बरगद के इस एपिसोड में अभिनेता और फिल्म लेखक सौरभ शुक्ला की सौरभ द्विवेदी के साथ लम्बी बातचीत. सौरभ शुक्ला ने अपने परिवार और बचपन के बारे में की बात. अपने शांत पिता और माँ से सीखे गए पाठों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि उनके घर में संगीत का माहौल था, इनके पिता दिल्ली विश्वविद्यालय में संगीत और ललित कला विभाग के प्रमुख थे और उनकी माँ एक तबला वादक थीं. बचपन में देखी गई फिल्में और जानिए कौन थे उनके पसंदीदा लेखक.
सौरभ शुक्ला, बेस्ट रोल्स और फिल्में: Ep 09
सुनिए किस्से एक्टर सौरभ शुक्ला के. जानिए कैसा था बचपन, कैसे बन गए एक्टर. 'सत्या' से जुड़ी यादें. क्यों यादगार है एनएसडी और साथ ही सुनिए और भी मज़ेदार किस्से बरगद के इस एपिसोड में.
वह कौन सी घटना थी जिसके बाद सौरभ शुक्ल ने एक अभिनेता के रूप में अपनी यात्रा शुरू की. क्या हुआ जब उन्हें एक पागल का रोल करने की चुनौती मिली. जानिए जीवन को वो क्षण जिसने सबसे ज्यादा दुखी कर दिया. नेशनल स्कूल ड्रामा से जुड़ा किस्सा.
राम गोपाल वर्मा की सत्या (1998) के पीछे की कहानी. 'शिकस्त' के निर्देशन अनुभव सिन्हा (मुल्क, आर्टिकल 15, थप्पड़, तुम बिन, रा-वन) और मनोज बाजपेयी से दोस्ती. फिल्मों और जिंदगी के किस्सों से भरी ये बातचीत सुनिए बरगद के इस एपिसोड में सिर्फ LT Baaja पर.