जितनी मशहूर Chetan Bhagat के नॉवल पर बनी फिल्म 3 Idiots है, उतना ही चर्चा इस फिल्म की कहानी से जुड़े विवाद की हुई. विवाद ये कि चेतन भगत जिनके नॉवल Five point someone पर फिल्म 3 इडियट्स बनी, उन्हें उनका ड्यू बराबर नहीं दिया गया. क्रेडिट्स में उनका नाम हेयर ड्रेसर के साथ सबसे आखिरी में दिया गया. अरसा तक ये कंट्रोवर्सी सुर्खियों में रही. हाल ही में जब चेतन भगत The Lallantop के विशेष कार्यक्रम Guest in the Newsroom में आए, तब भी इस बात का ज़िक्र हुआ और चेतन ने एक बार फिर कहा कि उनके साथ ग़लत हुआ. उनका नाम ठीक से नहीं दिया गया.
इस बातचीत में चेतन ने बताया कि राजू हीरानी तक उनकी किताब कैसे पहुंची. कैसे बादलों का फटना उनके लिए वरदान सिद्ध हुआ. फिल्म बिरादरी से वो कैसे जुड़े? इसके जवाब में चेतन ने कहा,
"3 इडियट्स वालों ने मेरी बुक पर फिल्म बनाई, हेयर ड्रेसर के साथ क्रेडिट दिया"
Chetan Bhagat की किताब Rajkumar Hirani तक कैसे पहुंची. उस पर फिल्म कैसे बनी. बादल के फटने का क्या रोल था. क्रेडिट को लेकर मनमुटाव क्यों हुआ. चेतन ने पूरी कहानी बताई है.

"मैंने उनसे सम्पर्क किया. जब एक-दो लोगों ने मुझे कहा कि 'फाइव पॉइंट समवन' पर अच्छी फिल्म बनेगी तो मैंने कहा भेज देता हूं. तब मेरी 'वन नाइट @ द कॉल सेंटर' किताब आने वाली थी. हमें चीफ गेस्ट चाहिए था. हमने कहा कि एक एक्टर को बुलाते हैं. उसी दिन न्यूज़ आई कि विद्या बालन नाम की एक नई लड़की आई है, जिसकी मूवी आ रही है 'परिणीता'. उसने 'परिणीता' की बुक रीलॉन्च की है. हमने कहा इनको बुलाते हैं. कहीं से किसी पत्रकार के ज़रिए उनका नंबर पता किया. मैंने कहा आप कर दीजिए मेरी बुक लॉन्च. वो कहती हैं कि मैं नहीं कर सकती. मैं शूटिंग में हूं. बोली मैं एक पिक्चर शूट कर रही हूं 'लगे रहो मुन्नाभाई'. मैंने कहा अच्छा! उसके तो डायरेक्टर राजकुमार हीरानी हैं. जिन्होंने 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' बनाई है. वो भी कॉलेज की कहानी है. क्या मैं उन्हें अपनी कहानी भेज दूं? उन्होंने कहा कि मैं आपको नंबर दे देती हूं. आप देख लो. मैंने विद्या से कहा पहले उनसे पूछ लो. उन्होंने पूछा. हीरानी बोले ठीक है. तो मैंने भेज दी बुक राजकुमार हीरानी को. उन्होंने मुझे मैसेज भी किया कि थैंक्यू हमें बुक मिल गई है. पर बॉस मैं अभी पिक्चर शूट कर रहा हूं 'मुन्नाभाई'. मेरे पास टाइम नहीं है पढ़ने का. मैंने रख ली है. थैंक्यू. मैं भी बैंक में था. काम करने लग गया."
