कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट (Wayanad Lok Sabha Election Result) से बंपर अंतर से चुनाव जीत लिया है. गांधी को 6 लाख 47 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं. उन्होंने अपनी निकटम प्रतिद्वंदी CPI की एनी राजा को 3 लाख 64 हजार के अधिक वोटों के अंतर से हराया. इस सीट पर उनका मुकाबला केरल BJP के अध्यक्ष के सुरेंद्रन से भी था. सुरेंद्रन को एक लाख 41 हजार से अधिक वोट मिले.
Wayanad Lok Sabha Elections Result: वायनाड से राहुल गांधी की बंपर जीत, कितने लाख वोट से जीते?
Kerala की Wayanad Lok Sabha सीट पर Rahul Gandhi, Annie Raja और K Surendran के बीच मुकाबला है.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में केरल की वायनाड सीट से राहुल गांधी ने बंपर जीत हासिल की थी. उन्हें 7 लाख से ज्यादा वोट मिले थे. उनका वोट प्रतिशत लगभग 65 था. इस चुनाव में CPI के पीपी सुनीर दूसरे नंबर पर रहे थे. उनके खाते लगभग 25 परसेंट वोट आए थे. उन्हें लगभग 2 लाख 75 हजार वोट मिले थे. वहीं भारत धर्म जन सेना के तुषार वेल्लापल्ली को लगभग 79 हजार वोट मिले थे. उनका वोट प्रतिशत 7 था. तुषार वेल्लापल्ली तीसरे नंबर पर रहे थे.
वहीं अगर बात 2014 के लोकसभा चुनाव की करें तो कांग्रेस पार्टी के एम आई शानवास ने इस सीट से जीत हासिल की थी. उन्हें लगभग 3 लाख 77 हजार वोट मिले थे. उनका वोट प्रतिशत 41 था. दूसरे नंबर पर रहे CPI के सत्यन मोकरी को लगभग 3 लाख 56 हजार वोट मिले थे. मोकरी का वोट प्रतिशत 39 था. मोकरी करीबी अंतर से चुनाव हारे थे. वहीं BJP के पीआर रासमिलनाथ लगभग 81 हजार वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे. उन्हें लगभग 9 प्रतिशत वोट मिले थे.
साल 2008 में परिसीमन के बाद वायनाड लोकसभा सीट में अस्तित्व में आई. तब से यहां कांग्रेस पार्टी ही लगातार जीत रही है. वायनाड लोकसभा में 7 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें से 3 वायनाड जिले के अंतर्गत, 3 मलप्पुरम जिले के अंतर्गत और 1 सीट कोझिकोड जिले में आती है.
वायनाड लोकसभा सीट पर मुस्लिम समुदाय की आबादी लगभग 46 प्रतिशत है. वहीं लगभग 11 प्रतिशत आबादी ईसाई समुदाय की है. आदिवासी समाज के लोगों का हिस्सा लगभग 9 प्रतिशत है. वहीं लगभग 6 प्रतिशत आबादी एससी समुदाय के लोगों की है.
ये भी पढ़ें- क्या वाकई में वायनाड में राहुल गांधी के आगे कोई चुनौती नहीं?
इस सीट के मुद्दों की बात करें तो राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, CAA का लागू होना यहां एक बड़ा मुद्दा है. साथ ही साथ स्वास्थ्य सेवाओं की कमी भी यहां एक प्रमुख मुद्दा है. इसके अलावा नीलाम्बुर और नंजनगुड के बीज रेलवे लाइन बिछने में देरी और मनन्थावडी और बावली के बीच हाईवे निर्माण भी दो बड़े मुद्दे हैं.
इस सीट पर CPI की एनी राजा लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) की उम्मीदवार हैं. राष्ट्रीय स्तर पर LDF और कांग्रेस INDIA गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन केरल में कांग्रेस UDF गठबंधन के तहत LDF से टकरा रही है. इस बारे में वामपंथी पार्टी CPM की दिग्गज नेता वृंदा करात ने फरवरी, 2024 में कहा था कि राहुल गांधी और कांग्रेस कहते हैं कि उनकी लड़ाई BJP के खिलाफ है, लेकिन वो केरल में आकर वामपंथ के खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्हें खुद सोचना चाहिए कि वो क्या मेसेज दे रहे हैं.
इधर, राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल, जो खुद केरल के कन्नू के रहने वाले हैं, वो ही राहुल गांधी को वायनाड लेकर गए थे.
वीडियो: राहुल की वायनाड से लड़ने की घोषणा के बाद शुरू हुई बहुसंख्यक-अल्पसंख्यक वाली बहस