साल 1992 में ‘राजू बन गया जेंटलमैन’ रिलीज़ हुई. फिल्म ने आगे चलकर कल्ट किस्म का स्टेटस हासिल किया. इस फिल्म से तीन लोगों की गहरी दोस्ती की नींव पड़ी. डायरेक्टर अज़ीज़ मिर्ज़ा, शाहरुख खान और जूही चावला ने फैसला लिया कि वो तीनों मिलकर अपनी प्रोडक्शन कंपनी खोलेंगे. अपने मन की फिल्में बनाएंगे. इस कंपनी का नाम Dreamz Unlimited रखा गया. इसी बैनर के तले ‘फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी’ बनी. फिल्म नहीं चली. हालांकि अब जाकर लोग कहते हैं कि ये अपने समय से आगे की फिल्म थी. इस कंपनी ने शाहरुख और करीना कपूर वाली ‘अशोका’ भी प्रोड्यूस की थी. फिल्म को इंटरनेशनल मार्केट में प्रमोट किया गया. The Guardian ने अपने रिव्यू में शाहरुख को ‘Tom Cruise of South Asia’ कहा. खैर इतनी तारीफ के बाद भी फिल्म देसी मार्केट में नहीं चली.
Dreamz Unlimited को तलाश थी अपनी पहली हिट फिल्म की. फिर उन्होंने ‘चलते चलते’ बनाई. फिल्म ने अच्छा बिज़नेस किया. लेकिन इसके बनकर रिलीज़ होने की कहानी में बहुत ड्रामा था. ‘चलते चलते’ के कुछ सुने, कमसुने और अनसुने किस्से बताते हैं.
उस फिल्म की कहानी, जब सलमान की वजह से शाहरुख ने ऐश्वर्या को अपनी फिल्म से निकाल दिया
Shah Rukh Khan ने सिर्फ इसी फिल्म से Aishwarya को नहीं निकलवाया. उन्होंने दो और फिल्मों से ऐश्वर्या को बाहर निकलवा दिया था.
# सलमान ने झगड़ा किया और ऐश्वर्या फिल्म से बाहर हो गईं
‘चलते चलते’ को शाहरुख और ऐश्वर्या के साथ शुरू किया गया था. लेकिन फिर एक मसला हुआ और फिल्म से ऐश्वर्या को बाहर का दरवाज़ा दिखा दिया गया. कहा जाता है कि शाहरुख ने नाराज़ होकर ऐश्वर्या को फिल्म से निकलवाया था. हुआ ये कि साल 2002 के अंत में शाहरुख और ऐश्वर्या ‘चलते चलते’ के एक गाने के लिए शूट कर रहे थे. बताया जाता है कि सलमान गुस्से में सेट पर पहुंच गए. इससे ठीक एक साल पहले दिसम्बर में ऐश्वर्या और अभिषेक बच्चन ‘कुछ ना कहो’ की शूटिंग कर रहे थे. उन्हें ऐश्वर्या और अभिषेक के साथ काम करने पर आपत्ति थी. पढ़ने को मिलता है कि सलमान ने फिर अपनी गाड़ी ऐश्वर्या की गाड़ी में जाकर भिड़ा दी. ‘चलते चलते’ के सेट पर भी बड़ा हंगामा हुआ. कावेरी बमज़ाई की किताब Three Khans में पढ़ने को मिलता है:
सलमान ने ‘चलते चलते’ का शूट रुकवा दिया. शाहरुख और ऐश्वर्या एक गाने की शूटिंग कर रहे थे. सेट मेम्बर्स बताते हैं कि अगले चार से साढ़े चार घंटों तक सलमान बेकाबू थे. मजबूरी में आकर मिर्ज़ा (अज़ीज़ मिर्ज़ा) को शूट कैंसल करना पड़ा.
इस घटना की वजह से ऐश्वर्या को फिल्म से निकाल दिया गया. उनके हाथ से सिर्फ ‘चलते चलते’ ही नहीं निकली. बल्कि बताया जाता है कि उन्हें शाहरुख की ‘वीर ज़ारा’ और ‘मैं हूं ना’ में भी कास्ट नहीं किया गया. उन फिल्मों में आगे प्रीति ज़िंटा और सुष्मिता सेन को फाइनल कर लिया गया.