राजकुमार हीरानी का जवाब सुनकर चेतन को लगा कि वो उनके नॉवल पर फिल्म नहीं बनाने वाले. आगे बताया,
"राजू की तरफ़ से व्यस्तता बताने के 10 दिन बाद मुंबई में बादल फटा. 2005 में. पूरे मुंबई में बाढ़ थी. सब बंद. राजू हीरानी जी कला नगर में रहते थे. वो बांद्रा ईस्ट में है. वहां ज्यादा ही पानी भर जाता है. बिजली भी कट गई. सारी शूटिंग कैंसल. सब बंद. और राजकुमार हीरानी अपने ड्रॉइंगरूम में अकेले बैठे हैं बिना बिजली के. खिड़की से रोशनी आ रही है और एक किताब सामने रखी है ‘फाइव पॉइंट समवन’. क्या करें तो उन्होंने वो बुक पढ़ डाली. उन्होंने पढ़ी और फिर मुझे फोन किया. मैं बैंक में एक मीटिंग में था. मैंने देखा ‘राजकुमार हीरानी कॉलिंग’. जो मुझे बोल चुके हैं कि अब मैं नहीं पढ़ूंगा. मुझे याद है मैंने मेरे बॉस से कहा- ‘सर ये कॉल तो मुझे लेना है’. वो बोले- ‘तुम कहां जा रहे हो मीटिंग के बीच में’. मैंने कहा ये कॉल तो लेना है. मैं गया बाहर और राजू हीरानी ने कहा- ‘पहले तू पांच मिनट सिर्फ अपनी तारीफ़ सुन. फिर बात करेंगे’. फिर उन्होंने कहा ये क्या किताब है? मैंने आज तक ऐसी किताब नहीं पढ़ी. अगर ये किताब मुझे पहले मिल गई होती, तो मैं 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' भी न बनाता शायद. क्योंकि ये वो कॉलेज स्टोरी है जो मैं बनाना चाहता था. मैं फुल कॉलेज स्टोरी बनाना चाहता था. डॉक्टर बनने आए गुंडे की नहीं. फिर हम मिले. उन्होंने राइट्स ख़रीदे. मगर उन्होंने ये भी कहा कि मैं शायद ये बना न पाऊं. क्योंकि अगर 'लगे रहो मुन्नाभाई' हिट हो गई, तो मुझ पर विधु विनोद चोपड़ा की तरफ से 'मुन्नाभाई 3' बनाने का बहुत प्रेशर है. मैंने कहा ठीक है. फिर 'लगे रहो मुन्नाभाई' हिट भी हो गई और उन्होंने 'मुन्नाभाई 3' का ट्रेलर भी बना लिया. उन्होंने कहा अब तो ट्रेलर बन गया. अब तो ये बनेगी. फिर पता नहीं क्या संजोग हुए. थोड़े दिन बाद उनका फोन आया. उन्होंने कहा कि हम यही बना रहे हैं अब. मुझ से भूली नहीं जा रही है स्टोरी. बोले यही बनानी है और आमिर खान कर रहे हैं. इस तरह हुई मेरी शुरुआत."
आगे चेतन से ‘3 इडियट्स’ के क्रेडिट को हुए विवाद पर सवाल किया गया. उनका जवाब था,
"वो तो बाद में हुई यार. अब वो पुरानी हो गई है बात. बार-बार एक ही बात पर चर्चा करना ठीक नहीं है. मगर ग़लतफ़हमी हुई थी. राजू और मैं एक दूसरे को पसंद करते हैं. बहुत सम्मान है दोनों के मन में. हम बहुत अच्छे दोस्त हैं. कहीं न कहीं ग़लतफ़हमी हो गई. प्रोड्यूसर भी शामिल थे. पिक्चर दरअसल प्रोड्यूसर की होती है. मेरा क्रेडिट ठीक से नहीं दिया गया था."
सौरभ द्विवेदी ने चेतन को याद दिलाया कि प्रोड्यूसर्स ने डॉक्यूमेंट पेश किये थे. वहां दिखाए कॉन्ट्रैक्ट में चेतन के साइन भी थे. उसमें लिखा था कि रोलिंग क्रेडिट्स में चेतन का नाम आएगा. इस बारे में पूछने पर चेतन ने कहा,
"अब साइन किस चीज़ का करा लिया, पता नहीं. आप खुद ही बताओ अगर एक ऑथर की बुक पर आप मूवी बना रहे हो, मूवी इतनी हिट भी है, उसका नाम आप ठीक से नहीं दोगे? ऐसा नहीं कि उन्होंने मेरा नाम नहीं दिया. नाम दिया, पर हेयर ड्रेसर के साथ. जो मुझे नहीं लगता कि सिनेमा के इतिहास में किसी ने भी किया होगा कि किसी ऑथर पर आपने फिल्म बनाई है और हेयर ड्रेसर के साथ उसका नाम दिया है. ये ठीक नहीं है. राइट्स के एक लाख रुपए और 10 लाख बोनस मिले. मुझे बोनस भी मिला. उन्होंने सब किया. पर मेरा नाम ठीक से नहीं दिया. और मैंने उनसे यही कहा."
चेतन ने अंत में कहा कि वो इससे आगे बढ़ चुके हैं और सभी को माफ भी कर चुके हैं.
वीडियो: चेतन भगत ने शाहरुख खान की जमकर तारीफ की, कहा 'उनसे अच्छा कोई इंसान नहीं'