा के साथ हुआ. तीन वीडियो आने के बाद उसका नाम ईमानदार शर्मा पड़ा. उन्होंने बताया कि पहले ऑनेस्ट देशभक्त वीडियो आई, ईमानदार वर्क फ्रॉम होम वीडियो आई, उसके बाद ईमानदार ट्रैवलर वीडियो आया. सतीश ने कहा कि इसके बाद ईमानदार बॉयफ्रेंड नाम से वीडियो आया. जिसके बाद उन्होंने सोचा कि इस किरदार का नाम ईमानदार कुमार रख लिया जाए. The Viral Fever (TVF) के सोशल मीडिया मैनेजर को ये नाम बताया. लेकिन किसी मिसकम्यूनिकेशन कि वजह से मैनेजर ने ईमानदार शर्मा लिख दिया.
उनके दूसरे फेमस किरदार अल्फा पांडे के पीछे की कहानी में इतना ड्रामा नहीं. उन्होंने पहले ही नाम सोच रखा था.
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