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कर्नाटक में हार मिली तो तेलंगाना में बिगड़ने लगा BJP का हिसाब, ये गलतियां भारी ना पड़ जाएं!

तेलंगाना की BJP ईकाई पूर्व सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी और पूर्व राज्य मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव को पार्टी में शामिल नहीं कर पाई. इसके चलते केंद्रीय नेतृत्व दो वरिष्ठ नेताओं से खुश नहीं है.

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कर्नाटक में हार के बाद तेलंगाना BJP में उठापटक शुरू. (फोटो: Twitter/India Today)

पिछले महीने आए कर्नाटक चुनाव रिजल्ट में BJP को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद पड़ोसी राज्य तेलंगाना में भी पार्टी के अंदर उठापटक शुरू हो गई है. यहां पार्टी की सबसे बड़ी समस्या वरिष्ठ नेताओं ईटेला राजेंदर और कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी की नारजगी है. दोनों ही नेता पार्टी में ज्यादा जिम्मेदारियां चाहते हैं. और ये भी कि राज्य के पार्टी अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को निकाल दिया जाए.

वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईटेला राजेंदर चाहते हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किया जाए. वे 2021 में भारत राष्ट्र समिति (BRS) छोड़कर BJP में शामिल हुए थे. राज्य के BJP नेताओं का कहना है कि राजेंदर और रेड्डी पार्टी की रणनीति के खिलाफ हैं. पार्टी चुनाव से पहले CM पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करना चाहती. लेकिन दोनों नेता चाहते हैं कि इनके नाम की घोषणा की जाए.

राज्य के BJP नेताओं का कहना है कि महत्वपूर्ण पदों और अतिरिक्त जिम्मेदारियों, CM के लिए उम्मीदवार या पार्टी अध्यक्ष को हटाने की मांग सहन नहीं की जाएगी. पार्टी में जी किशन रेड्डी और के लक्ष्मण जैसे वरिष्ठ नेता दशकों से हैं. उन्होंने कभी ऐसी मांग नहीं की.

केंद्रीय नेतृत्व की मनाने की कोशिश 

रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव और तेलंगाना के प्रभारी तरुण चुग दोनों नेताओं से बात कर रहे हैं. दोनों की समस्याएं सुलझाने और BRS के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा तैयार करने की कोशिश जारी है. इसके लिए 24 जून को दिल्ली में दोनों नेताओं के साथ बैठक भी की गई.

तेलंगाना की BJP ईकाई पूर्व सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी और पूर्व राज्य मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव को पार्टी में शामिल नहीं कर पाई. इसके चलते केंद्रीय नेतृत्व राजेंदर और रेड्डी से खुश नहीं है. श्रीनिवास रेड्डी और राव BJP में शामिल होना चाहते थे, लेकिन कर्नाटक में पार्टी की हार के बाद दोनों ने अपना मन बदल लिया. वो BRS के 33 नेताओं के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए. दोनों ने 26 जून को दिल्ली में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में पार्टी जॉइन की. यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद थे.

तेलंगाना में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस समय राज्य में BRS पार्टी की सरकार है.