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बाबा सिद्दीकी में आखिर ऐसा क्या था कि जब वो बुलाते तो बॉलीवुड दौड़ा चला आता था?

Baba Siddique Bollywood Connection: बाबा सिद्दीकी सिर्फ़ नेता नहीं थे. बी-टाउन में उन्होंने अपनी ऐसी पैठ बनायी थी कि वो कुछ न भी हों, तब भी वो बहुत बड़े हैं. उनका बुलावा माने पत्थर की लकीर. अगर उन्होंने बुलाया तो सेलेब्रिटीज का जाना लगभग तय था. बाबा सिद्दीकी का नाम दाऊद इब्राहिम से भी जुड़ता है, लेकिन इसमें एक पेंच भी है.

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बाबा सिद्दीकी का नाम दाऊद इब्राहिम से भी जुड़ता है.

महाराष्ट्र और खासकर मुंबई का एक फेमस नाम बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique). कल 12 अक्टूबर की रात इनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. उस समय जब बाबा सिद्दीकी मुंबई स्थित अपने बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे. बाबा सिद्दीकी लंबे समय से राजनीति में हैं. करीब 45 साल कांग्रेस में रहे, तीन बार विधायक रहे और इस समय NCP में थे. राजनीतिक रसूख से अलग बाबा सिद्दीकी को उनकी इफ्तार पार्टी के लिए भी जाना जाता था. हर साल वो इफ़्तार पार्टी देते थे. इसमें तमाम फ़िल्मी और टीवी हस्तियों का जमावड़ा लगता था. ऐसे में सवाल उठता है कि आख़िर कौन थे बाबा सिद्दीकी और उनकी बॉलीवुड में कैसी पैठ है! एक वॉच मेकर का बेटा इतना बड़ा कैसे बन गया कि उसके बुलावे पर सभी सेलेब्रिटीज़ दौड़े चले आते थे. बाबा का बी-टाउन सेलेब्स के बीच ऐसा रौला था कि सालों की दुश्मनी उनकी इफ़्तार पार्टी में ख़त्म हो जाती थी. सलमान-शाहरुख की किसी ज़माने की अनबन जगजाहिर है. फिर 2014 में दोनों सिद्दीकी की इफ़्तार पार्टी में आते हैं और उनके बीच सुलह हो जाती है. कुछ तो बात थी बन्दे में.

#आख़िर बाबा सिद्दीकी की कहानी क्या है!

बाबा सिद्दीकी के पिता बांद्रा में वॉच मेकर का काम करते थे. सिद्दीकी भी उन्हीं के साथ काम में हाथ बंटाते थे. पढ़ाई के दौरान राजनीति में रुचि जागी. मेहनत की और 1977 में एनएसयूआई मुंबई के मेंबर बन गये. 80 में बांद्रा युवा कांग्रेस के महासचिव बनाये गये और 82 में अध्यक्ष. फिर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में एंट्री हुई. वहां पांव जमे, चुनाव लड़े और बांद्रा वेस्ट सीट से लगातार तीन बार विधानसभा पहुंचे. 2004 से 2008 तक मंत्री भी रहे. इस समय उनके बेटे जीशान सिद्दीकी इसी सीट से विधायक हैं.

#बॉलीवुड में बाबा का जलवा क्यों था!

यह तो हुआ पॉलिटिकल करियर. पर एक सवाल अब भी अनुत्तरित है. इन सब में बॉलीवुड कहां से आ गया? चूंकि शुरुआती दौर से ही सिद्दीकी की राजनीतिक कर्मभूमि बांद्रा रही. और अधिकतर फ़िल्मी हस्तियां बांद्रा में ही रहती हैं. तो जब वो राजनीति में पांव जमा रहे थे. उसी समय उनकी मुलाक़ात हुई सुनील दत्त से. कहते हैं उसके बाद वो संजय दत्त के क़रीब आये और बेहद क़रीब आ गये. दत्त बॉलीवुड में उनका ट्रंप कार्ड साबित हुए. चूंकि संजय और सलमान बहुत अच्छे दोस्त हैं. इसलिए संजय ने उनकी मुलाक़ात सलमान से करवाई और यहीं से शुरू होती है बाबा सिद्दीकी के इफ़्तार पार्टी की कहानी. जहां सब आते हैं. सलमान से उनकी दोस्ती का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि सलमान ने बाबा सिद्दीकी की प्रॉपर्टी किराए पर ले रखी है. हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक सल्लू ने बांद्रा में सलमान खान वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के तहत डुप्लेक्स अपार्टमेंट किराए पर ले रखा है. मकबा हाइट्स में स्थित इस डुप्लेक्स के मालिक हैं बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी.

# दाऊद इब्राहिम से जुड़ते हैं तार!

मुंबई की कई दंतकथाओं में बाबा सिद्दीकी को बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का ब्रिज कहा गया. चूंकि कथित तौर पर संजय दत्त का कनेक्शन भी अंडरवर्ल्ड से माना जाता है और बाबा सिद्दीकी उनके करीबी हैं तो उनके दाऊद और डी कंपनी से भी जुड़े होने के कयास लगाये जाते रहे. पर यहां एक ट्विस्ट है. यदि उनका दाऊद से संबंध था, तो दाऊद उनको धमकाता क्यों? दरअसल सामना में छपी एक खबर के अनुसार, मुंबई में ज़मीन के एक टुकड़े को लेकर बाबा सिद्दीकी और दाऊद के क़रीबी अहमद लंगड़ा के बीच विवाद हो गया. इसके बाद छोटा शकील ने बाबा को धमकाया कि वो इस मामले से दूर रहे, वरना अंजाम ठीक नहीं होगा. बाबा शिकायत लेकर मुंबई पुलिस के पास पहुंच गए. पुलिस ने अहमद लंगड़ा को गिरफ्तार कर मकोका लगा दिया. कहते इसी बात से नाराज़ होकर 2013 में दाऊद ने फोन पर बाबा को धमकाते हुए कहा था:

राम गोपाल वर्मा से बोलकर तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, ‘एक था एमएलए’!

सिद्दीकी पर ईडी की रेड भी पड़ चुकी है. मुम्बई स्लम रिहैबिलिटेशन स्कैम में जिनका नाम आया, उनमें बाबा भी थे. 2017 में उसी से जुड़े एक मामले और मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में ईडी ने उनके घर पर छापा भी मारा. हालांकि इस पर आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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बाबा सिद्दीकी सिर्फ़ नेता नहीं थे. बी-टाउन में उन्होंने अपनी ऐसी पैठ बनायी थी कि वो कुछ न भी हों, तब भी वो बहुत बड़े हैं. उनका बुलावा माने पत्थर की लकीर. सेलेब्रिटीज़ का जाना लगभग तय.

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