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एसिड अटैक सर्वाइवर को बैंक में खाता खोलने से रोका, तो महिला ने शाहरुख से अपील कर दी

प्रज्ञा प्रसून एसिड अटैक की वजह से पलक नहीं झपका सकतीं. इसलिए उनका KYC प्रोसेस पूरा नहीं हो रहा है. शाहरुख खान एसिड अटैक की शिकार महिलाओं के लिए NGO चलाते हैं.

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एक मौके पर प्रज्ञा. दूसरी तरफ एक इवेंट के दौरान शाहरुख खान.

Pragya Prasun नाम की एसिड अटैड सर्वाइवर हैं. वो बैंक में अपना खाता खुलवाना चाहती हैं. मगर वो बैंक की कुछ शर्तें पूरी नहीं कर पा रही हैं. जिसकी वजह से उनका अकाउंट नहीं खुल पा रहा है. अब प्रज्ञा ने इस बारे में Shahrukh Khan से अपील की है. क्योंकि शाहरुख एसिड अटैक की शिकार महिलाओं के पुनर्वास और सर्जरी के लिए NGO चलाते हैं. हालांकि प्रज्ञा की अपील पर अब तक शाहरुख या उनके NGO की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.

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2018 में तत्काली राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से नारी शक्ति पुरस्कार स्वीकार करतीं प्रज्ञा.

प्रज्ञा प्रसून एक बैंक में अपना अकाउंट खोलना चाहती हैं. आज कल बैंकों में खाता खुलवाने के लिए अपने बायोमेट्रिक डिटेल्स दर्ज करवाना कंपल्सरी हो गया है. मगर एसिड अटैक की वजह से प्रज्ञा अपनी पलक नहीं झपका पाती हैं. इसलिए बैंकों की KYC मशीन उन्हें पूरी तरह से स्कैन नहीं कर पा रही. जिसकी वजह से उनका बैंक अकाउंट नहीं खुल पा रहा. इस बाबत प्रज्ञा ने शाहरुख और उनके NGO  मीर फाउंडेशन को टैग को करते हुए ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा-

"एसिड अटैक पीड़िता होने की वजह से मुझे सम्मानजनक जीवन जीने से नहीं रोका जाना चाहिए. मैं KYC प्रोसेस के लिए पलक नहीं झपका सकती, इसलिए मेरा बैंक अकाउंट नहीं खुल सकता. ये गै़र-वाजिब है. मैं शाहरुख खान और मीर फाउंडेशन से गुज़ारिश करती हूं कि इस दुनिया को एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए समावेशी बनाने मे में मेरी मदद करें."

प्रज्ञा ने ये भी कहा कि बैंक अकाउंट खुलवाना उनका अधिकार है. ये उनसे नहीं छीना जा सकता. प्रज्ञा ने एक ऑनलाइन पीटिशन भी शुरू की है, जिसमें उन्होंने एसिड अटैक पीड़िताओं की व्यथा पर बात की है. उन्होंने इसमें लिखा कि देश और दुनिया में सैकड़ों-हज़ारों महिलाएं हैं, जो एसिड अटैक की शिकार हुई हैं. इसकी वजह से उनका चेहरा डिस्फिगर हो गया है. आंखों में पलक न झपका पाने समेत कई दिक्कतें पेश आती हैं. इसकी वजह से उन्हें बुनियादी आर्थिक सुविधाएं हासिल करने से नहीं रोका जा सकता.

एसिड अटैक का शिकार होना प्रज्ञा की पहचान नहीं है. वो खुद सोशल एक्टिविस्ट हैं. अतिजीवन फाउंडेशन नाम का NGO  चलाती हैं. जो एसिड अटैक सर्वाइवर्स की बेहतरी के लिए काम करता है. उन्हें आर्थिक स्वंतंत्रता दिलाने में मदद करता है.  

शारुख खान ने 2013 में अपने पिता मीर ताज मोहम्मद खान के नाम पर मीर फाउंडेशन नाम के एनजीओ की शुरुआत की थी. ये NGO बेसिकली महिला सशक्तिकरण के लिए काम करता है. मगर इसे प्रमुखता से एसिड अटैक पीड़िताओं की मदद के लिए जाना जाता है. ये फाउंडेशन एसिड अटैक सर्वाइवर्स की सर्जरी से लेकर कानूनी मदद काउंसलिंग और रिहैबिलिटेशन तक का ख्याल रखता है. इसलिए प्रज्ञा प्रसून ने अपने ट्वीट में शाहरुख और मीर फाउंडेशन को भी टैग कर मदद की गुहार लगाई. अब तक शाहरुख खान या मीर फाउंडेशन की ओर से उन्हें कोई मदद या जवाब नहीं मिला है. 

वीडियो: जवान ट्रेलर प्रीव्यू में शाहरुख खान ने 'पठान' से भी तगड़ा ऐक्शन किया है!