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सेंसर बोर्ड ने कंगना की 'इमरजेंसी' में ये 13 बदलाव बताए

Kangana Ranaut की फिल्म Emergency को CBFC की रिवाइज़िंग कमिटी ने दोबारा देखा और ये ज़रूरी 13 बदलाव बताए हैं.

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कंगना रनौत की इस फिल्म को इस साल 14 जून को रिलीज़ होना था मगर ये तब से लटकती ही आ रही है.

Kangana Ranaut की फिल्म Emergency को फाइनली सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट दे दिया है. इसे U/A सर्टिफिकेट मिला है. CBFC की रिवाइज़िंग कमिटी ने इस फिल्म पर दोबारा विचार किया. इसे फिर से देखा और कुल जमा 13 बदलाव बताए हैं. जिसके बाद फिल्म को रिलीज़ किया जा सकता है. इनमें से बहुत सारे सीन्स को इसलिए बदलने का सुझाव दिया गया क्योंकि सेंसर बोर्ड का मानना है कि इनमें सिख समुदाय की आस्था को गलत तरीके से दर्शाया गया है.

सिख समूहों ने डिमांड की थी कि 'इमरजेंसी' को फिर से देखकर इसे सेंसर बोर्ड पास करे. जिसके बाद रिवाइज़िंग कमिटी ने इसे फिर देखा. फिल्म में एक सीन है. जिसमें सिखों का एक समूह, नॉन सिखों के समूह पर गोलियां चला रहा है. इस सीन से लेकर खालिस्तानी आंदोलन के प्रमुख जरनैल सिंह भिंडरावाले से जुड़े कुछ सीन्स में बदलाव करने के लिए कहा गया है. हम आपको नीचे क्रमवार तरीके से बताएंगे उन सीन्स और डायलॉग्स के बारे में जिन्हें सेंसर बोर्ड बदलवाना चाहता है-

1. इंडियन एक्सप्रेस ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि कमिटी ने सुझाया है, फिल्म की शुरुआत में ही एक डिस्क्लेमर दिया जाए. जिसमें कहा जाए कि ये फिल्म सच्ची घटना से प्रेरित है. इस फिल्म में उस घटना को नाटकीय तरीके से दिखाया गया है. हम ये साफ करना चाहते हैं कि ये एक नाटकीय रूपांतरण है इसलिए फिल्म में जो कुछ भी दिख रहा है वो शत-प्रतिशत सत्य नहीं है.

2. फिल्म की शुरुआत के ही 10 मिनटों में, प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू इस तरफ इशारा करते हैं कि चीन ने असम को भारत से काट दिया है. कमिटी ने मेकर्स से कहा है कि इस जानकारी के असली सोर्स को बताया जाए. क्योंकि सीबीएफसी की इस कमिटी में कई हिस्टोरियन भी थे. जिन्हें ऐसी किसी भी घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

3. फिल्म में एक घंटे 52 मिनट पर जरनैल सिंह भिंडरावाले संजय गांधी से कहते हैं, तुम्हारी पार्टी को वोट चाहिए, हमें खालिस्तान. कमिटी ने इस डायलॉग को हटाने को कहा है. क्योंकि इससे ऐसा लग रहा है कि जरनैल सिंह भिंडरावाले, संजय गांधी से किसी तरह की सौदेबाज़ी कर रहे हैं. इस क्लेम को सपोर्ट करने के लिए भी कमिटी ने फैक्चुअल सोर्स मांगा है.

4. जरनैल सिंह भिंडरावाले के नाम के साथ जो संत शब्द जुड़ा है उसे भी हटाने को कहा गया है. इसे कम से कम तीन सीन्स से हटवाने को बोला गया है. जब-जब भिंडरावाले का किरदार स्क्रीन पर नहीं दिखता मगर उनकी बातें हो रही हैं. ऐसे सीन्स से इनका नाम हटवाने को कहा गया है. उस सीन में भी बदलाव किया गया है जिसमें ज्ञानी ज़ैल सिंह, संजय गांधी और इंदिरा गांदी और आर्मी चीफ के बीच बातचीत हो रही है.

कुछ लोग भिंडरावाले के नाम के आगे संत लगाने के खिलाफ हैं तो कुछ इसे ना लगाने से उनका अपमान मानते हैं. इसलिए कमिटी चाहती है कि उनके इनडायरेक्ट रिफ्रेंस को फिल्म से हटा दिया जाए.

5. बोर्ड ने मेकर्स से 2 घंटे 11 मिनट पर होने वाला सिख और नॉन सिखों के बीच के दंगो को टोन डाउन करने के लिए कहा है. कमिटी ने मेकर्स से एक और सीन डिलीट करने को कहा है. जिसमें एक सिख एक गैर-सिख आदमी को गोली मारते दिखाया गया है. इन सीन्स के लिए सिख समुदायों ने आपत्ति जताई थी.

6. 2 घंटे 12 मिनट पर एक सीन है जिसमें इंदिरा गांधी और आर्मी चीफ ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर डिस्कस कर रहे हैं. इसी सीन में एक डायलॉग है जिसमें ये कहा जाता है कि ये ऑपरेश अर्जुन दिवस पर स्टार्ट किया जाएगा. ये गुरू अर्जन की जयंती को कहते हैं. जो सिखों के पांचवे गुरू माने जाते हैं. सीबीएफसी ने इस रिफ्रेंस को हटाने के लिए कहा है. उनका कहना है कि सिख समुदाय में ऐसा कोई ट्रेडिशन नहीं होता.

7. बोर्ड ने कहा है कि जहां-जहां भी रियल फुटेज का इस्तेमाल किया गया है वहां एक स्टैटिक मैसेज डालने को कहा गया है.

8. फिल्ममेकर्स को कहा गया है कि फिल्म में दिखाए गए सभी महत्वपूर्ण चीज़ों, डायलॉग्स और रिफ्रेंस को कहां से लिया गया है इसे बताएं. इसके लिए डॉक्यूमेंट्री प्रूफ भी दिया जाए.

सरकार के मुताबिक अब 'इमरजेंसी' के मेकर्स के पास तीन विकल्प हैं. या तो वो सीबीएफसी द्वारा सुझाए गए सभी बदलावों को स्वीकार करे. या उनके सुझाए कुछ बदलावों को ही स्वीकार करे या सेंसर बोर्ड के फैसले को अदालत में चुनौती दे. 

वीडियो: कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' को सेंसर बोर्ड नहीं दे रहा है सर्टिफिकेट, एक्ट्रेस क्या बोलीं?