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आलिया की 'जिगरा' का ट्रेलर देख बड़े से बड़ा एक्शन हीरो भी थर्रा जाएगा

Alia Bhatt हर किरदार के साथ एक पायदान और ऊपर चली जाती हैं. Jigra में भी उनकी एक्टिंग कुछ और निखर आई है.

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आलिया भट्ट के किरदार में एक हड़बड़ी दिखती है, किस बात की हड़बड़ी, आइए जानते हैं.

Alia Bhatt की अगली फिल्म Jigra का ट्रेलर आया है. कहानी एक बहन की है जो अपने भाई को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है. बुरा-अच्छा, सही-गलत उसके लिए कुछ मैटर नहीं करता. बस मैटर करता है उसका भाई. कैसा है ट्रेलर क्या खास है, क्या और खास हो सकता था, आइए बताते हैं -

शुरुआत ट्रेलर से करेंगे. ट्रेलर खुलता है और आलिया के किरदार सत्या को पता चलता है कि उसका भाई अंकुर किसी बुरे पंगे में फंस गया है. जिसके बाद उसे जेल होने वाली है. दूसरे सीन में पता चलता है कि अंकुर को कोर्ट ने इलेक्ट्रिक शॉक देकर तीन महीने में मार डालने का आदेश दिया है. बस यहीं से शुरू होती है 'जिगरा' की कहानी. सत्या के अपने भाई अंकुर को बचाने की कहानी. अपने भाई को बचाने के लिए सत्या क्या-क्या तरीका निकालती है, यही है जिगरा की  कहानी.

'जिगरा' का ट्रेलर फिल्म के टाइटल को बिल्कुल जस्टिफाई करता है. कोर्ट में फंसे अपने भाई को बचाने के लिए सत्या जो-जो काम करती है उसे कोई नॉर्मल इंसान नहीं कर सकता. जिस तरह की ट्रेंनिंग, जिस तरह की साजिश सत्या करती है उसके लिए 'जिगरा' चाहिए. ट्रेलर के एक सीन में आलिया का किरदार अपने हाथ की नस पर चाकू लगाकर पूछती है,

''अगर मैं अपनी नस काट लूं और कोई मेडिकल इमरजेंसी हो जाए तो क्या पुलिस वाले मुझे अंकुर से मिलने देंगे?''

इस डायलॉग से ही समझिए कि सत्या अपने भाई से मिलने और उसे बचाने के लिए क्या-क्या कर सकती है. जी तोड़, कमर तोड़, सिर फोड़ वाली गज़ब की ट्रेनिंग भी लेती हैं. ऊंचाई से गिरना सीखती हैं, भूखे रहना सीखती हैं, गोली चलाना सीखती है, भागना सीखती हैं. क्यों? ताकि अगर ज़रूरत पड़े तो वो अपने भाई को गलत तरीके से भी जेल से निकाल लाए. एक सीन में सत्या कहती भी है,

''मैंने कभी नहीं कहा कि मैं सही इंसान हूं, मैं सिर्फ अंकुर की बहन हूं.''

वो अपने भाई को हर हाल में बचाना चाहती है. फिर चाहे तरीका गलत हो या सही. इसी तरीके के लिए लिए वो खुद को प्रिपेयर करती दिखी है. रही बात आलिया की तो वो हर फिल्म और हर किरदार के साथ एक पायदान और ऊपर चली जाती हैं. इस फिल्म में भी उनकी एक्टिंग कुछ और निखर आई है. आप पहले ट्रेलर देखिए- 

पूरे ट्रेलर में आलिया के अंदर एक हड़बड़ी सी दिखेगी. एक गुस्सा और थोड़ा सा डर भी. अपने भाई को जल्द से जल्द जेल से निकालने की हड़बड़ाहट. भाई से मिल ना पाने का गुस्सा और छटपटाहट. और भाई को ना बचा सकने का डर. आलिया भट्ट की ये फिल्म उनके लिए देखी जानी चाहिए. उनकी एक्टिंग के लिए देखी जानी चाहिए.

एक और ज़रूरी वजह है, जो 'जिगरा' को और भी खास बनाती है. वो है वासन बाला. जिन्होंने 'जिगरा' का डायरेक्शन किया है. वासन इससे पहले 'मर्द को दर्द नहीं होता' और 'मोनिका ओह माय डार्लिंग' बना चुके हैं. दोनों ही फिल्में लीग से हटकर. 'मर्द को दर्द नहीं होता' तो टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल तक में चली गई थी.

वासन इससे पहले इंडिपेंडेंट फिल्म 'पैडलर्स' भी बना चुके हैं. जो भले ही सिनेमाघरों में नहीं उतरी मगर इसका कॉन्सेप्ट लोगों को भा गया. इतनी उम्दा फिल्में बनाने के बाद 'जिगरा' से भी ऐसी ही उम्मीदे हैं. वासन अपनी फिल्मों को ट्विस्टेड तरीके से ट्रीट करते हैं. 'जिगरा' के साथ भी वो कुछ ऐसा ही करते दिखाई दे रहे हैं.

ओवरऑल 'जिगरा' का ट्रेलर देख ये एक बढ़िया एक्शन-इमोशनल फिल्म लग रही है. एक्शन फिल्मों के इस दौर में आलिया ने भी इस पथ को चुना है. बस अब देखना होगा कि जनता इसे कितना पसंद करती हैं. आलिया के भाई का रोल किया है वेदांग रैना ने. जिन्होंने ज़ोया अख्तर की The Archies से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. 'जिगरा' बड़े पर्दे पर उनकी पहली पिक्चर है. करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस की ये फिल्म 11 अक्टूबर को रिलीज़ के लिए शेड्यूल है. 

वीडियो: आलिया भट्ट की जिगरा की टीजर-ट्रेलर रिलीज, फिल्म बवाल काटने वाली है!