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अनुराग कश्यप ने कहा, "ब्राह्मणों पर पेशाब करूंगा", फिर माफी मांगी, लेकिन सबसे नहीं

पत्रलेखा और प्रतीक गांधी की फिल्म फुले पर सेंसर बोर्ड की कैंची चलने के बाद से ही अनुराग कश्यप इस विषय पर लगातार सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं. इसी सिलसिले में अनुराग की एक इंस्टा पोस्ट पर विवाद हो गया.

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फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप. (India Today)

फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने ब्राह्मणों पर किए गए कॉमेंट को लेकर माफी मांगी है. इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कॉमेंट का जवाब देते हुए उन्होंने ब्राह्मण समुदाय पर आपत्तिजनक बात लिखी थी. बवाल बढ़ता देख उन्होंने इंस्टा पर एक और पोस्ट लिखी. इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि वो सिर्फ उस एक लाइन के लिए मांगी मांग रहे हैं जिसको लेकर विवाद हो रहा है. अनुराग ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट की वजह से उनके परिवार और साथ काम करने वालों को रेप और मौत की धमकियां दी जा रही हैं.

अनुराग कश्यप ने इंस्टा पर एक पोस्ट लिखा था. उसमें कहा कि 'धड़क 2' फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान सेंसर बोर्ड का कहना था कि देश में जातिवाद खत्म हो गया है. उन्होंने लिखा कि अब ब्राह्णणों को ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले से समस्या हो गई है. अगर जातिवाद खत्म हो गया है तो किसी को फुले से समस्या नहीं होनी चाहिए. इसी पोस्ट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, समाज के जातिवाद और ब्राह्मण समुदाय पर कई कटाक्ष किए.

इस पोस्ट में एक कॉमेंट आया. herotherside नाम के यूज़र ने कॉमेंटबॉक्स में लिखा- 'ब्राह्मण तुम्हारे बाप हैं. जितना तुम्हारी उनसे सुलगेगी, उतना सुलगाएंगे.'

इसी कॉमेंट पर अनुराग कश्यप ने रिप्लाई किया, जिस पर हंगामा हो गया. उन्होंने लिखा- 'ब्राह्मणों पर मैं पेशाब करूंगा...कोई प्रॉब्लम?'

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अनुराग कश्यप का सोशल मीडिया स्टेटस स्टेटस.

अनुराग ने herotherside के कॉमेंट और अपने रिप्लाई का स्क्रीनशॉट लेकर उसे स्टेटस पर भी शेयर किया. लेकिन उनके बयान पर विवाद हो गया. जिसके बाद उन्होंने एक और पोस्ट लिखा. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा-

यह मेरा माफीनामा है. मेरी पोस्ट के लिए नहीं बल्कि उस एक लाइन के लिए जिसका संदर्भ नहीं समझा गया और नफरत परोसी जाने लगी. कोई भी बात या काम आपकी बेटी, परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों को बलात्कार और मौत की धमकियां देने के लायक नहीं है, वो भी उन लोगों से जो खुद को "संस्कार" का ठेकेदार मानते हैं. जो बात कही गई, वो वापस नहीं ली जा सकती और न ही मैं उसे वापस लूंगा. मुझे गालियां देनी हैं तो दो. मेरा परिवार न कुछ कहता है और न कहा है. इसलिए अगर आप मुझसे माफ़ी चाहते हैं, तो ये रही मेरी माफ़ी. ब्राह्मण लोग, औरतों को बख्श दो — इतना तो शास्त्रों में भी संस्कार है, बस मनुवाद में नहीं. आप खुद तय करो कि आप किस तरह के ब्राह्मण हो.

बाकी मेरी तरफ़ से माफ़ी.

पत्रलेखा और प्रतीक गांधी की फिल्म फुले पर सेंसर बोर्ड की कैंची चलने के बाद से ही अनुराग कश्यप इस विषय पर लगातार सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं. सेंसर बोर्ड ने फिल्म के कुछ सीन्स पर आपत्ति जताई है और निर्देशक से उन्हें फिल्म से हटाने को कहा है. इसी वजह से फिल्म की रिलीज़ डेट भी आगे बढ़ गई है.

अनुराग ने इसी को लेकर 16 अप्रैल को एक पोस्ट लिखा था. जिस पर काफी नफरत भरे कॉमेंट भी आए. अनुराग ने लिखा था-

“धड़क 2 की स्क्रीनिंग में सेंसर बोर्ड ने कहा कि मोदी जी ने भारत में जातिवाद खत्म कर दिया है. उसी आधार पर 'संतोष' फिल्म को भी भारत में रिलीज़ नहीं होने दिया गया था. अब ब्राह्मणों को फुले से समस्या है. भाई साहब, जब जातिव्यवस्था ही नहीं है तो ब्राह्मण किस बात के? आप कौन हैं? आप ही क्यों जल रहे हैं? जब जातिव्यवस्था नहीं है तो फिर ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले क्यों थे? या तो आपका ब्राह्मणवाद अस्तित्व में नहीं है, क्योंकि मोदी जी के हिसाब से भारत में जातिवाद है ही नहीं? या फिर आप सब लोग मिलकर सबको मूर्ख बना रहे हैं. भाई, आप लोग पहले तय कर लो. भारत में जातिवाद है या नहीं. लोग बेवकूफ नहीं हैं. आप ब्राह्मण हो या फिर आपके बाप हैं जो ऊपर बैठे हैं – तय कर लो.”

इसी पोस्ट पर कॉमेंट आया और अनुराग ने रिप्लाई में आपत्तिजनक बात लिखी. जिसको लेकर विवाद हुआ.

खबर लिखे जाने से कुछ देर पहले अनुराग ने इंस्टा पर एक फोटो भी अपलोड की जिसमें उनकी तस्वीर थी और उसमें उनके नाम के साथ गाली लिखी हुई थी. उन्होंने कैप्शन में लिखा- इतना प्यार मेरे संस्कारी ब्राह्णणों से. बहुत-बहुत धन्यवाद.

वीडियो: ज्योतिबा फुले पर बनी मूवी 'फुले' पर सेंसर बोर्ड ने कैंची चलाई तो अनुराग कश्यप ने जातिवाद पर क्या कह दिया?