# शाहरुख ने नए एक्टर से कहा – “जब तक आप तैयार नहीं होते, तब तक रीहर्सल करेंगे”
‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ और ‘गुल्लक’ जैसे प्रोजेक्ट्स में काम कर चुके जमील खान की पहली फिल्म ‘चलते चलते’ ही थी. वो फिल्म में एक ट्राफिक पुलिस ऑफिसर बने थे. Rajshri Unplugged से हुई बातचीत में जमील ने बताया,
मेरा पहला शॉट था. मैं वहां पहुंचा. शाहरुख के साथ वो सीन था मेरा. मुझे याद है, शाहरुख ट्रक लेकर आते हैं रानी के साथ. मैं ट्रैफिक पुलिस हूं, तो मैं उनको रोकता हूं. वो ट्रक से उतरते हैं. ये मेरा सीन था. मैं तैयार था कॉस्ट्यूम वगैरह पहनकर. अज़ीज़ मिर्ज़ा मॉनिटर के पास माइक लेकर बैठे हुए थे. उन्होंने वहीं से कहा, 'शाहरुख बेटा, ये जमील हैं. मैंने इन्हें स्टेज पर देखा है. ये कमाल के एक्टर हैं. ये सीन बड़ा प्यारा है. तुम लोग मिलकर जमा लो.' मैंने कहा शाहरुख से कि भाई मैं थिएटर करता हूं. मैंने फिल्में की नहीं हैं. तो मैं चाहूंगा कि हम जितना रिहर्सल कर सकें, उतना अच्छा रहेगा. शाहरुख ने कहा, 'मैं भी थिएटर से हूं. जितने रीटेक्स करने होंगे, जितने रिहर्सल करने होंगे, हम लोग करेंगे. हम तक शॉट लेने के लिए नहीं कहेंगे, जब तक आप रेडी नहीं हों.' तो अज़ीज़ भाई के साथ, शाहरुख के साथ काम करना बड़ा शानदार अनुभव रहा.
जमील ने फिल्म से जुड़ा एक और किस्सा साझा किया. जमील बताते हैं कि शाहरुख का एक सोलो सीन था. वो भी वहीं बगल में बैठे हुए थे. शॉट लिया गया. सबकुछ ओके हो गया. इतने में अज़ीज़ मिर्ज़ा का कोई आठवां या दसवां असिस्टेंट डायरेक्टर आया. उसने अज़ीज़ के कान में कुछ कहा. अज़ीज़ ने माइक उठाया और शाहरुख को कहा कि ये मेरा असिस्टेंट है. इसका कुछ सुझाव है. जो कि ठीक लग रहा है. ये सीन एक बार इस तरह से भी शूट करते हैं. शाहरुख अपना टेक दे चुके थे. वो अच्छा भी था. बावजूद इसके शाहरुख वो सीन दोबारा करने को तैयार हो गए.
# जब शाहरुख को लगा उनकी लाइफ पर फिल्म बन रही है
शाहरुख बताते हैं कि उन लोगों को Dreamz Unlimited के ऑफिस में ‘चलते चलते’ का आइडिया आया था. बेसिकली वो लोग एक प्यारी-सी लव स्टोरी बनाना चाहते थे. अज़ीज़ मिर्ज़ा ने रॉबिन भट्ट से पूछा कि तुम्हारे पास कोई सब्जेक्ट है क्या. उन्होंने तब ‘चलते चलते’ की कहानी सुनाई. सभी को पसंद आई. शाहरुख कहते हैं कि फिल्म की कहानी उन्हें बहुत वास्तविक लगी, कुछ सीन्स सुनकर लगा कि किसी ने उनकी ज़िंदगी पर ही फिल्म बना दी है.
# शाहरुख ने बैक इंजरी में फिल्म पूरी की
शाहरुख खान ने ‘शक्ति: द पावर’ नाम की एक फिल्म की थी. फिल्म में उनका और ऐश्वर्या का एक गाना था, ‘इश्क कमीना’. गाने में शाहरुख इतना ज़ोर से नाचे कि उनकी कमर में चोट आ गई. पहले लगा कि जल्दी सब ठीक हो जाएगा. लेकिन इस बैक इंजरी ने कई साल ले लिए. शाहरुख को बहुत परेशान किया. उनकी फिल्म ‘मैं हूं ना’ भी इसी के चलते डिले हुई. ‘चलते चलते’ की शूटिंग के वक्त भी शाहरुख उस चोट से जूझ रहे थे. रानी मुखर्जी बताती हैं कि शाहरुख ने अपनी इंजरी को फिल्म के बीच में नहीं आने दिया. उन्होंने उस हालत में भी फिल्म का काम पूरा किया. सिर्फ इतना ही नहीं, उन दिनों अज़ीज़ मिर्ज़ा की पत्नी भी ICU में भर्ती थीं. लेकिन इन लोगों ने मिलकर फिल्म पर काम नहीं रुकने दिया.